Food Pharmer की Paneer प्योरिटी स्टडी में बड़ा खुलासा। ब्रांडेड पनीर शुद्ध पाए गए जबकि स्ट्रीट वेंडर का पनीर फेल। जानें अशुद्ध पनीर की पहचान कैसे करें और अपनी सेहत को कैसे बचाएं। पूरी रिपोर्ट यहां पढ़ें।
सड़क किनारे मिलने वाला Paneer हो सकता है सेहत के लिए खतरनाक-रखें सावधानी
Paneer की शुद्धता पर बड़ा खुलासा: ब्रांडेड पनीर,स्ट्रीट वेंडर फेल?
क्या आप जानते हैं कि आपके द्वारा खाए जा रहे पनीर में सिर्फ दूध और दही नहीं, बल्कि कई हानिकारक चीजें मिली हो सकती हैं? हाल ही में फूड एक्टिविस्ट ‘फूड फार्मर’ (Food Pharmer) द्वारा कराए गए एक पनीर प्योरिटी टेस्ट में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं। इस स्टडी में पाया गया कि जहां बड़े ब्रांड्स का पनीर शुद्धता के मानकों पर खरा उतरा, वहीं स्ट्रीट वेंडर्स और स्थानीय दुकानों से खरीदे गए पनीर के सैंपल्स में भारी मात्रा में मिलावट पाई गई।
यह रिपोर्ट हर उस भारतीय के लिए चिंता का विषय है जो पनीर को प्रोटीन का स्वस्थ स्रोत मानकर खा रहा है। आज के इस लेख में, हम विस्तार से जानेंगे कि इस रिसर्च में क्या सामने आया, अशुद्ध पनीर आपकी सेहत के लिए कितना खतरनाक हो सकता है, और आप कैसे शुद्ध पनीर की पहचान कर सकते हैं।
पनीर प्योरिटी टेस्ट: क्या कहती है रिसर्च?
फूड फार्मर ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र से विभिन्न स्रोतों से पनीर के सैंपल इकट्ठे किए और उनकी गुणवत्ता की जांच की। इन सैंपल्स में बड़े ब्रांड्स के पनीर के साथ-साथ स्थानीय दुकानों और स्ट्रीट वेंडर्स के पनीर शामिल थे। जांच के मुख्य नतीजे इस प्रकार हैं:
- ब्रांडेड Paneer: अमूल, मदर डेरी, पार्ले जैसे बड़े ब्रांड्स के पनीर शुद्धता के मानकों पर खरे उतरे। इनमें किसी प्रकार की मिलावट नहीं पाई गई।
- स्ट्रीट वेंडर Paneer: सड़क किनारे बिकने वाले पनीर के अधिकांश सैंपल्स फेल हो गए। इनमें विभिन्न प्रकार की मिलावट पाई गई।
- स्थानीय दुकानें: छोटे स्थानीय डेयरी और दुकानों से खरीदे गए पनीर के सैंपल्स में भी मिलावट के मामले सामने आए।
स्ट्रीट Paneer में क्या मिलावट पाई गई? स्वास्थ्य जोखिम
रिसर्च में स्ट्रीट पनीर में निम्नलिखित खतरनाक मिलावटें पाई गईं:
1. स्टार्च (Starch)
सबसे आम मिलावटों में से एक है स्टार्च। इसे पनीर की मात्रा बढ़ाने और टेक्सचर में सुधार के लिए मिलाया जाता है।
- स्वास्थ्य जोखिम: मोटापा बढ़ाता है, ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करता है, पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है।
2. यूरिया (Urea) और अन्य नाइट्रोजन यौगिक
दूध की कमी को छुपाने और प्रोटीन कंटेंट का झूठा दिखावा करने के लिए यूरिया मिलाया जाता है।
- स्वास्थ्य जोखिम: किडनी को नुकसान, पेट में जलन, उल्टी, दस्त, लंबे समय में किडनी फेल्योर का खतरा।
3. डिटर्जेंट (Detergent)
दूध को फेंटने और बेहतर दिखने के लिए डिटर्जेंट मिलाया जाता है।
- स्वास्थ्य जोखिम: पेट में अल्सर, आंतों में सूजन, फूड पॉइजनिंग, लिवर और किडनी को नुकसान।
4. वनस्पति तेल (Vegetable Oil)
पनीर की लागत कम करने के लिए दूध की जगह सस्ते वनस्पति तेलों का इस्तेमाल किया जाता है।
- स्वास्थ्य जोखिम: हृदय रोगों का खतरा, कोलेस्ट्रॉल बढ़ना, मोटापा।
5. हानिकारक प्रिजर्वेटिव्स (Preservatives)
पनीर को लंबे समय तक ताजा दिखाने के लिए हानिकारक केमिकल्स मिलाए जाते हैं।
- स्वास्थ्य जोखिम: एलर्जी, अस्थमा, कैंसर का खतरा, हार्मोनल असंतुलन।
क्यों होती है पनीर में मिलावट?
