Home राज्य जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन
राज्यबिहार

जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन

Share
Share

मोतिहारी । जिलाधिकारी, पूर्वी चम्पारण की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन समाहरणालय स्थित डॉ राधाकृष्णन भवन में किया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, सभी कार्यपालक अभियंता नहर प्रमंडल, सभी कार्यपालक अभियंता विद्युत, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई, जिला मत्स्य पदाधिकारी, सभी अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, उर्वरक कंपनी के प्रतिनिधि, सभी थोक उर्वरक विक्रेता उपस्थित थे। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा सभी थोक उर्वरक विक्रेता को निर्देशित किया गया। उर्वरक के जीरो टॉलरेंस नीति के तहत निर्धारित मूल्य पर उर्वरक की बिक्री किसानों के बीच सुगमतापूर्वक कराना सुनिश्चित करें।साथ ही उर्वरक के साथ किसी अन्य प्रोडक्ट को खरीदने हेतु किसानों को बाध्य नहीं किया जाये। जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार छापेमारी करना सुनिश्चित किया जाये। ताकि अनियमित उर्वरक वितरण पर अंकुश लगाया जा सके। साथ ही यह भी निर्देशित किया गया है कि जिले में किसी भी प्रतिष्ठान द्वारा अगर निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर उर्वरक की बिक्री जाती है तो वैसे प्रतिष्ठान को चिन्ह्ति करते हुए उनके अनुज्ञप्ति को रद्द तथा उनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज किया जाये। जिलाधिकारी द्वारा उर्वरक कंपनी के सभी प्रतिनिधि को निर्देशित किया गया कि उर्वरक के साथ किसी भी अन्य प्रोडक्ट को टैग्ड नहीं किया जाये। जिला कृषि पदाधिकारी मनीष कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि जिले में उर्वरक की कोई कमी नहीं है।उन्होंने बताया कि टीम गठित कर लगातार छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। अभी तक एक प्रतिष्ठान के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।08 उर्वरक अनुज्ञप्ति रद्द, 18 अनुज्ञप्ति को निलंबित तथा 10 उर्वरक अनुज्ञप्ति से स्पष्टीकरण की मांगी की गई है। जिलाधिकारी के द्वारा उर्वरक प्रतिष्ठानों पर लागातार छापेमारी जारी रखने का निर्देश दिया गया।डीएम के द्वारा पूर्वी चम्पारण जिले में सुखाड़ की स्थिति को देखते हुए सभी नहर प्रमंडल को निर्देशित किया गया कि खेतों की सिंचाई हेतु नहर के अंतिम छोर तक पानी को पहुंचाना सुनिश्चित किया जाये। साथ ही कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई को निर्देशित किया गया कि बंद पड़े नलकूप का बिजली दोष एवं यांत्रिकरण दोष अविलंब ठीक कराना सुनिश्चित किया जाये। ताकि किसानों के फसल सिंचाई में कोई बाधा नहीं हो।कार्यपालक अभियंता विद्युत के द्वारा बताया गया कि अभी शहरी क्षेत्र में 23 से 24 घंटे, ग्रामीण क्षेत्र में 21 से 22 घंटे तथा कृषि फीडर को लगभग 17 से 18 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है।

Share

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

आदिवासी ग्रामीणों ने जाहेर थान को बचाने के लिए बाघमारा सीओ से की संरक्षण की मांग

भू – माफियाओं के खिलाफ की नारेबाजी, जताया विरोध धनबाद । बाघमारा...

24 दिसंबर को केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री बेलगड़िया टाउनशिप के विकास कार्यों की करेंगे समीक्षा।

उपायुक्त ने किया बेलगड़िया टाउनशिप का निरीक्षण। चल रहे विकास कार्यों का...

उद्यम पंजीकरण सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन, 15 लाभुकों का पंजीकरण।

उद्यम पंजीकरण सह जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन, 15 लाभुकों का किया...

डीएमएफटी न्यास परिषद की बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, जल संरक्षण सहित 500 से अधिक योजनाएं पारित

धनबाद । खनन प्रभावित क्षेत्रों में विकास और कल्याणकारी परियोजना व कर्यक्रमों...