ले. जनरल राजीव घई ने बताया कि मई में हुए ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को 100 से अधिक सैनिकों की क्षति हुई। यह पहलगाम हमले का जवाबी सैन्य अभियान था।
भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक जैसी सफलता: ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को गहरा झटका
ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की निर्णायक सैन्य प्रतिक्रिया
भारतीय सेना के डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (स्ट्रैटजी) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने हाल ही में खुलासा किया कि मई में हुई ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को 100 से अधिक सैनिकों की भारी क्षति हुई। यह जवाबी कार्रवाई 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद की गई थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
कार्रवाई की पृष्ठभूमि
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने बताया कि 22 अप्रैल से 6-7 मई की रात तक भारत ने कई चरणों में लक्ष्यों की प्राथमिकता तय की और सीमाओं पर सुरक्षात्मक पदस्थापन किया। इस ऑपरेशन के लिए थलसेना, वायुसेना, नौसेना, और कई सरकारी एजेंसियों के बीच कड़ी समन्वय की जरूरत पड़ी।
आउटलाइन के अनुसार, ऑपरेशन का लक्ष्य आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करना और पाकिस्तान की सैन्य प्रतिक्रिया को सीमित रखना था। ऑपरेशन के दौरान ‘प्रोएक्टिव इंफॉर्मेशन वॉरफेयर’ अभियान भी चलाया गया।
रणनीति और कार्यान्वयन
भारतीय सेना ने पाकिस्तान की संभावित चालों का अनुमान लगाते हुए चार-पांच कदम पहले से तैयारी कर ली थी। सेकंड लेयर पर अंजाम दी गई हड़ताल ने पाकिस्तान को चौंका दिया, इसलिए उसे भारी नुकसान उठाना पड़ा।
घटी एक महत्वपूर्ण घटना में, ऑपरेशन सयुंक्त रूप से थलसेना, वायुसेना और नौसेना द्वारा किया गया, जिसमें भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी ड्रोन हमले का प्रभावी जवाब दिया।
परिणाम और प्रभाव
मिशन के दौरान पाकिस्तान की सैन्य क्षति 100 से अधिक सैनिकों की हुई। इसके बाद पाकिस्तान ने 88 घंटे में युद्धविराम की मांग की। भारतीय सेना की कार्रवाई नियंत्रित, सटीक और गैर-प्रवर्तनकारी थी और इसे सार्वजनिक किया गया ताकि विश्वसनीयता बनी रहे।
(FAQs)
1. ऑपरेशन सिंदूर क्या था?
यह भारत के जवाबी सैन्य अभियान का नाम है, जो 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद मई में किया गया।
2. ऑपरेशन सिंदूर में क्या हुआ?
भारतीय सेना ने सीमाओं पर लक्षित हड़तालें कीं, जिनमें 100 से अधिक पाकिस्तान सैनिक मारे गए।
3. ऑपरेशन में कौन-कौन सी सेनाएं शामिल थीं?
थलसेना, वायुसेना, नौसेना और कई सरकारी एजेंसियां मिलकर कार्यरत थीं।
4. यह ऑपरेशन कब हुआ था?
22 अप्रैल से 6-7 मई के बीच मुख्य हड़तालें हुईं।
5. पाकिस्तान ने कब युद्धविराम की मांग की?
भारत की कार्रवाई के 88 घंटे बाद।
6. ऑपरेशन सिंदूर के क्या उद्देश्य थे?
आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करना और सीमा पर नियंत्रण बनाए रखना।
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