Indian Drug Alert: केरल सरकार ने Coldrif खांसी सिरप की बिक्री पर रोक लगा दी है। यह कार्रवाई एक बच्चे की संदिग्ध मौत और कई शिकायतों के बाद की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने दवा की गुणवत्ता की जांच शुरू की है। अभी इस सिरप का इस्तेमाल न करें।
Coldrif Cough Syrup: बच्चों की संदिग्ध मौतों के मद्देनजर केरल सरकार ने बाजार से वापस बुलाया सिरप
बच्चों की मौत के रिपोर्ट्स के बीच केरल ने Coldrif खांसी सिरप की बिक्री पर लगाई रोक
केरल सरकार ने एक बड़ी और चिंताजनक कार्रवाई करते हुए ‘कोल्ड्रिफ’ (Coldrif) नामक खांसी की सिरप की बिक्री और वितरण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। यह फैसला एक बच्चे की संदिग्ध मौत और इस दवा के सेवन के बाद कई अन्य बच्चों में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायतों के बाद लिया गया है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक आधिकारिक आदेश जारी करके सभी जिला मेडिकल अधिकारियों को इस सिरप की सभी बैचों को तुरंत बाजार से वापस बुलाने के निर्देश दिए हैं। यह घटना एक बार फिर देश में दवा सुरक्षा और गुणवत्ता नियंत्रण पर सवाल खड़े करती है।
यह मामला तब सामने आया जब एक युवा बच्चे की मौत की खबरें आईं, जिसने इस सिरप का सेवन किया था। प्रारंभिक रिपोर्ट्स में संकेत मिले हैं कि इस दवा के सेवन से कई अन्य बच्चों में भी स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं देखी गई हैं, जिसके बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने तुरंत हस्तक्षेप किया। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने निर्देश दिया है कि इस मामले की पूरी तहकीकात की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
मामले का विवरण: क्या हुआ था?
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस घटना की जानकारी सबसे पहले कोल्लम जिले से सामने आई। एक बच्चे, जिसकी उम्र लगभग पांच साल बताई जा रही है, की इस सिरप का सेवन करने के बाद मौत हो गई। इसके अलावा, इसी दवा का इस्तेमाल करने वाले कम से कम तीन अन्य बच्चों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा और उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने प्रारंभिक तौर पर इन मामलों और दवा के सेवन के बीच एक संबंध की आशंका जताई है।
इन चिंताजनक रिपोर्ट्स के बाद, केरल का स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया और उसने तुरंत एक आंतरिक जांच शुरू की। राज्य ड्रग कंट्रोल विभाग को नमूने एकत्र करने और दवा की गुणवत्ता का विश्लेषण करने का निर्देश दिया गया। शुरुआती जांच में पाया गया कि यह सिरप राज्य में बिना किसी उचित अनुमति के बेची जा रही थी, जिसने इस मामले को और गंभीर बना दिया।
सरकार की कार्रवाई: क्या कदम उठाए गए?
