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नोएडा में SIR ड्राइव के दौरान 60 BLOs के खिलाफ FIR, बहराइच में 2 अधिकारी निलंबित

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Noida Administration Takes Strict Action Against BLOs for SIR Negligence
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उत्तर प्रदेश के नोएडा में SIR के दौरान 60 से अधिक बूथ स्तर अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज किए गए, जबकि बहराइच में 2 अधिकारी निलंबित किए गए।

उत्तर प्रदेश में SIR ड्राइव में कड़ाई, नोएडा में 60+ BLOs पर कार्रवाई

उत्तर प्रदेश के नोएडा में विशेष सघन संशोधन (SIR) प्रक्रिया के दौरान प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है। जिला प्रशासन ने 60 से अधिक बूथ स्तर अधिकारियों (BLOs) और 7 पर्यवेक्षकों के खिलाफ तीन पुलिस थानों में FIR दर्ज किए हैं। ये कार्रवाई SIR प्रक्रिया के दौरान उनकी कथित लापरवाही के लिए की गई है।

जिला मजिस्ट्रेट और चुनाव अधिकारी मेधा रुपम के आदेश पर ये FIR दर्ज किए गए हैं। प्रतिनिधित्व की जनता अधिनियम 1950 की धारा 32 के तहत कार्रवाई की गई है। नोएडा के तीन विधानसभा क्षेत्रों के उप-जिला मजिस्ट्रेटों ने ये FIR दर्ज किए हैं।

नोएडा के दादरी क्षेत्र में दो FIR दर्ज किए गए हैं, जिनमें 18 अधिकारी शामिल हैं, जिनमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और स्कूल शिक्षक भी हैं। इकोटेक फेज 1 में ग्रेटर नोएडा में एक FIR दर्ज किया गया, जिसमें 33 BLOs और एक पर्यवेक्षक शामिल हैं। जेवर में एक अन्य FIR दर्ज किया गया, जिसमें 17 BLOs के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

इन सभी को अपने निर्दिष्ट क्षेत्रों में उपस्थित न होने और बार-बार के अनुस्मारक के बाद भी प्रतिक्रिया न देने का आरोप है।

इसी बीच, उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भी कड़ी कार्रवाई की गई है। दो BLOs – प्रधानाध्यापिका शमा नाफिस और सहायक शिक्षक अनुराग को निलंबित किया गया है। उन्हें आधिकारिक नोटिस और बार-बार के फोन कॉल का जवाब न देने के लिए निलंबित किया गया है।

एक अन्य BLO, अभिषेक सिंह (प्राथमिक स्कूल प्रशिक्षक) के खिलाफ भाजपा नेता अंकित कुमार सिंह ने शिकायत दर्ज की है। शिकायत में कहा गया है कि सिंह ने SIR फॉर्म वितरण के बारे में फोन कॉल के दौरान अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया। पुलिस ने कॉल रिकॉर्डिंग और चैट संदेश साक्ष्य के रूप में जमा किए हैं।

चुनाव आयोग ने इन अधिकारियों के आचरण को सेवा नियमों का उल्लंघन माना है, जिसके कारण जिला मजिस्ट्रेट अक्षय त्रिपाठी के निर्देश पर उन्हें निलंबित किया गया है।

SIR प्रक्रिया उत्तर प्रदेश में 4 नवंबर से शुरू हुई है, जिसमें BLOs को घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी को सत्यापित करना है। आने वाले चुनावों से पहले सटीक और अपडेटेड मतदाता सूची सुनिश्चित करने के लिए यह कार्य आवश्यक है।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

  1. नोएडा में कितने BLOs के खिलाफ कार्रवाई की गई?
    60 से अधिक BLOs और 7 पर्यवेक्षकों के खिलाफ।
  2. उन पर क्या आरोप हैं?
    निर्दिष्ट क्षेत्रों में अनुपस्थित रहना और अनुस्मारकों का जवाब न देना।
  3. बहराइच में क्या कार्रवाई की गई?
    दो BLOs को निलंबित किया गया और एक के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई।
  4. SIR का मुख्य उद्देश्य क्या है?
    मतदाता सूची को अपडेट और सटीक करना।
  5. SIR प्रक्रिया में क्या करना है?
    घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी सत्यापित करना।
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