गरम् मसाले वाली Aloo Jhol Poori और तली हुई पुरी — इस आसान रेसिपी में जानिए चुनिंदा सामग्री, सुगंधित तड़का और सफलता-टिप्स
कुरकुरी Poori और स्पाइसी Aloo Jhol
अगर आप एक ऐसे नाश्ते या ब्रंच-आयोजन की तलाश में हैं जिसमें स्वाद, सुगंध व संतुष्टि तीनों हों, तो आलू-जाल (जोल) व पुरी का संयोजन बेमिसाल है। आलू की मसालेदार सब्जी जिसे जाल या “जोल” भी कहते हैं, और साथ में गरमा-गरम तली-पूरी — यह पारंपरिक भारतीय स्वाद की याद दिलाता है। चाहे रविवार की सुबह हो, या शाम-का हल्का भोजन — यह संयोजन कभी निराश नहीं करता।
असल में क्या है ‘आलू जोल-पुकी’ (Aloo Jhol-Poori)?
“जोल” शब्द विशेष रूप से उस तरह की आलू-सब्जी के लिए उपयोग में आता है जिसमें आलू को टुकड़ों में छोड़ कर, टमाटर-मसाले के साथ नरम-गरम बनाया जाता है — ऊपर से दाल-सी तड़का-सुगंध होती है। पुरी एक अनफरमेन्टेड, गेहूं-आटे की छोटी तली हुई ब्रेड है जो आलू-जाल की साथ गाँव-घर से जुड़ी पारंपरिक भूमिका निभाती है।
मुख्य सामग्री व स्वास्थ्य-विचार
- आलू (उबले व छिले हुए): प्रोटीन-कम लेकिन ऊर्जा-उच्च कार्बोहाइड्रेट स्रोत हैं।
- गेहूँ का आटा (पूरी के लिए): साधारणतः सामाजिक- भोजन की परंपरा का हिस्सा।
- मसाले व घी/तेल: स्वाद व सुगंध देते हैं, पर मात्रा-संतुलन जरूरी है।
- टमाटर-मसाला व तड़का: विटामिन C, एंटीऑक्सीडेंट देते हैं।
यदि आप संभल के योजना करें — जैसे पूरी की तलने की मात्रा कम करके या हल्के तेल-विकार विकल्प चुनकर — तो यह भोजन समय-समय पर बहुत ही बढ़िया विकल्प बन सकता है।
विधि – स्टेप-बाय-स्टेप
आलू-जाल (जोल) की तैयारी
- आलू को उबालकर छील लें और बड़े‐बड़े टुकड़ों में क्रम्बल करें — पूरी तरह मैश न करें क्योंकि अच्छे टेक्सचर के लिए टुकड़े-टुकड़े बेहतर हैं।
- एक गहरे बर्तन में घी या तेल गरम करें; उसमें साबुत मसाले (अगर उपयोग कर रहे हों: जीरा, तेज पत्ता, लौंग-इलायची) डालें और हल्का फ्राई करें।
- हिंग, अदरक-हरी मिर्च डालें, फिर टमाटर प्यूरी या कटे हुए टमाटर डालें। कुछ मिनट तक पकाएँ जब तक घी किनारों से अलग न हो जाए।
- आलू डालें, नमक मिलाएँ, मसाले (लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, धनिया पाउडर) डालें और कुछ मिनट मसाले में भूनें।
- लगभग 1-1.5 कप गर्म पानी डालें, उबाल आने दें, फिर आंच धीमी करें, ढक कर 10-12 मिनट पकाएँ। बीच-बीच में चैक करें और यदि लगे कि ज्यादा पानी है तो थोड़ा उबाल लें।
- अंत में अमचूर पाउडर, कसूरी मेथी और गरम मसाला मिलाएँ, थोड़ा घी छिड़कें, हरा धनिया डालें, और कुछ मिनट आराम दें।
पुरी की तैयारी
- एक बर्तन में गेहूं का आटा, सूजी (अगर उपयोग हो) और अजवाइन मिलाएँ। नमक डालें।
- धीरे-धीरे पानी डालते हुए आटा गूंधें; आटा बहुत नरम न हो बल्कि हल्की कसमकस रखें। हल्की तेल की परत लगाकर 5 मिनट ढककर रखें।
