Home फूड सिर्फ़ एक नाश्ता नहीं, यह भारतीय रसोई की आत्मा ,एक पारंपरिक और पौष्टिक भारतीय नाश्ता- पोहा
फूड

सिर्फ़ एक नाश्ता नहीं, यह भारतीय रसोई की आत्मा ,एक पारंपरिक और पौष्टिक भारतीय नाश्ता- पोहा

Share
Share

पोहा सिर्फ़ एक नाश्ता नहीं है, यह भारतीय रसोई की आत्मा है। यह एक ऐसा व्यंजन है जिसे घरों, स्ट्रीट फूड स्टॉलों और यहां तक कि अच्छे रेस्तरांओं में भी आसानी से देखा जा सकता है। इसकी खासियत है – जल्दी बनने वाला, हल्का, स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक होना।

महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे पश्चिमी भारतीय राज्यों से शुरू हुआ यह व्यंजन आज पूरे देश में लोकप्रिय है। इसकी नरम बनावट, हल्के मसाले, नींबू की खटास और तरह-तरह की सजावट इसे एक अद्वितीय पकवान बनाते हैं।

इस लेख में हम जानेंगे पोहा का महत्व, इसके प्रकार, पोषण मूल्य, बनाने की विधि और कुछ उपयोगी सुझाव।


1. पोहा क्या है?

पोहा दरअसल चावल को उबाल कर, सुखा कर और फिर flatten (चपटा) कर बनाए गए चावल के फ्लैक्स होते हैं। यह सूखा और हल्का होता है जो पानी डालते ही नरम हो जाता है।

खाने में जब हम पोहे की बात करते हैं, तो इसका मतलब है – इन चपटे चावलों को हल्दी, राई, हरी मिर्च, प्याज़ आदि के साथ भूनकर बनाया गया व्यंजन। इसकी खासियत इसका पीला रंग, हल्का स्वाद, और मुलायम बनावट है।


2. पोहा की उत्पत्ति और क्षेत्रीय लोकप्रियता

भारत के विभिन्न हिस्सों में पोहे की अपनी-अपनी खासियतें हैं:

  • कांदा पोहा (महाराष्ट्र) – इसमें प्याज़ (कांदा) को मुख्य सामग्री के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। ऊपर से नींबू और सेव डाली जाती है।
  • इंदोरी पोहा (मध्य प्रदेश) – इसमें स्वाद थोड़ा मीठा होता है और इसे जलेबी, उसल, अनार और सेव के साथ परोसा जाता है।
  • बाटाटा पोहा (गुजरात/महाराष्ट्र) – इसमें उबले या भुने हुए आलू डाले जाते हैं।
  • चिरेर पुलाव (बंगाल) – सब्जियों और मूंगफली के साथ पोहा, बिल्कुल पुलाव जैसा।
  • अवल उपमा (दक्षिण भारत) – पोहे को करी पत्ते, नारियल और सरसों के साथ पकाया जाता है।

हर क्षेत्र अपने हिसाब से इसमें बदलाव करता है, लेकिन इसका मूल स्वाद बना रहता है।


3. पोहा के पोषण लाभ

कम कैलोरी – एक सर्विंग में लगभग 200–250 कैलोरी होती है।

ऊर्जा का अच्छा स्रोत – इसमें कार्बोहाइड्रेट अधिक होते हैं।

पाचन में आसान – यह हल्का होता है और पेट पर बोझ नहीं डालता।

आयरन से भरपूर – अक्सर इसमें आयरन मिला होता है, जो विशेष रूप से महिलाओं के लिए लाभकारी है।

फाइबर और प्रोटीन बढ़ाने योग्य – मूंगफली, मटर, अंकुरित दालें डालकर पोषक तत्व बढ़ाए जा सकते हैं।

ग्लूटन-फ्री – यह प्राकृतिक रूप से ग्लूटन रहित होता है।


4. सामग्री (2 व्यक्तियों के लिए)

🛒 मुख्य सामग्री:

  • मोटा पोहा – 1 कप
  • प्याज़ – 1 (बारीक कटा हुआ)
  • हरी मिर्च – 1–2
  • करी पत्ते – 6–8
  • राई – 1 छोटा चम्मच
  • हल्दी – ½ छोटा चम्मच
  • नमक – स्वादानुसार
  • चीनी (वैकल्पिक) – ½ छोटा चम्मच
  • नींबू का रस – 1 बड़ा चम्मच
  • तेल – 1½ बड़ा चम्मच

🛒 वैकल्पिक सामग्री:

  • मूंगफली – 2 बड़ा चम्मच
  • उबला आलू – 1 छोटा
  • धनिया पत्ता – सजावट के लिए
  • सेव या भुजिया – ऊपर से डालने के लिए

5. कांदा पोहा बनाने की विधि

स्टेप 1: पोहा धोना
एक छलनी में पोहा डालकर पानी से धो लें। 2–3 मिनट भिगोने के बाद पानी निकाल दें और ढककर 5 मिनट के लिए रख दें।

