चीन ने अमेरिका को कड़ा संदेश देते हुए कहा है कि व्यापार विवाद का कोई विजेता नहीं है, और रैअर अर्थ्स के निर्यात प्रतिबंध आवश्यक हैं ताकि वैश्विक सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
चीन ने अमेरिका को कड़ा जवाब देते हुए कहा, व्यापार विवाद का कोई विजेता नहीं
China Responds to US Tariffs and Trade Disputes, Defends Rare Earths Restrictions
चीन ने बुधवार को अपने व्यापार और आर्थिक संबंधों के मुद्दों पर अमेरिकी सरकार को नसीहत दी है, जिसमें कहा गया है कि व्यापार संघर्ष “कोई विजेता नहीं” लाते। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों को उन मुद्दों को संवाद और परामर्श के माध्यम से हल करने की जरूरत है, जो समानता, सम्मान और परस्पर लाभ के आधार पर हो।
अमेरिका का ताजा धमाका:
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने चीन से जुड़े वैश्विक व्यापार को परेशान करने के लिए नए कदम उठाए हैं, जिसमें 100% टैरिफ लगाने और कुछ वस्तुओं पर निर्यात प्रतिबंधों की घोषणा की है। खासकर, अमेरिका ने चीनी से ऑटोमोटिव और डिजिटल सामानों पर नई सीमा लगा दी है।
चीन की प्रतिक्रिया:
चीन ने अपनी रैअर अर्थ्स (कीमती खनिज) के निर्यात नियंत्रणों को “अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानकों के अनुरूप” बताया है। इससे दुनिया के कई उद्योगों, जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा और ऑटोमोबाइल, को प्रभावित किया जा रहा है। चीन इन खनिजों का एक प्रमुख निर्माता है और इसका नियंत्रण वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए अहम है।
ग्लोबल सुरक्षा और व्यापारिक तनाव:
चीन का कहना है कि ये निर्यात नियंत्रण “प्रणालीगत सुरक्षा” और “क्षेत्रीय स्थिरता” के लिए आवश्यक हैं। EU ने इन प्रतिबंधों को असमान्य और अनुचित बताया है। इसके जवाब में, अमेरिका मीडिया में कह चुका है कि उनके व्यापारिक कदम दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ाएंगे।
FAQs:
- चीन ने अमेरिका को क्या जवाब दिया है?
- अमेरिका द्वारा कौन-कौन से नए टैरिफ लगाए गए हैं?
- रैअर अर्थ्स का इस्तेमाल किन उद्योगों में होता है?
- चीन के निर्यात नियंत्रण क्यों जरूरी हैं?
- इस विवाद का वैश्विक व्यापार पर क्या असर हो सकता है?
- भविष्य में चीन और अमेरिका के संबंध कैसे बदल सकते हैं?
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