नोवो नॉर्डिस्क ने एमक्योर के साथ साझेदारी कर भारत में वजन कम करने वाली दवा सेमाग्लूटाइड के वितरण को बढ़ावा दिया है।
नोवो नॉर्डिस्क और एमक्योर ने भारत में सेमाग्लूटाइड दवा के वितरण के लिए गठजोड़ किया
नोवो नॉर्डिस्क ने एमक्योर के साथ साझेदारी कर भारत में वजन कम करने वाली दवा सेमाग्लूटाइड का वितरण शुरू किया
डेनमार्क की दवा कंपनी नोवो नॉर्डिस्क ने पुणे स्थित भारतीय फार्मा कंपनी एमक्योर फार्मास्युटिकल्स के साथ साझेदारी की है ताकि भारत में वज़न घटाने की दवा सेमाग्लूटाइड को व्यापक रूप से उपलब्ध कराया जा सके। यह दवा वजन घटाने के लिए लोकप्रिय ब्रांड वेगोवी का दूसरा ब्रांड पोविज़्ट्रा के नाम से बाजार में उपलब्ध होगी।
सेमाग्लूटाइड के फायदे और उपयोग
सेमाग्लूटाइड, जो GLP-1 थेरेपी पर आधारित है, खासतौर पर मोटापे और उससे संबंधित हृदय रोग के जोखिम वाले मरीजों के लिए उपयोगी है। यह दवा once-weekly इंजेक्शन के रूप में दी जाती है और आहार एवं व्यायाम के साथ मिलकर शरीर के वजन को 20 प्रतिशत से अधिक तक कम करने में मदद करती है। क्लिनिकल ट्रायल में इसकी प्रभावशीलता को सिद्ध किया गया है।
एमक्योर का वितरण जाल और रणनीति
एमक्योर भारत के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छी पहुँच रखने वाली कंपनी है और इसका उद्देश्य इस दवा को उन मरीजों तक पहुँचाना है जिन्हें इसे सबसे ज्यादा जरूरत है। कंपनी के सीईओ सतीश मेहता ने कहा कि इस साझेदारी से नोवो नॉर्डिस्क की इनोवेशन और एमक्योर के वितरण नेटवर्क का बेहतरीन समन्वय होगा।
वैश्विक फार्मा कंपनियों की भारत में साझेदारी का रुझान
यह गठजोड़ वैश्विक फार्मा कंपनियों के लिए भारत के जटिल वितरण नेटवर्क और नियामकीय वातावरण में प्रभावी रहने की रणनीति का हिस्सा है। नोवो नॉर्डिस्क ने भारत में 1994 से काम किया है और इस साझेदारी के जरिये क्रोनिक बीमारियों के इलाज के लिए अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करने की योजना है।
FAQs:
- सेमाग्लूटाइड क्या है और इसका उपयोग किस लिए होता है?
यह वजन कम करने और मोटापा संबंधित हृदय रोग जोखिम को कम करने वाली दवा है। - नोवो नॉर्डिस्क और एमक्योर के बीच यह साझेदारी क्यों महत्वपूर्ण है?
यह भारत में दवा की पहुँच को बढ़ाएगी, खासतौर पर ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में। - दवा किस ब्रांड नाम से बाजार में उपलब्ध होगी?
पोविज़्ट्रा नाम से जो वेगोवी का दूसरा ब्रांड है। - सेमाग्लूटाइड कैसे दी जाती है?
यह once-weekly इंजेक्शन के रूप में दी जाती है। - भारत में मोटापे की समस्या कितनी गंभीर है?
भारत में 60 करोड़ से अधिक लोग मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं।
Leave a comment