Maharashtra में Monsoon के दौरान बारिश-संबंधित घटनाओं में 337 लोगों की मौत हुई, जबकि फसल नुकसान और आर्थिक क्षति के लिए सरकार ने 31,628 करोड़ रुपये का मुआवजा घोषित किया है।
बारिश के कारण Maharashtra में हुई 337 मौतें
महाराष्ट्र में मानसून के दौरान बारिश-संबंधित घटनाओं में 337 लोगों की मौत, सरकार ने किसानों के लिए 31,628 करोड़ रुपये का मुआवजा घोषित किया
महाराष्ट्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 के खरीफ सत्र के दौरान विभिन्न बारिश-संबंधित घटनाओं जैसे बाढ़, बिजली गिरने, और भूस्खलन के कारण राज्य में कुल 337 लोगों की मौत हुई है। मई से सितंबर तक जारी इस अवधि में महाराष्ट्र के कई क्षेत्रों को भारी बारिश से झटका लगा।
- वर्षा और बाढ़ से 337 लोगों की जान गई, जिसमें डूबने वाले, फंसे और बिजली गिरने के शिकार शामिल हैं।
- 5,085 पशु, 4,390 अन्य पालतू जानवर और 1,87,498 मुर्गियां भी मृत हुईं।
- 2,159 मकान पूरी तरह तबाह, 42,622 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा।
- 68.69 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि पर फसलें प्रभावित हुईं, खासतौर पर मराठवाड़ा क्षेत्र में भारी नुकसान।
- बीड, नांदेड़, यवतमाल जैसे जिलों में फसल नुकसान बहुत बड़ा था।
देवेंद्र फडणवीस की महायुति सरकार ने बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए कुल ₹31,628 करोड़ का मुआवजा पैकेज घोषित किया है, जिससे फसल क्षति और आर्थिक नुकसान की भरपाई की जाएगी।
सरकार राहत कार्यों और पुनर्वास के लिए काम कर रही है, साथ ही भूस्खलन और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के उपायों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
FAQs
- महाराष्ट्र में मानसून के दौरान कितनी मौतें हुईं?
337। - कौन-कौन से जिलों में सबसे अधिक नुकसान हुआ?
मराठवाड़ा क्षेत्र के बीड, नांदेड़, यवतमाल, और अन्य। - फसल नुकसान कितना है?
लगभग 68.69 लाख हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित। - सरकार ने मुआवजे के लिए कितनी राशि जारी की?
₹31,628 करोड़। - नुकसान में पशुधन का भी शामिल है?
हाँ, कई हजार जानवर मरे हैं। - सरकार आगे क्या कदम उठा रही है?
राहत, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन को मजबूत करना।
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