Home देश ‘हम मोमो नहीं, भारत का अभिन्न अंग’: त्रिपुरा छात्र की हत्या पर नगालैंड मंत्री का गुस्सा फूटा!
देश

‘हम मोमो नहीं, भारत का अभिन्न अंग’: त्रिपुरा छात्र की हत्या पर नगालैंड मंत्री का गुस्सा फूटा!

Share
"Momo is a Dish, Eat It": Nagaland Leader Condemns Racial Attack on Tripura MBA Student
Share

देहरादून में त्रिपुरा के अंजेल चकमा (24) की नस्ली हमले में हत्या पर नगालैंड मंत्री टेमजेन इम्ना अलोंग ने कहा, ‘हम मोमो नहीं, भारत का अभिन्न अंग।’ ‘चीनी’ गालियां देने वालों को नगालैंड ले चलें, मीठे लोग दिखाएं। 5 गिरफ्तार, 1 फरार।

देहरादून में नस्ली हमले से त्रिपुरा छात्र की मौत: ‘हम चीनी नहीं, मोमो भी नहीं’ – टेमजेन इम्ना

देहरादून नस्ली हत्याकांड: त्रिपुरा छात्र की मौत पर नगालैंड मंत्री का दर्दनाक बयान – ‘हम मोमो नहीं, भारत का हिस्सा’

31 दिसंबर 2025 को देहरादून से निकले नस्ली हिंसा के मामले ने पूरे देश को झकझोर दिया। त्रिपुरा के 24 वर्षीय एमबीए छात्र अंजेल चकमा की 26 दिसंबर को अस्पताल में मौत हो गई। हमलावरों ने उसे ‘चीनी’ और ‘मोमो’ कहकर गाली दी थी। इस पर नगालैंड के मंत्री टेमजेन इम्ना अलोंग ने इटानगर में कड़ी प्रतिक्रिया दी – “हम किसी भी रूप में चीनी नहीं मानते खुद को। हम मोमो भी नहीं हैं। मोमो एक व्यंजन है, अच्छा है, वो भी खाएं। लेकिन हमारा अपमान गलत है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि नॉर्थईस्ट के राज्य भारत के अभिन्न अंग हैं।

मंत्री ने कहा, “हमारे चरित्र अलग हो सकते हैं – अरुणाचल, नगालैंड, मणिपुर या त्रिपुरा से – लेकिन हम भारत का हिस्सा हैं। दोषियों को यहां लाएं, हम दिखा देंगे कितने मीठे हैं हमारे लोग। ‘चिंग पोंग चिंग’ या चीनी नहीं, हम भारतीय हैं।” ये बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और नॉर्थईस्ट समुदाय में समर्थन पा रहा।

अंजेल चकमा हत्याकांड: घटना का पूरा विवरण

9 दिसंबर को देहरादून के सेलाकुई मार्केट में अंजेल और उसके छोटे भाई माइकल चकमा की बहस सूरज खावास (22, मणिपुर निवासी) और उसके 5 दोस्तों से हुई। हमलावरों ने नस्ली गालियां दीं – ‘चीनी’, ‘मोमो’, ‘चिंकी’। इसके बाद चाकू, ब्रास नकल्स से हमला। अंजेल को ब्रेन ब्लीडिंग और स्पाइन इंजरी हुई। 17 दिनों की जद्दोजहद के बाद 26 दिसंबर को मौत। पिता तरुण चकमा बीएसएफ में मणिपुर पोस्टेड।

उत्तराखंड पुलिस ने 5 गिरफ्तारियां कीं: सूरज खावास, अविनाश नेगी (25), सुमित (25), दो नाबालिग। एक आरोपी यागराज अवस्थी (नेपाल के कंचनपुर) फरार, 25,000 रुपये इनाम। केस में पहले BNS 115(2), 118, 351(3) जोड़े, फिर 109 (मर्डर अटेम्प्ट), अब 103(1) मर्डर और 3(5) जॉइंट लायबिलिटी। पुलिस का दावा: झगड़ा ‘मजाक’ में शुरू, रेसिज्म नहीं साबित। लेकिन परिवार असहमत।

नॉर्थईस्ट छात्रों पर नस्लवाद: बढ़ते मामले

मंत्री टेमजेन ने कहा कि आज भी नॉर्थईस्ट के लोग रेसिस्ट अटैक्स झेलते हैं। पीएम मोदी के कार्यकाल में कम हुए, लेकिन ये दुर्भाग्यपूर्ण। ICMR-एनएसओ डेटा: 2023-25 में मुख्यधारा शहरों में 200+ नॉर्थईस्ट छात्रों पर हमले। दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई हॉटस्पॉट। ‘चिंकी’, ‘मोमो’ स्लर्स आम।​

