जामिया मिलिया इस्लामिया ने सोशल वर्क डिपार्टमेंट के प्रोफेसर को सस्पेंड किया। BA (Hons) सेमेस्टर-I परीक्षा के विवादित प्रश्न पर सोशल मीडिया हंगामा। इंक्वायरी कमिटी बनी, यूनिवर्सिटी ने एक्शन लिया!
जामिया प्रोफेसर निलंबित: सोशल वर्क पेपर का विवादित सवाल, सोशल मीडिया पर आग!
जामिया मिलिया इस्लामिया में परीक्षा प्रश्न कांड: प्रोफेसर सस्पेंड, इंक्वायरी शुरू
23 दिसंबर 2025 को जामिया मिलिया इस्लामिया ने अपने सोशल वर्क डिपार्टमेंट के एक प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया। मामला BA (Hons) सोशल वर्क के सेमेस्टर-I परीक्षा पेपर ‘सोशल प्रॉब्लम्स इन इंडिया’ के एक विवादित प्रश्न का है। ये प्रश्न सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विवाद खड़ा हो गया। यूनिवर्सिटी ने तुरंत संज्ञान लिया और इंक्वायरी कमिटी बना दी। कमिटी रिपोर्ट आने तक प्रोफेसर सस्पेंड।
यूनिवर्सिटी ऑफिशियल ने कहा, “हमने मामला गंभीरता से लिया। इंक्वायरी कमिटी गठित की गई है। रिपोर्ट के आधार पर उचित एक्शन लेंगे।” जामिया 1988 में संसद एक्ट से बनी सेंट्रल यूनिवर्सिटी। ये अकादमिक स्टैंडर्ड्स और परीक्षा प्रोसेस में जवाबदेही बनाए रखने को कमिटेड। कैंपस पर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई।
विवादित प्रश्न का रहस्य: सोशल मीडिया पर आग
सोशल मीडिया यूजर्स ने पेपर का फोटो शेयर किया। प्रश्न ने राजनीतिक, सामाजिक संवेदनशीलता जगाई। स्टूडेंट्स और एक्टिविस्ट्स ने इसे अनुचित बताया। वायरल होने से #JamiaExamControversy ट्रेंड। यूनिवर्सिटी ने कहा, परीक्षा इंटेग्रिटी पर कोई समझौता नहीं। प्रोफेसर की पहचान अभी डिस्क्लोज नहीं।
जामिया का अकादमिक कल्चर: बैकग्राउंड
जामिया दिल्ली की टॉप सेंट्रल यूनिवर्सिटी। 30,000+ स्टूडेंट्स, 100+ कोर्सेज। सोशल वर्क डिपार्टमेंट रिसर्च-फील्डवर्क पर फोकस। लेकिन 2019 CAA विरोध प्रदर्शन से विवादों में। यूनिवर्सिटी अकादमिक फ्रीडम और स्टैंडर्ड्स बैलेंस करती। सस्पेंशन से मैसेज – गलती पर जीरो टॉलरेंस।
5 FAQs
- जामिया प्रोफेसर को क्यों सस्पेंड किया?
BA सोशल वर्क परीक्षा के विवादित प्रश्न पर सोशल मीडिया विवाद। - विवादित प्रश्न किस पेपर का था?
सेमेस्टर-I ‘सोशल प्रॉब्लम्स इन इंडिया’। - यूनिवर्सिटी ने क्या एक्शन लिया?
इंक्वायरी कमिटी बनाई, सस्पेंड पेंडिंग रिपोर्ट। - जामिया कब स्थापित हुई?
1988, संसद एक्ट से सेंट्रल यूनिवर्सिटी। - आगे क्या होगा?
कमिटी रिपोर्ट पर एक्शन, स्टैंडर्ड्स अपहोल्ड।
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