किरण अब्बावरम की नई तेलुगु K-Ramp Film Review को Twitter पर जमकर बुरे रिव्यू मिल रहे हैं। नेटिजन्स फिल्म को थकाऊ और निराशाजनक बता रहे हैं। जानें क्या है फिल्म की कमियां और क्या कह रहे हैं दर्शक।
K-Ramp Twitter Review: नेटिजन्स ने किरण अब्बावरम की फिल्म को बताया ‘थकाऊ’, जमकर हुई बैशिंग
तेलुगु सिनेमा में एक नई फिल्म रिलीज होती है तो सोशल मीडिया, खासकर ट्विटर, उसकी पहली जूरी बनकर उभरता है। किरण अब्बावरम की नई फिल्म ‘K-Ramp’ के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है। फिल्म के रिलीज होते ही ट्विटर पर एक्टर और फिल्म के हैशटैग ट्रेंड करने लगे, लेकिन दुर्भाग्य से सही कारणों से नहीं। जहां फिल्ममेकर्स ने दर्शकों का दिल जीतने की कोशिश की, वहीं ट्विटर पर नेटिजन्स ने फिल्म की ऐसी-तैसी कर दी और इसे ‘थकाऊ’ और ‘निराशाजनक’ तक बता डाला।
अगर आप भी सोच रहे हैं कि K-Ramp मूवी टिकट का पैसा खर्च करने लायक है या नहीं, तो यह लेख आपके लिए है। हम लाए हैं ट्विटर पर मिले फिल्म के रिव्यूज का एक व्यापक विश्लेषण, ताकि आप तय कर सकें कि आपको यह फिल्म देखनी चाहिए या नहीं।
K-Ramp की स्टोरी और कास्ट क्या है?
‘K-Ramp’ एक एक्शन-ड्रामा फिल्म है जिसमें किरण अब्बावरम मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म को विवेक काश्यप ने डायरेक्ट किया है। फिल्म की कहानी एक युवक के इर्द-गिर्द घूमती है जो सिस्टम के खिलाफ लड़ता है और अपने परिवार के लिए न्याय हासिल करने की कोशिश करता है। हीरोइन की भूमिका में केतकी और अन्य महत्वपूर्ण भूमिकाओं में तनिकेला भराणी और राघवन जैसे कलाकार हैं।
लेकिन, ट्विटर यूजर्स के मुताबिक, फिल्म की कहानी में कोई नयापन नहीं है और यह पुराने और घिसे-पिटे फॉर्मूले पर ही चलती है।
ट्विटर पर क्या चल रहा है? नेटिजन्स की प्रतिक्रियाएं
फिल्म रिलीज के कुछ ही घंटों के अंदर #KRamp और #KiranAbbavaram जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। ज्यादातर ट्वीट्स फिल्म के खिलाफ थे और दर्शक अपनी निराशा जाहिर कर रहे थे। आइए देखते हैं कि दर्शकों ने फिल्म के किन पहलुओं पर सबसे ज्यादा सवाल उठाए।
कहानी और स्क्रिप्ट को लेकर नाराजगी
ज्यादातर यूजर्स ने फिल्म की कहानी और स्क्रिप्ट को सबसे बड़ा कमजोर पॉइंट बताया। उनका कहना है कि फिल्म की कहानी पूरी तरह से प्रिडिक्टेबल है और इसमें कोई सरप्राइज एलिमेंट नहीं है।
- एक यूजर @TeluguCinemalu ने लिखा, “#KRampMovie एक ऐसी फिल्म है जहां आप हर सीन आने से पहले ही अंदाजा लगा सकते हैं कि अब आगे क्या होने वाला है। स्क्रिप्ट लिखते वक्त डायरेक्टर ने दर्शकों की इंटेलिजेंस को बिल्कुल नहीं समझा।”
- दूसरे यूजर @MovieBuff_Rohit ने ट्वीट किया, “तीन घंटे की फिल्म जिसमें कहानी नाम की कोई चीज ही नहीं है। #KRampReview बस हीरो एंट्री, फाइट, गाना, और रिपीट। बोरिंग से भी बोरिंग।”
एक्टिंग और डायलॉग को लेकर मिले-जुले रिएक्शन
किरण अब्बावरम के एक्शन और डांस को कुछ यूजर्स ने पसंद किया, लेकिन ज्यादातर का मानना है कि उनकी एक्टिंग में कोई खास बदलाव नहीं आया है और वह हमेशा की तरह के रोल में ही नजर आए हैं।
- यूजर @Cine_Tolly ने लिखा, “किरण अब्बावरम की एक्टिंग ठीक है, लेकिन उन्हें अब एक जैसे रोल लेना बंद करना चाहिए। डायलॉग बिल्कुल भी इम्पैक्टफुल नहीं हैं, जो तेलुगु सिनेमा में एक बड़ी कमी है।”
- एक फैन @KiranFanClub ने कोशिश करते हुए लिखा, “किरण ने एक्शन सीन्स में अच्छा परफॉर्म किया है, लेकिन उन्हें एक बेहतर स्क्रिप्ट की जरूरत है। #KRamp में उनकी क्षमता का सही इस्तेमाल नहीं हुआ।”
निर्देशन और एडिटिंग पर सवाल
कई ट्विटर यूजर्स ने फिल्म के निर्देशन और एडिटिंग पर भी सवाल उठाए। उनका कहना है कि फिल्म की पेसिंग बहुत ही खराब है और कहानी आगे नहीं बढ़ पाती।
- एक फिल्म क्रिटिक @TeluguReviewer ने ट्वीट किया, “#KRamp की डायरेक्शन बिल्कुल weak है। फिल्म का पहला हाफ तो बस किसी तरह निकलता है, और दूसरा हाफ इतना धीमा और उलझा हुआ है कि नींद आने लगती है। विवेक काश्यप को डायरेक्टर के तौर पर और मेहनत करनी चाहिए।”
- यूजर @BoxOfficeTolly ने लिखा, “फिल्म की एडिटिंग इतनी बेकार है कि लगता है किसी ने रैंडम सीन्स जोड़ दिए हैं। कोई भी सीन दूसरे से सही तरीके से कनेक्ट नहीं होता।”
क्या फिल्म का कोई पॉजिटिव पहलू भी है?
