भारत-ओमान CEPA साइन: ओमान ने 98% टैरिफ लाइन्स पर जीरो ड्यूटी दी। FY25 में 4.1 अरब डॉलर एक्सपोर्ट्स बूस्ट, नेफ्था, राइस, मशीनरी टॉप। ट्रेड 10.5 बिलियन से दोगुना, जेम्स-टेक्सटाइल फायदा!
मोदी के ओमान दौरे पर CEPA: 10.5 बिलियन ट्रेड से अब दोगुना, किस प्रोडक्ट को फायदा?
भारत-ओमान व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (CEPA): 2 अरब डॉलर एक्सपोर्ट बूस्ट का नया दौर
18 दिसंबर 2025 को भारत और ओमान ने व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (CEPA) साइन कर लिया। ये समझौता मुस्कट में कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल और ओमान के कॉमर्स, इंडस्ट्री एंड इन्वेस्टमेंट प्रमोशन मिनिस्टर कायस बिन मोहम्मद अल यूसुफ के बीच हुआ, पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में। ओमान ने भारत को अपनी 98.08% टैरिफ लाइन्स पर जीरो-ड्यूटी एक्सेस दे दी, जो भारत के 99.38% एक्सपोर्ट्स को कवर करता है। इसमें जेम्स एंड ज्वेलरी, टेक्सटाइल्स, लेदर, फुटवियर, स्पोर्ट्स गुड्स, प्लास्टिक्स, फर्नीचर, एग्री प्रोडक्ट्स, इंजीनियरिंग गुड्स, फार्मा, मेडिकल डिवाइसेस और ऑटोमोबाइल्स शामिल। 97.96% लाइन्स पर तुरंत टैरिफ खत्म।
FY25 में भारत के ओमान एक्सपोर्ट्स 4.1 अरब डॉलर रहे, जिसमें नेफ्था (747.6 मिलियन डॉलर), पेट्रोल (561 मिलियन), कैल्साइंड अल्यूमिना (313 मिलियन), मशीनरी (231 मिलियन), एयरक्राफ्ट (165 मिलियन), राइस (182 मिलियन), आयरन एंड स्टील (120 मिलियन), ब्यूटी प्रोडक्ट्स (128.6 मिलियन) और सिरेमिक्स (79.9 मिलियन) टॉप। अभी ओमान में इन पर 5% एवरेज टैरिफ था, जो अब खत्म। GTRI के मुताबिक 3.42 अरब डॉलर के 83.5% एक्सपोर्ट्स को तुरंत फायदा। बाइलेटरल ट्रेड 10.5 बिलियन डॉलर (एक्सपोर्ट्स 4 अरब, इंपोर्ट्स 6.54 अरब)। दो साल में 2 अरब डॉलर एक्सपोर्ट ग्रोथ की उम्मीद।
CEPA के फायदे: सेक्टर्स पर नजर
ये भारत का गल्फ में दूसरा बड़ा FTA है (UAE के बाद)। ओमान ने 98% लाइन्स पर जीरो ड्यूटी दी, भारत ने डेट्स, मार्बल्स, पेट्रोकेमिकल्स पर कटौती। लेबर-इंटेंसिव सेक्टर्स को तुरंत गेन। पिछले 5 सालों में मशीनरी एंड पार्ट्स एक्सपोर्ट्स 3 से 6 अरब डॉलर दोगुने। CEPA से क्वालिटी अपग्रेड और प्रोडक्ट डिफरेंशिएशन से सस्टेन ग्रोथ।
- टेक्सटाइल्स, जेम्स, लेदर: लो कॉस्ट लेबर एडवांटेज, जीरो ड्यूटी से कॉम्पिटिटिव।
- एग्री प्रोडक्ट्स (राइस): ओमान की डिमांड बढ़ेगी।
- इंजीनियरिंग गुड्स, ऑटो: मिडिल ईस्ट मार्केट एक्सपैंड।
- फार्मा, मेडिकल: हेल्थकेयर सेक्टर बूस्ट।
ओमान की इंपोर्ट ड्यूटी 0-100% थी, अब ज्यादातर जीरो।
भारत-ओमान ट्रेड: आंकड़ों की तालिका (FY25)
| प्रोडक्ट | एक्सपोर्ट वैल्यू (मिलियन USD) | टॉप एक्सपोर्ट्स % |
|---|---|---|
| नेफ्था | 747.6 | 18.2% |
| पेट्रोल | 561 | 13.7% |
| कैल्साइंड अल्यूमिना | 313 | 7.6% |
| मशीनरी | 231 | 5.6% |
| राइस | 182 | 4.4% |
| आयरन एंड स्टील | 120 | 2.9% |
| ब्यूटी प्रोडक्ट्स | 128.6 | 3.1% |
| सिरेमिक्स | 79.9 | 1.9% |
| कुल | 4,100 | 100% |
ओमान से भारत के इंपोर्ट्स: क्रूड ऑयल (1.1 अरब), LNG (1.1 अरब), फर्टिलाइजर्स (1.1 अरब), ऑर्गेनिक केमिकल्स (608 मिलियन), प्लास्टिक्स (219 मिलियन)। CEPA से सर्विसेज, इन्वेस्टमेंट, लेबर मोबिलिटी भी आसान। डबल टैक्सेशन अवॉइडेंस एग्रीमेंट अपडेट।
5 FAQs
- भारत-ओमान CEPA कब साइन हुआ?
18 दिसंबर 2025 को मुस्कट में, पीएम मोदी की मौजूदगी में। - ओमान ने भारत को क्या दी?
98% टैरिफ लाइन्स पर जीरो ड्यूटी, 99% एक्सपोर्ट्स कवर। - FY25 में भारत के टॉप एक्सपोर्ट्स ओमान को?
नेफ्था (748 मिलियन USD), पेट्रोल (561 मिलियन), राइस (182 मिलियन)। - ट्रेड वॉल्यूम कितना?
10.5 बिलियन डॉलर FY25, दो साल में 2 अरब एक्सपोर्ट बूस्ट। - किन सेक्टर्स को ज्यादा फायदा?
टेक्सटाइल्स, जेम्स, इंजीनियरिंग, फार्मा, ऑटोमोबाइल्स।
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