“India’s Clean Energy Push: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के गोलाघाट में देश के पहले बांस-आधारित बायो-इथेनॉल प्लांट का भव्य उद्घाटन किया। यह पहल भारत की स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम है।
“Assam में बांस से बनने वाला पहला Bio-Ethanol Plant: मोदी सरकार की बड़ी पहल”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के गोलाघाट में देश के पहले बांस-आधारित बायो-इथेनॉल प्लांट का उद्घाटन कर भारत की स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचा है। यह प्लांट पारंपरिक जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करने और पर्यावरण संरक्षण के लिए बांस आधारित टिकाऊ ऊर्जा समाधान प्रस्तुत करता है।
गोलाघाट प्लांट में बांस से बायो-इथेनॉल का उत्पादन किया जाएगा, जो वाहनों और औद्योगिक उपयोग के लिए एक प्रभावी नवीनीकृत ईंधन है। बांस की खेती से किसानों को अतिरिक्त आय का स्रोत मिलेगा और लकड़ी पर निर्भरता में कमी आएगी। इससे न केवल प्रदूषण कम होगा, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
इस परियोजना का संचालन ऊर्जा विभाग के सहयोग से किया जा रहा है, जिसमें बायो-इथेनॉल प्रौद्योगिकी के आधुनिक उपकरण और प्रक्रिया शामिल हैं। सरकार का उद्देश्य 2030 तक नवीनीकृत ऊर्जा उत्पादन में बड़ी बढ़ोतरी करना है और यह प्लांट उस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन समारोह में कहा, “यह प्लांट स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। बांस का उपयोग ऊर्जा उत्पादन में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा और पर्यावरण संरक्षण में मदद करेगा।”
गोवा की इस पहल को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा जा रहा है, क्योंकि यह ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार का प्रतीक है। यह परियोजना अन्य राज्यों में भी लागू की जाएगी ताकि बांस के उपयोग से देश के ऊर्जा उत्पादन में सुधार हो सके।
FAQs
- बांस-आधारित बायो-इथेनॉल प्लांट का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: बांस से स्वच्छ और नवीनीकृत ऊर्जा उत्पादन करना और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करना। - यह प्लांट कहां स्थापित किया गया है?
उत्तर: असम के गोलाघाट में। - इस परियोजना से स्थानीय किसानों को क्या लाभ होगा?
उत्तर: बांस की खेती से अतिरिक्त आय, रोजगार के अवसर और ग्रामीण विकास। - भारत की नवीनीकृत ऊर्जा योजनाओं में इस प्लांट का क्या महत्व है?
उत्तर: यह प्लांट 2030 तक स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने में अहम भूमिका निभाएगा। - प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना को कैसे वर्णित किया?
उत्तर: उन्होंने इसे स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ी पहल कहा। - क्या इस तकनीक का विस्तार अन्य राज्यों में भी होगा?
उत्तर: हाँ, इसे अन्य राज्यों में भी लागू किया जाएगा।
Leave a comment