महुआडांड़ Wolf Sanctuary में भेड़िया के अलावा 9 अद्भुत वन्यजीवों की विविधता, झारखंड के वन्य सैर के लिए सम्मोहित करने वाली जगह
झारखंड के महुआडांड़ Wolf Sanctuary में भेड़िया के अलावा क्या देखें?
भारत की एकमात्र वुल्फ अभयारण्य महुआडांड़ में दिखने वाले 9 प्रमुख वन्यजीव
झारखंड के लातेहार जिले में स्थित महुआडांड़ वुल्फ सेंचुरी भारत का पहला और एकमात्र ऐसा अभयारण्य है जो भारतीय भेड़िए के लिए समर्पित है। यह 63 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और अपने कठिन भूभाग, साल के जंगल, और घास के मैदानों के लिए प्रसिद्ध है। यहां भेड़िया के अलावा कई अन्य दुर्लभ अब देखे जा सकते हैं।
महुाडांड़ के 9 अद्भुत वन्यजीव
- हरिण (Deer)
- सुबह की रोशनी में झुंडों के साथ घास के मैदानों में हरिण देखना आम है, जो जंगल की शांति का अनुभव देता है।
- जंगली सूअर (Wild Boar)
- तीखे दांतों वाले और निडर प्रकृति के, ये जंगल के रास्तों में रोमांच भरते हैं।
- हाइना (Hyena)
- रात के समय गूंजती उनकी आवाजें, महुआडांड़ के लिए अनोखे nocturnal प्रीडेटर की पहचान हैं।
- स्लॉथ बियर (Sloth Bear)
- अकेला घूमने वाला और गतिशील, यह प्रजाति अक्सर दीमक की जगहों पर देखी जाती है।
- सियार (Jackal)
- सतर्क और चतुर, सियार अक्सर तालाब के पास या खुले मैदान में दिख जाते हैं, इनकी आवाजें भेड़ियों के साथ मिलकर जंगल में गूंजती हैं।
- तेंदुआ (Leopard)
- सबसे elusive प्रिडेटर, धैर्यवान यात्री ही घने जंगलों में तेंदुआ का दुर्लभ दर्शन पाते हैं।
- मोर (Peafowl)
- अपनी रंगीन पंखों के साथ खुले मैदान या जंगल के किनारों पर नृत्य करते हुए आसानी से दिखते हैं।
- तीतर (Partridge)
- भूमि पर चलने वाले और तेज प्रजाति, इनके दल सुबह-सुबह जंगल की चहलकदमी में शामिल होते हैं।
- (आंतरिक स्रोतों में 9वीं मुख्य प्रजाति — विवरण पूर्ण नहीं मिला, अगर कोई और सामान्य वन्यजीव संलग्न हो तो उल्लेख करें)
महुाडांड़ का महत्व
यह अभयारण्य प्रकृति प्रेमियों, फोटोग्राफरों और खोजी यात्रियों के लिए एक छिपा हुआ रत्न है, जो भारत के वन्य जीवन का अनूठापन अपने अंदर समेटे हुए है। यहां कई जीवों की विविधता दर्शक को जंगल के असली रंग का आभास कराती है।
FAQs
- महुआडांड़ वुल्फ सेंचुरी कहाँ स्थित है?
- झारखंड के लातेहार जिले में।
- यहां सबसे ज्यादा किस वन्यजीव की संभावना है देखने की?
- भारतीय भेड़िया के अलावा हरिण, तेंदुआ, और हाइना।
- मुख्य अभयारण्य का क्षेत्रफल कितना है?
- लगभग 63 वर्ग किलोमीटर।
- फोटो खींचने या सफारी के लिए सबसे अच्छा समय क्या है?
- सुबह का समय सबसे अच्छा है।
- क्या तेंदुआ देखना आसान है?
- नहीं, यह प्रजाति काफी elusive है, धैर्य की आवश्यकता है।
- वन्यजीव संरक्षण के लिए महुाडांड़ क्यों महत्वपूर्ण है?
- यह एकमात्र वुल्फ अभयारण्य है और पर्यावरण संतुलन के लिए अहम।
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