भारतीय रेलवे ने स्पष्ट किया कि ट्रेनों में हलाल प्रमाणित भोजन अनिवार्य करने का कोई नियम नहीं है, सरकारी मानकों का पालन किया जाता है।
ट्रेनों में हलाल भोजन अनिवार्यता की अफवाहें गलत: रेलवे
भारतीय रेलवे ने साफ कर दिया है कि ट्रेनों में हलाल प्रमाणित भोजन परोसने का कोई अनिवार्य नियम नहीं है। रेलवे ने कहा कि वे केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित मानकों का ही पालन करते हैं। यह स्पष्टीकरण सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों के बाद आया है।
सरकारी मानकों का पालन
रेलवे ने बताया कि खाद्य सामग्री और भोजन की गुणवत्ता FSSAI दिशानिर्देशों के अनुसार सुनिश्चित की जाती है। हलाल प्रमाणीकरण वैकल्पिक है और अनिवार्य नहीं। रेलवे के पैंट्री कार और IRCTC कैटरिंग में सभी प्रकार के यात्रियों के लिए उपयुक्त भोजन उपलब्ध कराया जाता है।
अफवाहों पर सफाई
हाल ही में कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया गया था कि रेलवे ने हलाल सर्टिफिकेशन अनिवार्य कर दिया है। रेलवे ने इसे भ्रम बताया और कहा कि कोई ऐसा सरकारी आदेश जारी नहीं हुआ। यात्रियों को गलत जानकारी से बचने की सलाह दी गई।
यात्रियों के लिए जानकारी
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी लें। ट्रेनों में शाकाहारी, मांसाहारी और जैन भोजन विकल्प उपलब्ध हैं। भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
FAQs:
- ट्रेनों में हलाल प्रमाणित भोजन अनिवार्य है या नहीं?
- रेलवे किस प्रकार के खाद्य मानकों का पालन करता है?
- हलाल सर्टिफिकेशन क्या है और यह अनिवार्य क्यों नहीं?
- रेलवे ने अफवाहों पर क्या प्रतिक्रिया दी?
- ट्रेनों में कौन से भोजन विकल्प उपलब्ध हैं?
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