हालांकि ज्यादातर रिव्यू नेगेटिव हैं, लेकिन कुछ यूजर्स ने फिल्म की संगीत और सिनेमैटोग्राफी की तारीफ की। कुछ गानों और एक्शन सीक्वेंस की फिल्मिंग को अच्छा बताया गया।
- यूजर @MusicLover_TF ने लिखा, “#KRamp के बैकग्राउंड स्कोर और कुछ गाने ठीक हैं। लेकिन गाने स्टोरी का हिस्सा नहीं बन पाए हैं, बीच में ही अटके लगते हैं।”
क्या K-Ramp देखनी चाहिए?
ट्विटर पर मिले रिव्यू और रिएक्शन के आधार पर कहा जा सकता है कि ‘K-Ramp’ दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई है। अगर आप एक फ्रेश स्टोरी, बेहतरीन एक्टिंग और टाइट स्क्रिप्ट की उम्मीद लगाकर थिएटर जा रहे हैं, तो आपको निराशा हाथ लग सकती है।
फिल्म की कहानी का पुराना फॉर्मूला, प्रिडिक्टेबल प्लॉट और खराब पेसिंग इसे एक ‘थकाऊ’ अनुभव बना देती है। हालांकि, अगर आप किरण अब्बावरम के डेडिकेटेड फैन हैं और सिर्फ उन्हें देखने के लिए फिल्म देखना चाहते हैं, तो आप OTT पर इसके आने का इंतजार कर सकते हैं। थिएटर में टिकट का पैसा खर्च करना इस मामले में सही नहीं लगता।
ट्विटर का वर्ड-ऑफ-माउथ अक्सर फिल्मों के भाग्य का फैसला करता है और ‘K-Ramp’ के मामले में यह वर्ड-ऑफ-माउथ बेहद नकारात्मक है। ऐसा लगता है कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भी कोई खास कमाल नहीं दिखा पाएगी।
FAQs
1. K-Ramp फिल्म का डायरेक्टर कौन है?
K-Ramp फिल्म का निर्देशन विवेक काश्यप ने किया है।
2. क्या K-Ramp फिल्म OTT पर उपलब्ध है?
नहीं, फिल्म अभी सिनेमाघरों में चल रही है। ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आने में इसे कुछ हफ्तों या महीनों का समय लग सकता है।
3. K-Ramp फिल्म की लंबाई (रनटाइम) कितनी है?
फिल्म की कुल रनटाइम लगभग 2 घंटे 30 मिनट से 2 घंटे 45 मिनट के बीच है, जिसे दर्शकों ने बहुत लंबा और धीमा बताया है।
4. क्या फिल्म की कहानी में कोई यूनिक पहलू है?
ट्विटर रिव्यू के अनुसार, फिल्म की कहानी बिल्कुल भी यूनिक नहीं है और यह तेलुगु सिनेमा में पहले कई बार दोहराए जा चुके फॉर्मूले पर ही आधारित है।
5. क्या बच्चे इस फिल्म को देख सकते हैं?
फिल्म एक एक्शन ड्रामा है, जिसमें एक्शन और वायलेंस के सीन्स हैं। इसलिए, यह छोटे बच्चों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकती।
6. क्या फिल्म के क्रेडिट सीन्स के बाद कोई सीन है?
ऐसी कोई रिपोर्ट्स नहीं आई हैं कि फिल्म के अंत में या क्रेडिट्स के दौरान कोई स्पेशल सीन है। ज्यादातर दर्शकों ने फिल्म खत्म होते ही थिएटर छोड़ दिया।
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