- आटे की छोटी लोइयां बनाकर बेलें — लगभग 3-4 इंच व्यास में। बेलते समय आटे को बहुत पतला न करें वरना पुरी फूलने में समस्या कर सकती है।
- तेल को मध्यम-उच्च आंच पर गर्म करें; एक आटा टुकड़ा डालकर देखें कि वह तेजी से ऊपर लौटे – तेल तैयार है।
- एक-एक पुरी डालें और स्लॉटेड चम्मच से हल्का दबाएँ ताकि पूरी अच्छी तरह फूल जाए। दोनों तरफ सुनहरा-भूरा होने पर किचन पेपर पर निकालें।
- गरमा-गरम पुरी आलू-जाल के साथ सर्व करें।
टिप्स व वेरिएशन
- आलू उबालने के बाद यदि कुछ टुकड़ों को हल्का क्रम्बल रखना है ताकि सब्जी का टेक्सचर बरकरार रहे।
- आप पूरी में थोड़ी सूजी या मिक्स व्हीट आटा मिला सकते हैं ताकि अतिरिक्त क्रिस्पीनेस पाएं।
- जाल की तीव्रता कम या ज्यादा करना है तो लाल मिर्च या हरी मिर्च की मात्रा-अनुसार समायोजित करें।
- पूरियों को तलने के बाद तुरंत सर्व करें — ठंडी-ठंडी पूरियाँ स्वाद व टेक्सचर में कम पड़ सकती हैं।
- यदि स्वास्थ्य-फोकस्ड विकल्प चाहें तो पूरी को हल्की तेल में तला जा सकता है या एयर-फ्रायर में भी प्रयास किया जा सकता है।
सर्व करने के सुझाव
- यह संयोजन खास रूप से नाश्ते, ब्रंच या सप्ताहांत-भोजन के लिए उपयुक्त है।
- साथ में प्याज कटे हुए, नींबू के टुकड़े और अचार रखें — इससे स्वाद में विविधता और संतुलन मिलेगा।
- बच्चें या मेहमान हों तो इस भोजन को हॉस्टिंग-मेन्यू में शामिल करना अच्छा विकल्प है।
आलू-जाल व पुरी का यह संयोजन सिर्फ स्वाद ही नहीं, बल्कि भारतीय भोजन-संस्कृति का प्रतीक भी है — सरल सामग्री से, मेहनत और प्यार के साथ बना हुआ। यदि आप अगले वीकेंड पर कुछ खास बनाना चाह रहे हैं जो सहज हो, लेकिन सबको पसंद आए — तो यह रेसिपी ज़रूर अपनाएँ।
FAQs
- क्या इस रेसिपी में प्याज-लहसुन जरूरी हैं?
जवाब: नहीं, प्याज-लहसुन का उपयोग विकल्प के रूप में है। मूल रूप से यह बिना प्याज-लहसुन संस्करण भी बेहद स्वादिष्ट बनता है। - क्या पुरी को पहले तैयार करके रखा जा सकता है?
जवाब: पुरी को तली तुरंत सर्व करना उत्तम है – थोड़ी देर रखी हुई पुरी फूलने या क्रिस्पी बनी रहने में कम संतोष दे सकती है। - अगर मैं कम तेल इस्तेमाल करना चाहूं तो क्या करूं?
जवाब: पुरी को हल्के तेल में तल सकते हैं या आंशिक एयर-फ्रायर विकल्प आजमा सकते हैं; इसके अलावा आलू-जाल की तलने वाली मात्रा घटा सकते हैं। - क्या इस भोजन को लंच या डिनर में भी सर्व किया जा सकता है?
जवाब: हाँ, बिल्कुल। यदि समय या अवसर हो, तो यह मुख्य भोजन के तौर पर भी शानदार विकल्प है। - बच्चों को यह भोजन पसंद नहीं करते — क्या बदलाव किया जा सकता है?
जवाब: बच्चों के लिए मसाले कम रखें, पूरियों को छोटे आकार में बनाएं, साथ में हल्की रायता या दही-काढ़ा रखें — इससे उन्हें खाने में अधिक रुचि होगी।
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