तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में भारी बारिश के कारण पाल्लाथुर झील ओवरफ्लो हो गई, आसपास के खेतों और गांवों में बाढ़ का खतरा। प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग।
तमिलनाडु के वेल्लोर जिला में भारी बारिश से झील ओवरफ्लो, कई गांव प्रभावित
तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में रविवार रात भारी बारिश के चलते पाल्लाथुर झील पूरी तरह से भरकर ओवरफ्लो हो गई। इससे झील का पानी कनाару नाले के जरिए 20 से अधिक गांवों में फैल गया, जिससे कई किसान और ग्रामीण प्रभावित हुए हैं।
स्थानीय मौसम विभाग ने पहले ही वेल्लोर सहित कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था। वेल्लोर के लट्टेरी और आसपास के क्षेत्रों में बारिश सबसे अधिक रही, जिससे पल्लाथुर झील पूरी क्षमता से ऊपर बह निकली। झील का अतिरिक्त पानी कनाару नाले में गया, लेकिन नाले की समय पर सफाई नहीं होने से पानी नाले के किनारों से बहकर खेतों में और कोरैपट्टारई गांव में घुस गया। अज्ञात संख्या में किसानों की फसलें डूब गईं और कई घरों में भी पानी प्रवेश कर गया।
बारिश का सिलसिला अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है। ऐसे में गांव वालों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि कनाару नाले की सफाई और ब्लॉकेज हटाने की कार्रवाई तत्काल की जाए, जिससे आगे नुकसान को रोका जा सके।
हाल ही में IMD ने वेल्लोर के लिए “आंधी के साथ बिजली गिरने” का अलर्ट दिया है जो 16 अक्टूबर तक रहेगा।
उधर, कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में भी भारी वर्षा के बाद ‘कलबुर्गी बंद’ की घोषणा की गई है। प्रदर्शनकारी किसानों ने तीन प्रमुख मांगें रखी हैं: ऋण माफ़ी, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (NDRF) से मदद, और प्रति एकड़ 25,000 रुपये मुआवजा।
(FAQs):
- वेल्लोर जिले में कौन-सी झील ओवरफ्लो हुई?
पाल्लाथुर झील। - कनाaru नाले से कितने गांव प्रभावित हुए?
20 से अधिक गांव पानी की चपेट में आए। - प्रशासन ने क्या कदम उठाए हैं?
स्थानीय लोग प्रशासन से नाले की सफाई और ब्लॉकेज हटाने की मांग कर रहे हैं। - मौसम विभाग का भविष्यवाणी क्या है?
16 अक्टूबर तक आंधी और बिजली गिरने का अलर्ट जारी है। - किसानों को किस प्रकार की समस्या आई है?
खेतों में पानी घुस गया, जिससे फसलें नष्ट हुईं। - कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में क्या हो रहा है?
वहाँ भी भारी बारिश के बाद बंद और मुआवजे की मांग हो रही है।
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