मिलावट के पीछे मुख्य कारण आर्थिक लाभ है:
- लागत कम करना: शुद्ध दूध से पनीर बनाना महंगा पड़ता है, जबकि मिलावट करके लागत काफी कम की जा सकती है।
- मात्रा बढ़ाना: स्टार्च और अन्य फिलर्स मिलाकर पनीर की मात्रा बढ़ाई जाती है।
- शेल्फ लाइफ बढ़ाना: बिना रेफ्रिजरेशन के लंबे समय तक पनीर को सड़ने से बचाने के लिए हानिकारक प्रिजर्वेटिव्स मिलाए जाते हैं।
घर पर कैसे करें शुद्ध पनीर की पहचान? आसान टेस्ट
आप घर पर ही कुछ आसान टेस्ट करके पनीर की शुद्धता की जांच कर सकते हैं:
1. आयोडीन टेस्ट (स्टार्च की जांच)
- Paneerका एक छोटा सा टुकड़ा लें
- उस पर आयोडीन की एक-दो बूंदें डालें
- अगर रंग नीला या काला हो जाए तो समझ जाएं कि इसमें स्टार्च मिला है
2. गर्म पानी टेस्ट
- एक गिलास गर्म पानी लें
- उसमें पनीर का छोटा सा टुकड़ा डालें
- शुद्ध पनीर नहीं घुलेगा, जबकि मिलावटी पनीर घुलने लगेगा या उससे सफेद रंग निकलने लगेगा
3. गंध टेस्ट
- शुद्ध पनीर में हल्की दूध जैसी खुशबू आती है
- अगर पनीर से डिटर्जेंट या केमिकल जैसी गंध आ रही है तो वह मिलावटी है
4. दबाव टेस्ट
- Paneer को अंगूठे से दबाएं
- शुद्ध पनीर आसानी से टूटेगा नहीं, जबकि मिलावटी पनीर आसानी से टूट जाएगा
स्वास्थ्य के लिए बेहतर विकल्प
अगर आप स्ट्रीट पनीर के बारे में अनिश्चित हैं, तो इन विकल्पों को चुन सकते हैं:
- ब्रांडेड पनीर खरीदें: अमूल, मदर डेरी जैसे विश्वसनीय ब्रांड्स का पनीर खरीदें
- घर का बना पनीर: घर पर ही शुद्ध दूध से पनीर बनाएं
- टोफू (सोया पनीर): प्लांट-बेस्ड प्रोटीन के लिए टोफू चुन सकते हैं
- दही और छेना: दही और छेना भी प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं
FSSAI की भूमिका
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने डेयरी उत्पादों की गुणवत्ता के लिए सख्त मानक निर्धारित किए हैं। FSSAI के अनुसार, पनीर में किसी भी प्रकार की मिलावट गैरकानूनी है और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है।
FAQs
1. क्या सभी स्ट्रीट वेंडर्स का पनीर अशुद्ध होता है?
नहीं, ऐसा जरूरी नहीं है। लेकिन रिसर्च के अनुसार अधिकांश स्ट्रीट वेंडर्स के Paneer में मिलावट पाई गई है। विश्वसनीय स्रोत से ही खरीदें।
2. क्या ब्रांडेड पनीर पूरी तरह सुरक्षित है?
ब्रांडेड पनीर स्ट्रीट पनीर की तुलना में कहीं अधिक सुरक्षित है क्योंकि वे FSSAI मानकों का पालन करते हैं और उनकी नियमित जांच होती है।
3. अशुद्ध पनीर खाने के तुरंत बाद क्या लक्षण दिख सकते हैं?
पेट दर्द, उल्टी, दस्त, चक्कर आना, शरीर पर रैशेज जैसे लक्षण दिख सकते हैं। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
4. क्या महंगा पनीर हमेशा शुद्ध होता है?
जरूरी नहीं। कीमत हमेशा गुणवत्ता की गारंटी नहीं है। ब्रांडेड और विश्वसनीय स्रोत से ही खरीदें।
5. घर पर पनीर बनाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?
शुद्ध फुल क्रीम दूध को गर्म करके उसमें नींबू का रस या दही मिलाएं। दही बनने के बाद मलमल के कपड़े से छान लें।
6. अशुद्ध पनीर की शिकायत कहां करें?
अगर आपको मिलावटी पनीर मिलता है तो FSSAI की हेल्पलाइन या ई-कॉम्प्लेंट पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
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