कैलिफोर्निया में 4 साल से चल रहे बड़े कार्गो चोरी गिरोह का पर्दाफाश। 11 भारतीय मूल के ट्रक ऑपरेटर गिरफ्तार, एफबीआई और पुलिस ने की संयुक्त कार्रवाई।
अमेरिका में फर्जी ट्रकिंग कंपनियों का जाल, करोड़ों की कार्गो चोरी
अमेरिका में “सिंह ऑर्गनाइजेशन” का भंडाफोड़ – 11 भारतीय मूल के आरोपी गिरफ्तार
कैलिफोर्निया में हुए एक बड़े कार्गो चोरी रैकेट ने अमेरिकी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को हिला दिया है। इस मामले में कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें से 11 भारतीय मूल के हैं। यह गिरोह पिछले चार वर्षों से सक्रिय था और खुद को वैध ट्रकिंग कंपनियों के रूप में पेश कर लाखों डॉलर के माल की चोरी कर चुका था।
गिरोह का तरीका:
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, “सिंह ऑर्गनाइजेशन” नामक यह गिरोह असली ट्रकिंग कंपनियों के नाम पर या उनके दस्तावेजों का दुरुपयोग करके शिपिंग कॉन्ट्रैक्ट हासिल करता था। जब वे कॉन्ट्रैक्ट जीतते, तो माल उठाकर उसे असली स्थान पर भेजने के बजाय अन्य स्थान पर ले जाकर बेच देते थे। चोरी किए गए कार्गो में इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं, घरेलू उपकरण और अन्य महंगे प्रोडक्ट शामिल थे।
जांच में सामने आई साजिश:
सैन बर्नार्डिनो काउंटी शेरिफ विभाग ने बताया कि यह अपराध मार्च 2021 से जून 2025 के बीच कई राज्यों में हुआ। जांच में एफबीआई, कैलिफोर्निया हाईवे पेट्रोल, रिवरसाइड व लॉस एंजिलिस काउंटी पुलिस सहित कई एजेंसियां शामिल रहीं।
गिरफ्तार आरोपी:
- परमवीर सिंह, 29 वर्ष (रैंचो कुकामोंगा)
- संदीप सिंह, 31 वर्ष (सैन बर्नार्डिनो)
- मंदीप सिंह, 42 वर्ष (बेकरसफील्ड)
- रंजनोद्ध सिंह, 38 वर्ष (बेकरसफील्ड)
- गुरनैक सिंह चौहान, 40 वर्ष (फॉन्टाना)
- हरप्रीत सिंह, 26 वर्ष (रैंचो कुकामोंगा)
- अर्जप्रीत सिंह, 27 वर्ष (रैंचो कुकामोंगा)
- बिक्रमजीत सिंह, 27 वर्ष (सैक्रामेंटो)
- विक्रमजीत सिंह, 30 वर्ष (फॉन्टाना)
- हिम्मत सिंह खालसा, 28 वर्ष (वॉशिंगटन)
- नरायण सिंह, 27 वर्ष (फॉन्टाना)
- एल्गर हर्नांडेज़, 27 वर्ष (गैर-भारतीय मूल, फॉन्टाना)
आरोप:
इन सभी पर संघीय स्तर पर वॉयर फ्रॉड (wire fraud), इन्टरस्टेट शिपमेंट से चोरी, और क्रिमिनल फॉरफ़िचर (criminal forfeiture) जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
सिख समुदाय और ट्रकिंग सेक्टर पर असर:
हाल के महीनों में अमेरिकी सिख ड्राइवरों के नाम कई हादसों और अपराध मामलों में सामने आए हैं। 21 वर्षीय जस्सनप्रीत सिंह और 28 वर्षीय हरजिंदर सिंह जैसे ड्राइवरों की दुर्घटनाएं भी कैलिफोर्निया ट्रकिंग लाइसेंसिंग सिस्टम पर सवाल खड़े कर चुकी हैं।
आर्थिक प्रभाव और सुरक्षा पर चर्चा:
चार वर्षों में हुए इस कार्गो चोरी नेटवर्क ने अमेरिकी मार्केट में करोड़ों डॉलर का नुकसान पहुंचाया। अब विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रकिंग उद्योग में नई तकनीकें जैसे GPS लॉक्ड लॉजिस्टिक सिस्टम और रियल-टाइम ट्रैकर की अनिवार्यता जरूरी हो गई है।
| अपराध अवधि | राज्य शामिल | मुख्य एजेंसियां | चोरी का सामान | अनुमानित नुकसान |
|---|---|---|---|---|
| 2021–2025 | कैलिफोर्निया, वाशिंगटन, फ्लोरिडा | FBI, San Bernardino Sheriff | इलेक्ट्रॉनिक्स, उपकरण, कंज्यूमर गुड्स | करोड़ों डॉलर |
यह केस प्रवासी भारतीय समुदाय के लिए एक चेतावनी है कि विदेश में छोटी गलतियाँ भी बड़ी कानूनी मुश्किलें बन सकती हैं। वहीं, अमेरिका के कार्गो सेक्टर में यह मामला नए सुरक्षा कानूनों की आवश्यकता को भी दर्शाता है।
FAQs (5 in Hindi)
- “सिंह ऑर्गनाइजेशन” क्या है और इसका संचालन कैसे होता था?
- कार्गो चोरी की यह घटना किन वर्षों में फैली हुई थी?
- गिरफ्तार आरोपियों पर कौन से आरोप लगाए गए हैं?
- इस मामले की जांच किन एजेंसियों ने की?
- भारतीय मूल के ड्राइवरों से जुड़े अन्य हालिया मामले कौन-कौन से हैं?
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