RSS प्रमुख मोहन भागवत ने मणिपुर में सरकार गठन की जरूरत को ज़रूरी बताया और चेतावनी दी कि विनाश क्षणिक है, लेकिन निर्माण में वर्षों लगते हैं।
मणिपुर संकट पर मोहन भागवत की चेतावनी: समाज का विघटन न हो
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने मणिपुर की ताजा स्थिति पर कहा कि राज्य में सरकार बनाना बेहद आवश्यक है, क्योंकि विनाश दो मिनट का काम है, लेकिन निर्माण में वर्षों लगते हैं। इंफाल में एक संवाद कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, “मणिपुर में सरकार अवश्य होनी चाहिए, और इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।”
सामाजिक और सांस्कृतिक एकता पर जोर
भागवत ने ज़ोर देकर कहा कि समाज को विविध आधारों पर टूटने से बचाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि, “शांति जल्दी आ सकती है, लेकिन आंतरिक शांति लाने में समय लगेगा।”
RSS की भूमिका और पहचान
उन्होंने RSS को अन्य संगठनों से अद्वितीय बताया और कहा कि संगठन का उद्देश्य संपूर्ण हिंदू समाज को संगठित करना है। उनके मुताबिक, “हिंदू केवल संज्ञा नहीं बल्कि विशेषण है”—यह एक सांस्कृतिक और सभ्यतागत पहचान है, न कि केवल धार्मिक।
मणिपुर की वर्तमान स्थिति
मई 2023 से मणिपुर में कूकी-जो और मैतेई समुदायों के बीच हिंसक झड़पों में 260 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, और हजारों बेघर हो गए हैं। वर्तमान में राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू है और विधानसभा निलंबित है।
संदेश और अपील
भागवत ने निर्माण और सामाजिक स्थिरता के लिए सभी समुदायों से मिलकर काम करने और पारंपरिक सांस्कृतिक एकता को मजबूत करने का आह्वान किया।
FAQs:
- मोहन भागवत ने मणिपुर संकट पर क्या कहा?
उत्तर: सरकार गठन जरूरी है, विनाश आसान है, निर्माण में वक्त लगता है। - RSS की भूमिका को भागवत ने कैसे बताया?
उत्तर: RSS का उद्देश्य संपूर्ण हिंदू समाज को संगठित करना और समाज में एकता लाना है। - मणिपुर में हिंसा के कौन-कौन से कारण हैं?
उत्तर: कूकी-जो और मैतेई समुदायों के बीच टकराव, सांप्रदायिक तनाव। - मणिपुर की वर्तमान प्रशासनिक स्थिति क्या है?
उत्तर: राष्ट्रपति शासन लागू है, विधानसभा निलंबित। - भागवत ने समाज के लिए क्या संदेश दिया?
उत्तर: आंतरिक शांति लाने, सामाजिक एकता और निर्माण के लिए मिलकर काम करने की अपील की।
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