शीतकालीन सत्र शुरू होते ही पीएम मोदी के ‘ड्रामा नही डिलीवरी’ बयान पर प्रियंका गांधी ने पलटवार किया। SIR, प्रदूषण पर चर्चा की मांग। जयराम रमेश ने पीएम को ‘बड़ा ड्रामाबाज’ कहा।
संसद शीतकालीन सत्र: मोदी के ‘ड्रामा नही डिलीवरी’ पर कांग्रेस का हमला, जयराम का ‘ड्रामाबाज’ तंज
शीतकालीन सत्र की शुरुआत होते ही संसद में जोरदार हंगामा मच गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए विपक्ष से अपील की कि संसद में ड्रामा न हो, बल्कि डिलीवरी हो। उन्होंने कहा कि हार की हताशा में संसद को चुनावी रिंग या नौटंकी का मैदान न बनाएं। जनहित के मुद्दों पर नीतिगत चर्चा हो, नारे न लगें। लेकिन कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने तुरंत पलटवार किया – मुद्दे उठाना ड्रामा नहीं, संसद इसी के लिए है।
प्रियंका ने SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) और दिल्ली प्रदूषण जैसे बड़े मुद्दों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि चुनावी रोल्स की जांच में BLOs पर दबाव से मौतें हो रही हैं, ये अनियोजित है। प्रदूषण से जनता त्रस्त है, संसद में चर्चा होनी चाहिए। ड्रामा तो चर्चा रोकना है। इसी बीच लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने हंगामे पर सदन दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया। विपक्ष SIR, रेड फोर्ट ब्लास्ट, महंगाई पर नारे लगा रहा था।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने पीएम को सबसे बड़ा ‘ड्रामाबाज’ कहा। उन्होंने X पर लिखा कि पीएम संसद कम आते हैं, विपक्ष से सहयोग मांगते हैं लेकिन चर्चा नहीं होने देते। पिछले 11 सालों में किसान कानून, GST, CAA जैसे बिल बिना बहस पारित कराए। अगर सदन नहीं चलता तो जिम्मेदारी पीएम की। मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा कि सरकार संसदीय परंपराओं को कुचल रही है।
सत्र 1 दिसंबर से 19 दिसंबर तक चलेगा, 15 बैठकें होंगी। सरकार के पास 13 बड़े बिल हैं – मणिपुर GST संशोधन, तंबाकू पर नया सेस आदि। पार्लियामेंट्री अफेयर्स मिनिस्टर किरेन रिजिजू ने ऑल पार्टी मीटिंग में कहा कि सभी मुद्दों पर चर्चा का तरीका है। विपक्ष SIR को प्राथमिकता दे रहा, जो 9 राज्यों-3 UTs में चल रहा। दिल्ली AQI जनवरी-नवंबर में 8 सालों का सबसे खराब (2020 लॉकडाउन छोड़कर)।
5 FAQs
- पीएम मोदी ने क्या कहा विपक्ष पर?
ड्रामा नही डिलीवरी चाहिए, हार की हताशा में संसद को नौटंकी का मैदान न बनाएं। - प्रियंका गांधी का जवाब क्या था?
मुद्दे उठाना ड्रामा नही, SIR-प्रदूषण पर चर्चा होनी चाहिए। - जयराम रमेश ने पीएम को क्या कहा?
सबसे बड़ा ड्रामाबाज, संसद में चर्चा नही होने देते। - शीतकालीन सत्र कब तक?
1 से 19 दिसंबर 2025 तक, 15 बैठकें। - विपक्ष मुख्य मुद्दे क्या हैं?
SIR, प्रदूषण, रेड फोर्ट ब्लास्ट, महंगाई।
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