भारत और मॉरिशस ने राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार शुरू करने और ₹680 करोड़ के स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर और समुद्री सुरक्षा पैकेज पर समझौता किया।
भारत और मॉरिशस ने हाल ही में राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार करने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर साइन किया है, जिससे द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक सहयोग में नई दिशा मिलेगी। इस समझौते के तहत दोनों देशों के बीच व्यापार सीधे अपनी राष्ट्रीय मुद्राओं में होगा, जिससे मुद्रा विनिमय शुल्क कम होंगे और व्यापार प्रक्रिया सरल होगी।
इसके साथ ही, भारत ने मॉरिशस के लिए स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे और समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में ₹680 करोड़ का आर्थिक पैकेज प्रदान करने की घोषणा की है। यह पैकेज मॉरिशस की विकास आवश्यकताओं को पूरा करने और क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए दिया गया है।
सेहत के क्षेत्र में इस पैकेज के अंतर्गत मॉरिशस की स्वास्थ्य सेवाओं को उन्नत बनाने के लिए जरूरी उपकरण और संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही, बुनियादी ढांचे के विकास के लिए सड़क, जल आपूर्ति और ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश किया जाएगा।
समुद्री सुरक्षा सहयोग के लिए भारत और मॉरिशस दोनों ने आपसी सैन्य और समुद्री निगरानी में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है, जो हिंद महासागर क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने में सहायक होगा।
इस समझौते से भारत और मॉरिशस के आर्थिक और सामरिक संबंध और भी मजबूत होंगे, साथ ही यह क्षेत्रीय एकता और सहयोग को भी बढ़ावा देगा।
#FAQs
Q1: भारत और मॉरिशस ने किस प्रकार का नया व्यापार समझौता किया है?
A1: दोनों देशों ने अपनी राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार करने पर सहमति दी है।
Q2: ₹680 करोड़ का पैकेज किस क्षेत्र में दिया गया है?
A2: स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचा और समुद्री सुरक्षा के लिए।
Q3: व्यापार में राष्ट्रीय मुद्रा उपयोग से क्या फायदा होगा?
A3: मुद्रा विनिमय लागत कम होगी और व्यापार प्रक्रिया सरल होगी।
Q4: समुद्री सुरक्षा सहयोग का क्या महत्व है?
A4: यह हिंद महासागर क्षेत्र की स्थिरता और सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
Q5: इस समझौते का क्षेत्रीय प्रभाव क्या होगा?
A5: द्विपक्षीय आर्थिक और सामरिक संबंध मजबूत होंगे और क्षेत्रीय सहयोग बढ़ेगा।
यह समझौता भारत और मॉरिशस के बीच सहयोग के नए अध्याय की शुरुआत करता है, जो दोनों देशों के लिए विकास और सुरक्षा के अवसरों को बढ़ाएगा।
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