स्टेप 2: तड़का बनाना
कढ़ाई में तेल गरम करें। उसमें राई डालें। फिर मूंगफली डालकर हल्का भूनें। करी पत्ता और हरी मिर्च डालें।

स्टेप 3: प्याज़ भूनना
कटा प्याज़ डालें और हल्का सुनहरा होने तक भूनें। नमक थोड़ा डाल सकते हैं जिससे प्याज़ जल्दी पक जाए।

स्टेप 4: मसाले डालें
हल्दी और अगर चाहें तो उबले आलू या मटर डालें।

स्टेप 5: पोहा डालें
भीगा हुआ पोहा, नमक और चीनी डालें। धीरे-धीरे मिलाएं ताकि पोहा टूटे नहीं। धीमी आँच पर 2–3 मिनट पकाएं।

स्टेप 6: अंतिम चरण
गैस बंद करें। नींबू का रस और धनिया पत्ता डालें। ढककर 2 मिनट रखें।

स्टेप 7: परोसें
गरमागर्म परोसें। ऊपर से सेव, अनार या नारियल डालें।


6. परफेक्ट पोहा के लिए सुझाव

  • हमेशा मोटा पोहा लें – पतला पोहा जल्दी गीला होकर चिपक जाता है।
  • ज़्यादा देर न भिगोएं – हल्का धोकर ढककर रखें।
  • स्वाद बढ़ाने के लिए चीनी और नींबू का संतुलन रखें।
  • धीमी आँच पर पकाएं – इससे पोहा सूखता नहीं है।
  • सेव और अनार से सजावट करें – स्वाद और रंग दोनों बढ़ते हैं।

7. कुछ अन्य पोहा वेरिएशन्स

🔸 वेजिटेबल पोहा – गाजर, मटर, बीन्स डालें।
🔸 प्रोटीन पोहा – अंकुरित मूंग या पनीर डालें।
🔸 दक्षिण भारतीय पोहा – नारियल और उड़द दाल के साथ।
🔸 मीठा पोहा – सौंफ, किशमिश और थोड़ा गुड़ मिलाएं।
🔸 जैन पोहा – बिना प्याज़ और लहसुन के।


8. भारतीय संस्कृति में पोहा

भारत के कई हिस्सों में पोहा सिर्फ खाना नहीं, परंपरा है।

  • इंदौर में – पोहा-जलेबी नाश्ते का लोकप्रिय कॉम्बो है।
  • महाराष्ट्र में – शादी की चर्चा के दौरान “कांदे पोहे” की रस्म निभाई जाती है।
  • मंदिरों में – पोहा को प्रसाद के रूप में भी दिया जाता है, अक्सर गुड़ या नारियल के साथ।

9. पोहा क्यों है परफेक्ट ब्रेकफास्ट?

  • जल्दी बनता है – 15 मिनट में तैयार।
  • स्वास्थ्यवर्धक – लो-फैट, हाई-आयरन, ऊर्जा से भरपूर।
  • कस्टमाइज़ेबल – जैसे चाहें वैसा बना सकते हैं।
  • ट्रैवल-फ्रेंडली – सूखा पोहा मिक्स साथ रख सकते हैं।

10. रेडीमेड पोहा मिक्स ब्रांड्स

आजकल बाजार में तुरंत बनने वाले पोहा मिक्स भी उपलब्ध हैं –

  • एमटीआर पोहा
  • हल्दीराम्स इंस्टेंट पोहा
  • गिट्स ब्रेकफास्ट मिक्स

इन मिक्स को बस गरम पानी में मिलाकर 5 मिनट में पोहा तैयार हो जाता है – विशेष रूप से स्टूडेंट्स, ऑफिस वर्कर्स, या ट्रैवलर्स के लिए।


पोहा एक सरल, बहुपरतीय, पौष्टिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध व्यंजन है। यह ना केवल हमारी सुबह को हल्का और स्वादिष्ट बनाता है, बल्कि पारंपरिक स्वादों से भी जोड़े रखता है। चाहे आप इसे चाय के साथ खाएं या अकेले, पोहा हमेशा मन को भाता है।

तेज़ जीवनशैली में पोहा हमें याद दिलाता है कि सरलता, परंपरा और पोषण – ये तीनों एक ही प्लेट में मिल सकते हैं।

Share

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

कैसे और क्यों बढ़ रहा है भारत में Vegan Food Trend?

2025 में भारत में Vegan Food की मांग क्यों और कितनी तेजी...

क्या है organic औरplant-based food का सच? क्या आपके खाने में है ये Superfoods?

2025 में ऑर्गेनिक और नेचुरल फूड्स, प्लांट-बेस्ड डाइट, वेगन ट्रेंड्स और ग्लूटेन-फ्री...

क्या आप घर से क्लाउड किचन (Cloud Kitchen)चला सकते हैं? 

क्लाउड किचन बिजनेस ने पिछले कुछ सालों में फूड इंडस्ट्री में एक...

कैसे करें क्लाउड किचन मेन्यू डिजाइन जो सबसे ज्यादा बिके? 

क्लाउड किचन के लिए मेन्यू डिजाइन करते समय किन ट्रेंड्स, टेस्ट और...