अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने जांच के बीच छात्रों और अभिभावकों को तसल्ली दी है कि संस्थान बंद नहीं होगा।
रेड फोर्ट विस्फोट से जुड़े मामले में अल-फलाह यूनिवर्सिटी की जांच जारी
फरीदाबाद में स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने शनिवार को छात्रों और उनके अभिभावकों के बीच फैली चिंता को कम करते हुए स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय बंद नहीं होगा। यह बयान तब आया जब यूनिवर्सिटी पर नियामक दबाव और मनी लांड्रिंग की जांच तेज हो रही है, विशेष रूप से रेड फोर्ट विस्फोट मामले में यूनिवर्सिटी के संबंध की खबरों के बाद।
यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने मीडिया से संवाद करते हुए कहा, “संस्थान को बंद करने का कोई प्रयास नहीं है।” इस बयान का उद्देश्य बढ़ती अफवाहों और तनाव को कम करना था।
पिछले दिनों लगभग 20 चिंतित अभिभावक यूनिवर्सिटी पहुंचे और उपकुलपति डॉ. एमए खान से मुलाकात की, जिसमें उन्होंने संस्थान की शैक्षणिक स्थिति और भविष्य को लेकर स्पष्टता मांगी।
राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) ने यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर पुराने प्रत्यायन विवरणों के प्रयोग पर नोटिस जारी किया था। यूनिवर्सिटी ने इसे एक oversight और वेब डिजाइन त्रुटि बताया और संबंधित जानकारी हटा दी। साथ ही, यूनिवर्सिटी ने इसके लिए माफी भी मांगि।
जांच का केंद्रीय बिंदु अल-फलाह समूह पर मनी लांड्रिंग के गंभीर आरोप हैं, जिसमें समूह के चेयरमैन सिद्दीकी के परिवार के सदस्यों के नाम से कंपनियों में करोड़ों रुपए के अनुबंध भेजे जाने का आरोप लगाया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अनुसार, इस जाल में कई शेल कंपनियां शामिल हैं।
सिद्दीकी को PMLA के तहत गिरफ्तार किया गया है और उसके साथ जुड़े 25 स्थानों पर तलाशी के दौरान ₹48 लाख नकद, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और वित्तीय दस्तावेज बरामद हुए हैं।
ED का दावा है कि 2018-19 से 2024-25 तक समूह ने करीब ₹415 करोड़ की कमाई की है, जो कथित रूप से धोखाधड़ी, गलत जानकारी और फर्जीवाड़े पर आधारित है। जांच अभी प्रारंभिक चरण में है, लेकिन विस्तृत जांच की जरूरत बताई जा रही है।
अल-फलाह यूनिवर्सिटी की इस जांच ने शिक्षा जगत में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व पर नए सवाल उठाए हैं, जिसके बीच संस्थान ने आश्वासन दिया है कि वे स्थिति को संभालने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
- क्या अल-फलाह यूनिवर्सिटी बंद हो रही है?
नहीं, यूनिवर्सिटी ने इसका स्पष्ट खंडन किया है। - जांच किस बारे में है?
मनी लांड्रिंग तथा रेड फोर्ट विस्फोट केस से जुड़े आरोपों की। - क्या छात्रों के डिग्री सुरक्षित हैं?
संस्थान ने डिग्री की वैधता पर चिंता कम करने का प्रयास किया है। - आरोपों की प्रकृति क्या है?
परिवार के करीबी कंपनियों को करोड़ों रुपये का अनुबंध देना तथा फंड्स का अवैध उपयोग। - जांच अब किस चरण में है?
प्रारंभिक जांच जारी है और स्पष्टीकरण के लिए हिरासत में पूछताछ हो रही है।
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