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मोदी-पुतिन मीटिंग में बिजनेस डील्स: एक्सपोर्टर्स को रूस से मिलेगा बड़ा ऑर्डर?

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Russian Business Blitz in Delhi: What Indian CEOs Expect from Putin's Visit
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पुतिन की दिल्ली यात्रा में भारतीय CEOs और एक्सपोर्टर्स रूसी डेलिगेशन से मिलेंगे। ट्रेड बढ़ाने पर फोकस, नई डील्स की उम्मीद। मोदी के साथ मीटिंग में क्या होगा? पूरी खबर पढ़ें। 

दिल्ली में रूस-भारत बिजनेस समिट: CEOs तैयार, ट्रेड डील्स पर क्या फैसला?

पुतिन की दिल्ली यात्रा: भारतीय CEOs और एक्सपोर्टर्स को रूस से मिलेगा व्यापार का बड़ा बूस्ट?

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिसंबर में दिल्ली आ रहे हैं और इस दौरान भारतीय CEOs व एक्सपोर्टर्स के साथ रूसी डेलिगेशन की अहम बैठक होगी। मनीकंट्रोल की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट के मुताबिक, यह मीटिंग पीएम नरेंद्र मोदी और पुतिन की द्विपक्षीय वार्ता के साथ ही होगी। दोनों देश ट्रेड को 100 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखे हुए हैं। पिछले साल ट्रेड 65 अरब डॉलर का रहा, जिसमें रूस से तेल आयात का बड़ा हाथ है।

यह विजिट यूक्रेन संकट के बीच हो रही है, जहां पुतिन अमेरिकी शांति प्रस्ताव पर बात करने को तैयार दिखे। लेकिन भारत के साथ रिश्ते मजबूत हैं। 2024 में 100 से ज्यादा डील्स हुईं, खासकर एनर्जी, डिफेंस और फार्मा में। भारतीय कंपनियां रूस के बाजार में एंट्री के लिए उत्सुक हैं।

भारत-रूस ट्रेड का इतिहास और वर्तमान स्थिति

1971 के बाद से रिश्ते मजबूत। सोवियत काल से डिफेंस में 60% सप्लाई। आजादी के बाद पहली बार ट्रेड इतना बढ़ा। 2022 में रूस ने सैंक्शंस के बावजूद भारत को डिस्काउंट ऑयल दिया। 2025 में आयात 45 अरब डॉलर, निर्यात 20 अरब। लक्ष्य 2030 तक 200 अरब।

रूस भारत को S-400, ब्रह्मोस जैसे हथियार बेचता। भारत रूस को दवाइयां, चाय, मसाले एक्सपोर्ट करता। BRICS में सहयोग बढ़ा। पुतिन की पिछली विजिट में 30 अरब डॉलर के समझौते हुए।

नीचे टेबल में ट्रेड ट्रेंड:

वर्षट्रेड वैल्यू (अरब $)मुख्य आयात (भारत)मुख्य निर्यात (भारत)
202250क्रूड ऑयलफार्मा, मशीनरी
202358तेल, कोयलाचाय, कपड़े
202465डिफेंस, उर्वरकऑटो पार्ट्स
2025 (अनु.)75+LNG, हीरेIT सर्विसेज

पुतिन विजिट में क्या चर्चा होगी?

CEO मीटिंग में एनर्जी, डिफेंस, फूड प्रोसेसिंग पर फोकस। रिलायंस, टाटा, अदानी जैसे ग्रुप्स हिस्सा लेंगे। एक्सपोर्टर्स फूड, टेक्सटाइल पर डील्स चाहते। रूस भारत को उत्तरी गलियारा देगा।

मोदी-पुतिन 22वीं वार्षिक समिट करेंगे। डिफेंस में AK-203 राइफल प्लांट, सु-30 अपग्रेड। न्यूक्लियर में कुडनकुलम यूनिट 4। स्पेस में गगनयान को-ऑपरेशन।

