RSS प्रमुख Mohan Bhagwat ने पहलगाम हमले के बाद देशों की प्रतिक्रियाओं को भारत के सच्चे मित्रों का आईना बताया और आत्मनिर्भरता की महत्ता पर ज़ोर दिया।
RSS प्रमुख Mohan Bhagwat बोले- स्वदेशी और आत्मनिर्भरता से ही भारत की सशक्तता संभव
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद विभिन्न देशों की प्रतिक्रियाओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इससे भारत के सच्चे दोस्त और उनके रिश्ते की गहराई का पता चला। उन्होंने भारत की सुरक्षा के लिए सतर्कता और अधिक सशक्त बनने की आवश्यकता पर बल दिया।
हमले के बाद की वैश्विक प्रतिक्रिया
भागवत ने कहा कि हालांकि भारत अन्य देशों के साथ दोस्ताना संबंध बनाए रखेगा, लेकिन सुरक्षा के मामले में हमें और सावधान एवं मजबूत रहना होगा। पहलगाम घटना के बाद विभिन्न देशों के रुख ने यह स्पष्ट कर दिया कि कौन भारत के वास्तविक मित्र हैं और उनका साथ कितना दृढ़ है।
आतंकवाद और सामाजिक जागरूकता
उन्होंने राज्य सरकारों और समाज की भूमिका पर भी ज़ोर दिया, कि आतंकवादियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई हो तथा समाज भी उनके विरोध में खड़ा हो। उन्होंने कहा कि जो लोग व्यवस्था की सुस्ती से नाराज़ हैं, वे अक्सर चरमपंथियों की शरण लेते हैं, इसलिए न्याय, विकास और संवेदनशीलता की योजनाओं को लागू करना आवश्यक है ताकि लोगों का सिस्टम पर भरोसा बढ़े।
आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी पर विचार
भागवत ने आत्मनिर्भरता को भारत की सच्ची ताकत बताया और कहा कि व्यापारिक निर्भरता से देश की स्वतंत्रता प्रभावित नहीं होनी चाहिए। उन्होंने स्वदेशी और स्वावलंबन को बढ़ावा देने की अपील की, ताकि भारत अपनी मंशा और ताकत से काम कर सके।
RSS की स्थापना का संक्षिप्त परिचय
भागवत ने RSS के स्थापना शताब्दी के मौके पर संगठन के इतिहास का स्मरण करते हुए कहा कि यह संस्था न केवल राष्ट्रीय एकता में योगदान देती है बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक मजबूती की भी नींव रखती है।
मोहन भागवत के विचार भारत की सुरक्षा, सामाजिक समरसता, और आर्थिक स्वावलंबन के लिए प्रेरक हैं, जो देश को वैश्विक मंच पर मजबूत बनाने में मदद करेंगे।
FAQs
- मोहन भागवत ने पहलगाम हमले के बाद क्या कहा?
- भारत के सच्चे दोस्त कौन हैं, भागवत ने इसे कैसे परिभाषित किया?
- आतंकवाद के खिलाफ राज्य और समाज को क्या भूमिका निभानी है?
- आत्मनिर्भर भारत का क्या महत्व है?
- स्वदेशी और स्वावलंबन पर भागवत के क्या विचार हैं?
- RSS की स्थापना और उसका मिशन क्या है?
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