Green Turtle संरक्षण के दशकों बाद आईयूसीएन ने इसे विलुप्ति से “लीस्ट कंसर्न” श्रेणी में रखा, लेकिन चुनौतियां अभी बाकी हैं।
Green Turtles संरक्षण: विलुप्ति से अद्भुत वापसी
2025 में Green Turtles (Chelonia mydas) के संरक्षण को वैश्विक स्तर पर ऐतिहासिक सफलता माना जा रहा है। कभी अति-शिकार व आभूषणों के लिए अंधाधुंध कटाई के कारण विलुप्ति के कगार पर पहुंची यह प्रजाति अब आईयूसीएन रेड लिस्ट के “लीस्ट कंसर्न” श्रेणी में आ गई है।
दशकों की वैश्विक कोशिशें
- समुद्री तटों पर गश्ती, अंडों की सुरक्षा, हैच्लिंग रिलीज, और फिशिंग नेट में फंसाव को रोकने हेतु आधुनिक उपकरणों का प्रयोग किया गया।
- Ascension Island, Brazil, Mexico और Hawai’i जैसे क्षेत्रों में स्थानीय संरक्षण ने टर्टल की संख्या को लगभग पूर्व-शिकार स्तर तक पहुंचा दिया है।
वैज्ञानिक आंकड़ों का महत्व
- IUCN रिपोर्ट के अनुसार, ग्रीन टर्टल की वैश्विक आबादी 1970 के बाद 28% तक बढ़ गई है।
- इस प्रजाति का प्राकृतिक आवास ट्रॉपिकल रीफ और समुद्री घास के मैदानों में अत्यंत महत्त्वपूर्ण है; इनके बिना समुद्री इकोसिस्टम असंतुलित हो जाता है।
जारी चुनौतियाँ और सतर्कता की जरूरत
- संरक्षण के बावजूद, Green Turtles की आबादी अब भी ऐतिहासिक स्तर के मुकाबले कम है।
- प्रतिवर्ष फिशिंग बाईकैच, अंडों/मांस का अवैध व्यापार, और तटीय विकास के कारण कई उप-जनसंख्या में कमी देखी जाती है।
- जलवायु परिवर्तन, समुद्र का तापमान व समुद्री तटों का क्षरण अब इनके अंडों को प्रभावित कर रहे हैं, जैसे ऑस्ट्रेलिया की Raine Island।
संरक्षण से मिली सीख
- Green Turtles की वापसी जीव विज्ञान और संरक्षण समुदाय के लिए प्रेरणादायक है, जिससे यह भरोसा मिलता है कि यदि सतत प्रयास किए जाएँ तो अन्य संकटग्रस्त प्रजातियों को भी बचाया जा सकता है।
- समुद्री जीवों की सुरक्षा केवल उनके लिए ही नहीं, वरन संपूर्ण समुद्री-तटीय जीवन के लिए जरूरी है।
FAQs
- Green Turtles को विलुप्ति की “लीस्ट कंसर्न” श्रेणी में क्यों रखा गया?
- मुख्य संरक्षण उपाय कौन-कौनसे रहे?
- क्या ग्रीन टर्टल पूरी तरह सुरक्षित हैं?
- संरक्षण की सफलता से अन्य प्रजातियों को क्या सीख मिलती है?
- सतत, स्थानीय और वैश्विक प्रयास आवश्यक हैं; जैसे Hawksbill और Leatherback टर्टल को बचाने की कोशिश ज़रूरी है।
- ग्रीन टर्टल का इकोसिस्टम में क्या महत्व है?
- ये समुद्री घास और रीफ इकोसिस्टम में ‘कीस्टोन’ प्रजाति हैं, इनके बिना वहां का जीवन असंतुलित हो सकता है।
- क्या स्थानीय समुदायों को लाभ है?
Leave a comment