नेपाल के प्रधानमंत्री KP शर्मा ओली ने भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया प्रतिबंधों को लेकर हुए व्यापक जनजागृति प्रदर्शन के बाद इस्तीफा दे दिया। जानिए प्रदर्शन की वजह और घटनाक्रम।
नेपाल के पीएम KP शर्मा ओली ने भ्रष्टाचार विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के बाद इस्तीफा दे दिया। जानिए घटनाक्रम, प्रदर्शन के कारण और राजनीतिक परिणाम।
नेपाल के पीएम KP ओली का इस्तीफा: हिंसक भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शन और राजनीतिक अस्थिरता
नेपाल के प्रधानमंत्री KP शर्मा ओली ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया, जो वर्षों की सबसे हिंसक कार्रवाई के बाद हुआ जिसमें कम से कम 19 लोगों की मौत हुई और देशभर में प्रदर्शन फिर से भड़के। इस्तीफे के बाद राजनीतिक दल नई सरकार बनाने के लिए कड़ी मशक्कत करने लगे हैं।
प्रदर्शन की वजहें और स्थिति
- प्रदर्शन मुख्यतः भ्रष्टाचार के खिलाफ थे, साथ ही बेरोजगारी और सोशल मीडिया प्रतिबंधों ने जनता की नाराजगी बढ़ाई।
- सोशल मीडिया बैन के चलते फेसबुक, यूट्यूब और X जैसे प्लेटफॉर्म बंद थे, जिसे बाद में हटाया गया।
- राजधानी काठमांडू में प्रदर्शन हिंसक हुए, पुलिस वोल्ट्स के बीच कम से कम 19 लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए।
राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव
- युवा वर्ग, खासकर 15 से 40 वर्ष के लोग, इस आंदोलन के मुख्य वाहक थे जो भ्रष्टाचार, असमानता और अवसरों की कमी से बेहद नाराज थे।
- KP ओली ने सभी दलों से बातचीत की पहल की, लेकिन बढ़ती हिंसा के चलते इस्तीफा उनकी अस्थिर स्थिति का संकेत है।
- अमनेस्टी इंटरनेशनल और संयुक्त राष्ट्र ने पुलिस की कार्रवाई की जांच की मांग की है।
भविष्य की चुनौतियां
- नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ेगी, नए सरकार बनाने की प्रक्रिया जटिल होगी।
- युवा पीढ़ी की उम्मीदें और दबदबा राजनीतिक दिशा को प्रभावित करेंगे।
- सरकारी प्रणाली में सुधार और पारदर्शिता की मांग तेज होगी।
FAQs:
- KP ओली ने इस्तीफा क्यों दिया?
- नेपाल में विरोध प्रदर्शन कब शुरू हुए और उनकी मुख्य मांगें क्या थीं?
- प्रदर्शन में हिंसा कैसे भड़क उठी?
- सोशल मीडिया प्रतिबंध का विरोध प्रदर्शन पर क्या असर पड़ा?
- आने वाले दिनों में नेपाल की राजनीतिक स्थिति कैसी रहने की संभावना है?
- संयुक्त राष्ट्र ने इस मामले में क्या कदम उठाए हैं?
- युवा वर्ग नेपाल की राजनीति में किस प्रकार बदलाव ला सकता है?
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