केरल सरकार ने इस मामले में बहुत तेजी और गंभीरता से कार्य किया है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक आधिकारिक आदेश जारी करते हुए ‘कोल्ड्रिफ’ सिरप की पूरे राज्य में बिक्री और वितरण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।
सभी जिला मेडिकल अधिकारियों (DMOs) और स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में इस दवा के सभी स्टॉक को तुरंत सील कर दें और बाजार से वापस ले लें। इसके अलावे, राज्य ड्रग कंट्रोलर को इस दवा के निर्माता, रोसेन फार्मा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया गया है। राज्य सरकार ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय दवा नियामक, सीडीएससीओ (Central Drugs Standard Control Organisation) को भी इस मामले से अवगत कराया है ताकि राष्ट्रीय स्तर पर उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
निर्माता और नियामक ढांचा
‘कोल्ड्रिफ’ सिरप का निर्माण हरियाणा स्थित कंपनी रोसेन फार्मा द्वारा किया गया है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इस विशेष उत्पाद को केरल राज्य में बेचने के लिए कोई विशिष्ट अनुमति नहीं ली गई थी। यह एक गंभीर उल्लंघन है।
यह घटना गैम्बिया और उज्बेकिस्तान में हुई घटनाओं की याद दिलाती है, जहां दूषित भारतीय निर्मित खांसी के सिरप के कारण कई बच्चों की मौत हो गई थी। उन मामलों के बाद, भारत सरकार ने दवा निरीक्षण प्रक्रियाओं को कड़ा कर दिया था। हालांकि, केरल का यह नया मामला दर्शाता है कि निगरानी में अभी भी चिंताजनक अंतराल बने हुए हैं, खासकर राज्यों के बीच समन्वय की कमी के कारण।
सार्वजनिक स्वास्थ्य सलाह
केरल का स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे तुरंत ‘कोल्ड्रिफ’ सिरप का इस्तेमाल बंद कर दें। अगर किसी ने हाल ही में इस सिरप का सेवन किया है और उनमें कोई असामान्य लक्षण जैसे कि उल्टी, चक्कर आना, सुस्ती, सांस लेने में तकलीफ या एलर्जी के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें।
डॉक्टरों से सलाह है कि वे मरीजों को कोई भी नई दवा लिखने से पहले उसके निर्माता और बैच नंबर की जांच अवश्य करें। उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे बिना डॉक्टर के पर्चे के कोई भी दवा, खासकर बच्चों के लिए, न खरीदें और न ही सेवन करें।
केरल सरकार ने इस मामले की एक उच्च-स्तरीय जांच का आदेश दिया है। जांच के प्रमुख बिंदु होंगे: दवा की गुणवत्ता, इसके राज्य में प्रवेश के रास्ते, और नियामक विफलताएं। केंद्रीय दवा नियामक, सीडीएससीओ, भी हस्तक्षेप करने की संभावना है और हो सकता है कि देश के अन्य राज्यों में भी इस सिरप की जांच की जाए।
(FAQs)
1. Coldrif सिरप किस कंपनी की उत्पाद है?
इस सिरप का निर्माण हरियाणा की कंपनी रोसेन फार्मा द्वारा किया गया है।
2. अगर मैंने यह सिरप खरीदी है तो मुझे क्या करना चाहिए?
तुरंत इसका इस्तेमाल बंद कर दें। दवा की बोतल को सुरक्षित रखें और अपने स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी या ड्रग इंस्पेक्टर को इसकी सूचना दें। अगर आपने इसका सेवन किया है और कोई लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
3. क्या यह सिरप केरल के अलावा अन्य राज्यों में बिक रही है?
फिलहाल, रिपोर्ट्स केवल केरल से आई हैं। हालांकि, केंद्रीय नियामक संस्था सीडीएससीओ पूरे देश में इसकी उपलब्धता की जांच कर सकती है।
4. इस सिरप के सेवन से क्या लक्षण देखे जा सकते हैं?
रिपोर्ट्स के अनुसार, गंभीर उल्टी, दस्त, सुस्ती, चक्कर आना, सांस लेने में तकलीफ और एलर्जिक रिएक्शन जैसे लक्षण देखे गए हैं।
5. केरल सरकार ने क्या कार्रवाई की है?
राज्य सरकार ने इस सिरप की बिक्री और वितरण पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है, बाजार में मौजूद स्टॉक को वापस लेने का आदेश दिया है और निर्माता कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की है।
6. क्या इस तरह की घटनाएं पहले भी हुई हैं?
हाँ, पिछले कुछ वर्षों में गैम्बिया, उज्बेकिस्तान और कैमरून जैसे देशों में भारत में निर्मित खांसी के सिरप को बच्चों की मौतों से जोड़ा गया है, जिसके बाद भारत की दवा नियामक प्रक्रियाओं में सुधार के कदम उठाए गए थे।
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