बौआ कला : झारखंडी संस्कृति और आदिवासी व मूलवासी की पहचान करमा परब हर्षोल्लास के साथ बौआ कला उत्तर पंचायत के विभिन्न ग्राम बड़की बौआ, सतीटांड़, सोरीटांड़, काड़ामारा, बड़की बौआ 7 नंबर में मनाया गया। सम्पूर्ण पंचायत के सैकड़ों महिलाओं एवं युवतियों ने धूमधाम से इस पर्व को मनाया।मुखिया भीम लाल रजक एवं पंचायत समिति सदस्य लक्ष्मीनारायण रजक उर्फ शंकर रजक ने अंतिम दिन विभिन्न टोलो में जाकर व्रतियों को बधाई दी।

मुखिया ने कहा कि माताओं, बहनों ने ही हमारी संस्कृति को बचाकर रखा हैं।यह परंपरा हमारे पूर्वजों के समय से चली आ रहीं हैं।जो हमारी पहचान और धरोहर हैं।नई पीढ़ियों को इससे जानने सीखने का मौका मिलता हैं।
पंचायत समिति सदस्य ने कहा कि करमा परब करम-देवता की पूजा के लिए समर्पित है। यह अच्छी फसल और स्वास्थ्य के लिए मनाया जाता है।साथ में शिव कुमार महतो, प्रमोद रवानी, देवनारायण महतो, रवि राज प्रसाद, प्रकाश रवानी, गोपीनाथ महतो, संजय कुम्हार, राजेंद्र महतो , रिंकू पांडे एवं अन्य मौजूद रहें।
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