साबरिमाला मंदिर सोने की चोरी मामले में बीजेपी ने केरल राज्य सचिवालय के बाहर दिन-रात विरोध शुरू किया। पार्टी ने सरकार और मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए।
केरल सचिवालय के बाहर बीजेपी का जोरदार विरोध प्रदर्शन, सरकार पर आरोप
साबरिमाला सोने की चोरी मामले में बीजेपी का संगठनात्मक विरोध – केरल सचिवालय के बाहर दिन-रात प्रदर्शन
साबरिमाला मंदिर में गोल्ड प्लेटिंग के दौरान सोने की चोरी के मामले ने पूरे देश में सियासी उबाल ला दिया है। इस मामले में केरल बीजेपी ने राज्य सचिवालय के बाहर दिन-रात धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पार्टी का आरोप है कि राज्य सरकार और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन दोषियों की रक्षा कर रहे हैं।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर, अन्य नेता और कार्यकर्ता लगातार राज्य सचिवालय के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठे हैं। उन्होंने सरकार पर मंदिर की पवित्रता का अपमान करने और चोरी की जांच में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।
केरल उच्च न्यायालय के निर्देश पर बनाए गए विशेष जांच दल (SIT) ने बेंगलुरु के व्यापारी उन्निकृष्णन पोटी को गिरफ्तार किया है। वे सोने की प्लेटिंग का प्रायोजक थे। इसके साथ ही पूर्व देवास्वोम प्रशासनिक अधिकारी मुरारी बाबू को भी गिरफ्तार किया गया है।
बीजेपी के नेता दावा कर रहे हैं कि सरकार इस घोटाले को दबाने की कोशिश कर रही है। वहीं विपक्ष कर रही है कि पुलिस कार्रवाई निष्पक्ष हो। पार्टी ने प्रदर्शन के जरिए जनता के अधिकारों की रक्षा का संकल्प लिया है।
साबरिमाला मंदिर हिन्दुओं के लिए अत्यंत पूजनीय शिविर है। मंदिर की शोभा बढ़ाने के लिए सोने की प्लेटिंग की गई थी, लेकिन उसमें हुई अनियमितताओं ने पूरी जनता को आहत किया है।
| घटना | तारीख | मुख्य व्यक्ति/संस्था | विवरण |
|---|---|---|---|
| सोने की चोरी का खुलासा | 2025 | केरल हाई कोर्ट | स्वयं जाच शुरू की |
| गिरफ्तारी | 2025 | उन्निकृष्णन पोटी, मुरारी बाबू | व्यापारी और पूर्व अधिकारी |
| बीजेपी प्रदर्शन शुरू | अक्टूबर 2025 | राजीव चंद्रशेखर, कार्यकर्ता | सचिवालय के बाहर दिन-रात धरना |
यह मामला धार्मिक चेतना और राजनीतिक टकराव का नया केंद्र बना हुआ है। विभिन्न दल इस मुद्दे को लेकर जनता का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं।
FAQs
- साबरिमाला सोने की चोरी का मामला कब सामने आया?
- बीजेपी ने प्रतिक्रिया स्वरूप क्या कदम उठाए हैं?
- SIT जांच में अब तक क्या प्रगति हुई है?
- उन्निकृष्णन पोटी कौन हैं और उनकी भूमिका क्या थी?
- सरकार ने इस मामले में क्या जवाब दिया है?
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