Kanpur में एक 20 वर्षीय युवती की हत्या के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने Instagram पर दोस्ती के बाद झगड़े में युवती की हत्या कर शव को Yamuna में फेंक दिया।
कानपुर में Instagram फ्रेंडशिप बना जानलेवा, प्रेमी ने गला घोंटा, सेल्फी लेकर शव सूटकेस में डाला
कानपुर में इंस्टाग्राम पर शुरू हुई दोस्ती का अंजाम दर्दनाक मर्डर में हुआ। पुलिस ने 20 वर्षीय आकांक्षा की हत्या के मामले में दो युवकों – सूरज और उसके मित्र आशीष – को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि सूरज ने आकांक्षा को गला घोंटकर मार डाला और उसका शव सूटकेस में रखकर 95 किलोमीटर दूर बांदा स्थित यमुना नदी में फेंक दिया।
घटनाक्रम का विवरण
आकांक्षा, जो अपनी बड़ी बहन प्रतीक्षा के साथ बर्रा, कानपुर में रहती थी, करीब एक साल पहले सूरज से इंस्टाग्राम के जरिए मिली थी। सूरज ने पहले उसे बर्रा के एक रेस्टोरेंट में और फिर हनुमंत विहार क्षेत्र में नौकरी दिलवाई थी। बाद में उसने आकांक्षा के लिए किराए का कमरा भी दिलवाया था।
हत्या का कारण और पुलिस की कार्रवाई
पुलिस के अनुसार, सूरज की किसी अन्य महिला से निकटता की वजह से आकांक्षा के साथ उसका विवाद हुआ। 21 जुलाई को बहस के बाद सूरज ने क्रोधित होकर उसका गला घोंट दिया। इसके बाद अपने मित्र आशीष की मदद से शव को सूटकेस में रखकर दूर चिल्ला घाट, बांदा ले जाकर यमुना में फेंका। आरोपियों ने शव के साथ सेल्फी भी ली थी, जिसे अब पुलिस ने सबूत के तौर पर जब्त किया है।
पुलिस जांच और परिवार की प्रतिक्रिया
आकांक्षा की मां ने 22 जुलाई से ही बेटी की तलाश शुरू कर दी थी, लेकिन गुमशुदगी रिपोर्ट 8 अगस्त को दर्ज हुई। 16 सितंबर को सुरज पर विशेष केस दर्ज होने के बाद पुलिस की जांच में मोबाइल रिकॉर्ड व लोकेशन डिटेल के आधार पर दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। सूरज ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
पुलिस के अनुसार
पुलिस जांच में पता चला कि हत्या के बाद आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए आकांक्षा का मोबाइल ट्रेन में छिपा दिया था।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1: हत्या का कारण क्या बताया गया?
A: प्रेम संबंधों में खटास और अन्य महिला से रिश्ते की जानकारी पर झगड़ा हुआ था।
Q2: पुलिस ने कब किसे गिरफ्तार किया?
A: 16 सितंबर को सूरज और आशीष को गिरफ्तार किया गया।
Q3: शव का क्या हुआ?
A: शव को सूटकेस में बंद कर 95 किमी दूर यमुना नदी में फेंका गया।
Q4: शुरू में पुलिस कार्रवाई में देरी क्यों हुई?
A: परिवार की बार-बार कोशिशों के बाद भी गुमशुदगी रिपोर्ट कई दिन बाद दर्ज हुई।
Q5: पुलिस को सुराग कैसे मिला?
A: कॉल डिटेल रिकॉर्ड और लोकेशन ट्रैकिंग से घटनास्थल की पुष्टि हुई।
Q6: केस की वर्तमान स्थिति क्या है?
A: आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है और पुलिस शव की खोज जारी रखे है।
यह मामला दिखाता है कि सोशल मीडिया पर बढ़ती दोस्ती किस हद तक खतरनाक हो सकती है, और परिवार व पुलिस को गुमशुदगी मामलों में शुरू से ही तत्पर रहना चाहिए।
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