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G7 ने चीन के नियंत्रण वाले खनिज सप्लाई चेन को कम करने के लिए 24 नए प्रोजेक्ट्स की घोषणा की

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G7 Serious About Reforming Global Critical Mineral Supply Chains from China
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G7 देशों ने चीन के नियंत्रण वाले महत्वपूर्ण खनिज बाजार को कम करने के लिए दो दर्जन नए प्रोजेक्ट शुरू किए हैं, जिससे उच्च तकनीक उत्पादों की आपूर्ति सुरक्षित करना उद्देश्य है।

G7 ने चीन के विरुद्ध नए कदम उठाते हुए वैश्विक खनिज बाजार सुधारने की बात कही

G7 समूह के सात प्रमुख औद्योगिक देश और उनके सहयोगी दो दर्जन नए प्रोजेक्ट्स की शुरुआत कर रहे हैं, जिनका उद्देश्य चीन के महत्वपूर्ण खनिज सप्लाई चेन पर बढ़ते प्रभुत्व को कम करना है। ये प्रोजेक्ट्स उच्च तकनीक उत्पादों में इस्तेमाल होने वाले खनिजों जैसे रियर अर्थ मेटल्स पर केंद्रित हैं, जहां चीन का वैश्विक नियंत्रण सबसे अधिक है।

कनाडा के ऊर्जा मंत्री टिम हौडसन ने टोरंटो में आयोजित ऊर्जा मंत्रियों की बैठक के बाद कहा कि यह गठबंधन विश्व को एक स्पष्ट संदेश देता है कि G7 इस बाजार के अव्यवस्थित और केंद्रीकृत नियंत्रण को खत्म करने के लिए गंभीर है। उन्होंने कहा, “हम बाजार में एकाधिकार और निर्भरताओं को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं,” और विशेष रूप से चीन का नाम लेते हुए उन्होंने इसकी नीतियों की आलोचना की।

हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुए समझौते के तहत चीन ने कुछ रेयर अर्थ निर्यात प्रतिबंधों को कम से कम एक वर्ष के लिए निलंबित करने पर सहमति व्यक्त की है, जिससे वैश्विक बाजार में स्थिरता बनी रहे। लेकिन G7 के ऊर्जा सचिव क्रिस राइट ने कहा कि चीन ने गैर-बाजार आधारित रणनीतियों का उपयोग कर इस क्षेत्र में अपनी दखलंदाजी बढ़ाई है और पश्चिमी देशों को इस पर काबू पाने के लिए न केवल बाजार उपाय बल्कि “गैर-बाजार” हस्तक्षेप भी करना होगा।

चीनी सरकार द्वारा वैश्विक कीमतों को नियंत्रित करने के लिए स्टॉकपाइलिंग की गई है, जिससे निवेशकों में हिचकिचाहट पैदा हुई है। G7 के देशों का लक्ष्य ऐसी आपूर्ति श्रृंखला बनाना है जो खान से लेकर अंतिम उपयोग तक पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी हो। इसके लिए विभिन्न देशों ने न केवल खनन, बल्कि प्रसंस्करण और उच्च तकनीक उत्पाद निर्माण में सहयोग बढ़ाने की पेशकश की है।

इस गठबंधन में ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं, जो चीन की एकाधिकार स्थिति को कम करने के लिए नीतिगत और कार्यात्मक कदम उठा रहे हैं। उन्होंने इस विषय पर मिलकर नियामक नीतियां विकसित करने, निवेश नियम सख्त करने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए सहमति बनाई है जिससे वैश्विक बाजार में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित हो सके।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):

  1. G7 का उद्देश्य चीन के खनिज प्रभुत्व को क्यों कम करना है?
  • क्योंकि चीन ने रियर अर्थ और महत्वपूर्ण खनिजों के प्रसंस्करण और आपूर्ति में बाजार का एकाधिकार बना रखा है, जिससे वैश्विक आर्थिक और सुरक्षा जोखिम बढ़े हैं।
  1. रियर अर्थ मेटल्स क्यों महत्वपूर्ण हैं?
  • ये उच्च तकनीक उत्पादों जैसे स्मार्टफोन, इलेक्ट्रिक वाहन, और रक्षा उपकरणों के लिए आवश्यक हैं।
  1. क्या अमेरिका इस गठबंधन का हिस्सा है?
  • हां, अमेरिका ने इस गठबंधन में शामिल होकर चीन की स्थिति को चुनौती देने का समर्थन किया है।
  1. G7 के प्रोजेक्ट्स में क्या शामिल हैं?
  • खनन, प्रसंस्करण, उत्पादन को बढ़ावा देने वाले कई प्रोजेक्ट्स हैं, जो पुरानी आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करेंगे।
  1. चीन की नीतियों पर G7 की क्या प्रतिक्रिया है?
  • G7 का कहना है कि चीन ने बाजार नियमों का उल्लंघन कर कीमतों को नियंत्रित किया और निवेश में बाधाएं पैदा कीं, जिसके खिलाफ वे “गैर-बाजार” उपाय अपनाएंगे।

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