प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्णिया (बिहार) में 40,000 करोड़ रुपये से अधिक की रेलवे, हवाई, बिजली और जल प्रबंधन परियोजनाओं का शुभारंभ किया; उत्तर बिहार के विकास और कनेक्टिविटी को मिलेगा बूस्ट, जानिए हर महत्वूपर्ण पहलू।
उत्तर बिहार को मिलेगा बेहतर कनेक्टिविटी—जानिए पूर्णिया के विकास प्रोजेक्ट्स के पूरे फायदे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्णिया, बिहार में 40,000 करोड़ रुपये से अधिक की ऐतिहासिक विकास परियोजनाओं का शुभारंभ व शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में रेलवे को नई ट्रेन सेवाएं (वंदे भारत, अमृत भारत, पैसेंजर), विक्रमशिला-कटरिया रेल लाइन, डबलिंग प्रोजेक्ट्स और अररिया-गलगलिया रेल लाइन शामिल हैं। साथ ही, पूर्णिया एयरपोर्ट का नया टर्मिनल और पहली कमर्शियल उड़ान से सीमांचल की लंबी इंतजार खत्म हो गई है, जिससे उत्तर बिहार की हवाई कनेक्टिविटी मजबूत होगी।
भागलपुर के पीरपैंती में 3×800 मेगावाट की बिजली इकाई के शिलान्यास से राज्य की ऊर्जा सुरक्षा में भी जबरदस्त सुधार आएगा। जल प्रबंधन के संदर्भ में 2,680 करोड़ रुपये की कोसी-मेची नदी लिंक योजना और नहरों के उन्नयन से सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री आवास योजना में 40,000 से अधिक परिवारों को पक्के घर मिल गए हैं, जबकि क्लस्टर लेवल फेडरेशन को 500 करोड़ रुपये की सहायता भी वितरित की गई। सीएम ने इसे बिहार के लिए “डबल इंजन विकास” का नाम दिया, जिससे रोजगार, व्यापार, खेती, शिक्षा और आवास सभी पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
FAQs
- पूर्णिया में सबसे बड़ी शुरुआत किस क्षेत्र में हुई?
उत्तर: रेलवे, एयरपोर्ट, बिजली परियोजनाएं, जल प्रबंधन और आवास सभी में रिकॉर्ड निवेश हुआ। - क्या पूर्णिया एयरपोर्ट अब एक्टिव है?
उत्तर: हां, नया टर्मिनल बन चुका है और पहली फ्लाइट रवाना की गई। - क्या रेलवे सेवाओं में कुछ नया है?
उत्तर: वंदे भारत समेत कई नई ट्रेनें शुरू हुईं तथा रेल लाइनों का विस्तार व डबलिंग। - कोसी-मेची नदी लिंक का क्या महत्व है?
उत्तर: यह सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण व कृषि क्षेत्र के लिए रणनीतिक रूप से बेहद जरूरी है। - आम लोगों को क्या सीधे लाभ मिलेंगे?
उत्तर: पक्के घर, बिजली, बेहतर ट्रांसपोर्ट, बाढ़ सुरक्षा, नौकरियों का सृजन।
Leave a comment