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भारत-रूस तेल व्यापार पर असर, अमेरिका ने दोहरे शुल्क लगाकर दबाव बढ़ाया

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India Russian oil imports
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भारत ने रूसी तेल आयात में धीरे-धीरे कमी की तैयारी की है। अमेरिका के दबाव और बढ़े हुए शुल्कों के बीच नई ऊर्जा साझेदारी की चर्चा जारी है।

भारत धीरे-धीरे घटाएगा रूसी तेल का आयात, अमेरिका से बढ़ेगा सहयोग ?

India Prepares to Cut Russian Oil Imports Gradually Amid US Pressure

भारत और रूस के बीच ऊर्जा व्यापार पर नया मोड़ आया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ भारतीय रिफाइनर रूसी तेल के आयात को धीरे-धीरे घटाने की तैयारी में हैं। यह कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है जब अमेरिका भारत पर रूस से तेल खरीदना बंद करने का दबाव बना रहा है ताकि यूक्रेन युद्ध में रूस की वित्तीय शक्ति को सीमित किया जा सके।

अमेरिका की ओर से बढ़ता दबाव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें आश्वस्त किया है कि भारत जल्द ही रूस से तेल की खरीद बंद करेगा। इसके अलावा, वॉशिंगटन में जारी व्यापार वार्ता के दौरान अमेरिका ने भारतीय वस्तुओं पर दोगुने टैरिफ लगा दिए हैं ताकि भारत पर अतिरिक्त आर्थिक दबाव डाला जा सके।

ट्रंप का कहना था, “मुझे यह अच्छा नहीं लगा कि भारत रूस से तेल खरीद रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने आश्वासन दिया है कि भारत अब रूसी तेल नहीं खरीदेगा।”

भारत का रुख: मूल्य स्थिरता प्राथमिकता

भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की ऊर्जा नीति का मुख्य उद्देश्य ऊर्जा की कीमतों में स्थिरता और आपूर्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। मंत्रालय ने कहा, “हमारा प्राथमिक उद्देश्य भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना है, विशेष रूप से ऐसे समय में जब वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य अस्थिर है।”

हालांकि, मंत्रालय ने ट्रंप के बयानों का सीधा उल्लेख नहीं किया।

ऊर्जा साझेदारी पर चर्चा

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि अमेरिका ने भारत के साथ ऊर्जा सहयोग को गहराने में रुचि दिखाई है। फिलहाल इस विषय पर विस्तृत वार्ता जारी है।

आंकड़े बताते हैं रुझान में बदलाव

इस वित्त वर्ष (अप्रैल–सितंबर 2025) में, भारत ने प्रतिदिन औसतन 1.75 मिलियन बैरल रूसी तेल आयात किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 40% से घटकर 36% रह गया। वहीं, अमेरिका से कच्चे तेल का आयात 6.8% बढ़कर 2.13 लाख बैरल प्रति दिन हो गया है।

मध्य पूर्व से आयात का हिस्सा भी बढ़ा है। डेटा के अनुसार, कुल तेल आयात में मध्यपूर्व का हिस्सा 42% से बढ़कर 45% तक पहुंच गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि चीन और भारत दोनों ही रूस से तेल के सबसे बड़े खरीदार बने हुए हैं, लेकिन भारत धीरे-धीरे इस निर्भरता को कम करने की दिशा में बढ़ रहा है।

FAQs:

  1. भारत रूसी तेल आयात क्यों घटा रहा है?
  2. अमेरिका ने भारत पर कौन-कौन से आर्थिक दबाव बनाए हैं?
  3. भारत की तेल नीति का मुख्य लक्ष्य क्या है?
  4. कौन से देश इस समय भारत को तेल की आपूर्ति बढ़ा रहे हैं?
  5. रूस-भारत तेल व्यापार में गिरावट से वैश्विक कीमतों पर क्या असर होगा?
  6. भारत और अमेरिका के बीच नई ऊर्जा साझेदारी कैसी हो सकती है?

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