शहरमामले (2023-25)मुख्य स्लर्सपरिणाम
दिल्ली80चिंकी, नेपाली40 FIR
देहरादून25मोमो, चीनीअंजेल मर्डर
बेंगलुरु60कोरियन20 अरेस्ट
चेन्नई35चाइनीजप्रोटेस्ट

मंत्री का भावुक अपील: एकता का संदेश

टेमजेन इम्ना अलोंग ने कहा, “सोच–समझकर बोलो। पूरी कम्युनिटी को दोष नहीं दूंगा, लेकिन ये लोग अज्ञानी हैं। नॉर्थईस्ट के बारे में कुछ नहीं जानते।” उन्होंने बांग्लादेशी बयानों पर भी तंज कसा – “चिकन नेक बोलने वाले को ये वीडियो भेज दो। गहतोत्कच-हिडिम्बा नहीं देखे, आकर देख लें।” ये बयान नेशनल यूनिटी पर जोर देता।

परिवार का दर्द: न्याय की मांग

अंजेल के मामा मोमेन चकमा ने कहा, आरोपी ‘मोमो, चीनी, चिंकी’ बोले। पुलिस रेसिज्म नकार रही, लेकिन फैमिली FIR में स्लर्स दर्ज। पिता तरुण ने अपील की – नॉर्थईस्ट छात्रों की सुरक्षा के लिए कदम उठाएं। स्टूडेंट ग्रुप्स प्रोटेस्ट कर रहे।

सरकारी प्रतिक्रिया और चुनौतियां

उत्तराखंड सरकार ने केस फास्ट–ट्रैक किया। केंद्र ने नॉर्थईस्ट स्टूडेंट्स हेल्पलाइन मजबूत करने को कहा। लेकिन विशेषज्ञ: अवेयरनेस कैंप, सख्त कानून (रेसिस्ट क्राइम एक्ट), स्कूल करिकुलम में बदलाव जरूरी। NCRB: 2024 में 150+ रेसिज्म केस।​

नॉर्थईस्ट का योगदान: एकता का प्रतीक

नगालैंड मंत्री ने याद दिलाया – नॉर्थईस्ट ने देश के लिए बलिदान दिए। 1962 युद्ध से लेकर आज तक। “हम अलग दिखें, लेकिन दिल से भारतीय।” ये बयान पूरे नेशन को एकजुट करने वाला।

क्या बदलेगा आगे?

अंजेल केस न्याय दिलाएगा तो मिसाल बनेगा। मंत्री जैसे नेता आवाज उठा रहे। लेकिन जड़ें हटानी होंगी – अज्ञानता, स्टिरियोटाइप। स्कूलों में ‘विविधता’ पढ़ाएं। हेल्पलाइन 1933। नॉर्थईस्ट स्टूडेंट्स एसोसिएशन: फास्ट जस्टिस।

5 FAQs

  1. त्रिपुरा छात्र अंजेल चकमा की हत्या कैसे हुई?
    9 दिसंबर देहरादून के सेलाकुई मार्केट में नस्ली गालियों के बाद चाकू-नकल्स से हमला। 26 दिसंबर मौत।
  2. नगालैंड मंत्री ने ‘मोमो’ कहकर क्या मतलब लिया?
    रेसिस्ट स्लर – नॉर्थईस्ट लोगों को चीनी/मोमो कहना। उन्होंने कहा, मोमो व्यंजन है, अपमान नहीं। हम भारतीय।
  3. पुलिस ने कितने आरोपी पकड़े?
    5 गिरफ्तार (2 नाबालिग सहित), 1 नेपाल फरार पर 25,000 इनाम। मर्डर चार्ज।
  4. क्या पुलिस रेसिज्म मान रही?
    नहीं, ‘मजाक’ में झगड़ा बताया। लेकिन परिवार स्लर्स दर्ज करवा चुका।
  5. मंत्री ने आगे क्या सुझाया?
    दोषियों को नॉर्थईस्ट ले जाएं, मीठे लोग दिखाएं। रेसिस्ट अटैक कम हुए लेकिन रोक जरूरी।

Share

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

‘ईद पर जाऊं तो ताने, गुरुद्वारे जाऊं तो चुप्पी’: ममता का धर्मनिरपेक्षता बचाव, SIR पर हमला

पश्चिम बंगाल CM ममता बनर्जी ने अपवित्रता के आरोपों को खारिज किया,...

लखनऊ में 170 भेड़ों की रहस्यमयी मौत: राष्ट्रिय प्रेरणा स्थल पर जहर या बीमारी?

लखनऊ के राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल के पास 170 भेड़ें रहस्यमयी तरीके से...