  • रूसी डेलिगेशन: ट्रेड मिनिस्टर, एनर्जी चीफ्स।
  • भारतीय तरफ: FICCI, CII लीडर्स।
  • अपेक्षित डील्स: 10-15 अरब डॉलर।
  • चुनौतियां: पेमेंट सिस्टम, सैंक्शंस।

प्रमुख सेक्टर्स जहां बूम होगा

  1. एनर्जी: रूस भारत का नंबर 1 ऑयल सप्लायर (40% शेयर)। रोज़नेफ्ट, गजप्रोम डील्स।
  2. डिफेंस: 15 अरब डॉलर पाइपलाइन। BrahMos-II हाइपरसोनिक।
  3. फार्मा: भारत रूस को 1 अरब डॉलर दवाइयां। जेनेरिक्स बूम।
  4. डायमंड्स: रूस 30% सप्लाई। सूरत ज्वेलर्स खुश।
  5. फूड: रूस व्हीट, सूरजमुखी तेल खरीदेगा।

आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-अक्टूबर 2025 में ट्रेड 40 अरब पार। ICMR जैसी संस्थाएं नहीं, लेकिन PIB डेटा कन्फर्म।

CEOs कौन-कौन मिलेंगे?

रिपोर्ट में नाम नहीं, लेकिन संभावित: मुकेश अंबानी (रिलायंस, ऑयल), रतन नवल Tata (टाटा, डिफेंस), गौतम अदानी (पोर्ट्स, एनर्जी), सुनील भार्थी (भارتی, टेलीकॉम)। एक्सपोर्टर्स FIEO से।

पिछली विजिट में 50 CEOs मिले। इस बार फोकस SMEs पर। रूस में भारतीय बिजनेस चैंबर सक्रिय।

आम भारतीयों पर असर

सस्ता तेल से पेट्रोल डलर 5-10 कम। डिफेंस जॉब्स बढ़ेंगी। एक्सपोर्ट से रोजगार। स्टॉक्स जैसे ONGC, BEL ऊपर जाएंगे। लेकिन सैंक्शंस से रिस्क।

टिप्स उद्योगपतियों के लिए:

  • रूसी भाषा सीखें।
  • रुपया-रuble स्वैप यूज करें।
  • VEB बैंक से फाइनेंस।
  • मॉस्को ट्रेड फेयर अटेंड करें।

चुनौतियां और अवसर

पश्चिमी सैंक्शंस से पेमेंट मुश्किल। लेकिन INSTC कॉरिडोर से समय बचत। यूक्रेन वॉर से रूस भारत पर निर्भर। भारत न्यूट्रल पॉलिसी से फायदा।

भविष्य की संभावनाएं

विजिट से 20 अरब ट्रेड एग्रीमेंट्स। 2026 में जॉइंट वेंचर्स। स्पेस में ISRO-ROSCOSMOS। पर्यटन बढ़ेगा।

यह यात्रा भारत की मल्टी-अलाइनमेंट पॉलिसी का सबूत।

5 FAQs

  1. प्रश्न: पुतिन कब दिल्ली आ रहे हैं?
    उत्तर: दिसंबर 2025 में, मोदी के साथ समिट। CEOs मीटिंग होगी।
  2. प्रश्न: मीटिंग में क्या चर्चा?
    उत्तर: ट्रेड, एनर्जी, डिफेंस। 100 अरब डॉलर लक्ष्य।
  3. प्रश्न: ट्रेड कितना है वर्तमान?
    उत्तर: 65 अरब डॉलर 2024 में। 2025 में 75+ अनुमान।
  4. प्रश्न: भारतीय CEOs कौन?
    उत्तर: रिलायंस, टाटा, अदानी जैसे। एक्सपोर्टर्स FIEO।
  5. प्रश्न: फायदे क्या?
    उत्तर: सस्ता तेल, जॉब्स, एक्सपोर्ट बूस्ट।
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