J&K LG मनोज सिन्हा बोले – सरदार पटेल को 1947 में J&K एकीकरण का मौका मिला होता तो इतिहास अलग होता। नेहरू की UN नीति पर विरोध, मोदी ने एक राष्ट्र का सपना पूरा किया।
आर्टिकल 370 हटाकर मोदी ने पूरा किया पटेल का सपना: मनोज सिन्हा की गुजरात यात्रा
J&K का इतिहास बदल जाता अगर सरदार पटेल ने संभाला होता 1947 का एकीकरण: LG मनोज सिन्हा
दोस्तों, जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने गुजरात के वडोदरा में सरदार@150 यूनिटी मार्च में ऐसा बयान दिया है जो इतिहास के पन्नों को फिर से खोल देता है। उन्होंने कहा कि अगर 1947 में जम्मू-कश्मीर के एकीकरण की कमान सरदार वल्लभभाई पटेल के हाथ में होती तो राज्य का पूरा इतिहास अलग होता। नेहरू की नीतियों का विरोध करने वाले आइरन मैन की सलाह मान ली जाती तो आज कश्मीर का मुद्दा कुछ और होता। आइए इस बयान की गहराई समझें और ऐतिहासिक संदर्भ देखें।
सिन्हा वडोदरा के कार्यक्रम में थे जहां थीम था ‘कश्मीर, हैदराबाद और सरदार’। उन्होंने बताया कि सरदार पटेल ने शुरू से ही कहा था – जम्मू-कश्मीर का एक इंच भी पाकिस्तान को नहीं देंगे। नेहरू द्वारा मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र ले जाने का वे कड़े खिलाफ थे। एक रैली में पटेल ने स्पष्ट कहा था कि J&K का पूरा एकीकरण जरूरी है। सिन्हा बोले – पटेल का निर्णायक रवैया अपनाया होता तो इतिहास बदल जाता। पटेल ने हैदराबाद, जूनागढ़ जैसे 562 रियासतों को एक दिन में भारत में मिला लिया था।
1947 का ऐतिहासिक बैकग्राउंड: पटेल vs नेहरू की जंग
15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ। महाराजा हरि सिंह ने स्टैंडस्टिल एग्रीमेंट किया। 22 अक्टूबर को पाकिस्तानी कबायलियों ने हमला किया। 26 अक्टूबर को एक्सेशन साइन। पटेल आर्मी भेजना चाहते थे लेकिन नेहरू शेख अब्दुल्ला और गांधी से सहमत हो UN गए। रिजолюशन 47 पास हुआ – पाक वापस जाए, फिर प्लेबिसाइट। लेकिन पाक न माना। पटेल की डायरी में लिखा – कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा। वे प्राइवेट से कहा करते – नेहरू की वजह से समस्या बढ़ी।
5 FAQs
- LG सिन्हा ने क्या कहा J&K पर?
सरदार पटेल को कमान मिली होती तो J&K का इतिहास बदल जाता। - पटेल ने नेहरू की कौन सी नीति का विरोध किया?
UN ले जाना और कश्मीर मुद्दा इंटरनेशनल बनाना। - आर्टिकल 370 हटाने का पटेल से क्या लिंक?
मोदी ने पटेल के एकीकरण विजन को पूरा किया। - पटेल ने कितनी रियासतें एकीकृत कीं?
562 रियासतें भारत में मिलाईं। - यूनिटी मार्च कहां हुआ?
वडोदरा, गुजरात में सरदार@150 पदयात्रा।
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