नए FDTL नियमों से पायलटों की भारी कमी, IndiGo और Air India के बीच कैप्टन दिग्गजों पर 50 लाख जॉइनिंग बोनस की जंग। जनवरी में 100 पायलट हायरिंग, मिडिल ईस्ट फ्लाइट्स पर पायलटों का पलायन
FDTL नियमों ने उड़ाई एयरलाइंस की नींद: कैप्टन जॉइनिंग पर 50 लाख, मिडिल ईस्ट भाग रहे पायलट
IndiGo vs Air India: कैप्टन दिग्गजों पर Rs 50 लाख जॉइनिंग बोनस की जंग, FDTL नियमों का असर
हाल ही में IndiGo की फ्लाइट शेड्यूल ब्रेकडाउन ने एविएशन इंडस्ट्री को हिला दिया। नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों के सख्त होने से पायलटों की उपलब्धता 30-40% घटी, जिससे दोनों बड़ी एयरलाइंस – IndiGo और Air India ग्रुप – के बीच अनुभवी कैप्टन्स के लिए तीखी होड़ मच गई। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, कैप्टन्स को अब अनसॉलिसिटेड कॉल्स आ रही हैं जिनमें 50 लाख तक जॉइनिंग बोनस ऑफर हो रहा। HR टीम्स, जो पहले कॉस्ट कंट्रोल पर फोकस करती थीं, अब मैनपावर को प्राथमिकता दे रही हैं।
DGCA को IndiGo ने आश्वासन दिया है कि जनवरी में ही 100 पायलट्स हायर करेगा, ताकि दोबारा डिसरप्शन न हो। Air India भी रिक्रूटमेंट ऐड्स चला रही। लेकिन समस्या नई हायरिंग से ज्यादा रिटेंशन की है – कैप्टन्स घरेलू प्रतिद्वंद्वियों के बीच शिफ्ट हो रहे या मिडिल ईस्ट, वियतनाम की एयरलाइंस में जा रहे। एक सीनियर ऑफिशियल ने कहा, “नए FDTL से एक्सपीरियंस्ड पायलटों की कमी गंभीर हो जाएगी। पोचिंग और तेज होगी।”
FDTL नियम: सुरक्षा के नाम पर क्राइसिस
DGCA के नए FDTL नियमों ने पायलट ड्यूटी घंटे कम किए – रात की फ्लाइट्स 10 घंटे से घटाकर 8.5, वीकली रेस्ट 48 घंटे अनिवार्य। इससे फ्लाइट ऑपरेशंस 20% प्रभावित हुए। IndiGo जैसी सिंगल-क्लास A320 फ्लीट वाली एयरलाइन सबसे ज्यादा हिट, जबकि Air India के पास B787 ड्रीमलाइनर जैसे लॉन्ग-हॉल पर वैरायटी है। पूर्व Air India-IndiGo VP कैप्टन शक्ति लुम्बा ने कहा, “वर्किंग कंडीशंस सुधरेंगी नहीं तो मिडिल ईस्ट पलायन रुकेगा नहीं।”
पायलटों की नाराजगी: सैलरी इन्फ्लेशन से पीछे
पायलटों का कहना है कि पे स्ट्रक्चर इन्फ्लेशन से मैच नहीं कर रहा। A320 कैप्टन की बेसिक सैलरी 5-7 लाख/माह, लेकिन FDTL से फ्लाइंग आवर्स घटे तो इनकम 20% कम। मिडिल ईस्ट में एतिहाद, कतर एयरवेज 2-3 गुना ज्यादा देते। भारत में 15,000 कमर्शियल पायलट्स, लेकिन डिमांड 20,000+।
| एयरलाइन | जॉइनिंग बोनस रेंज | जनवरी हायरिंग प्लान | स्थिति |
|---|---|---|---|
| IndiGo | 15-50 लाख | 100 कैप्टन्स | तत्काल क्राइसिस |
| Air India | 25-50 लाख | ग्रोथ फोकस्ड | B787 छोड़ अन्य OK |
| Akasa Air | न्यून | सरप्लस पायलट्स | कोई दबाव नहीं |
IndiGo का रिस्पॉन्स: सैलरी हाइक और हायरिंग बूस्ट
IndiGo ने पायलट कंपेंसेशन में मामूली बढ़ोतरी की – नेक्स्ट मंथ से अलाउंसेज बढ़े, नए ऐडेड। जनवरी में 100 हायरिंग का प्लान। लेकिन पूर्व में बॉन्ड पेमेंट्स ऑफर किए थे (5-15 लाख बॉन्ड के बदले 15-25 लाख बोनस)। अब कैप्टन मैनेजमेंट रिलेशंस सुधारने की जरूरत।
Air India की स्ट्रैटेजी: ग्रोथ के लिए तैयार
Air India के पास ज्यादातर फ्लीट के लिए पर्याप्त पायलट्स, सिवाय B787 के। लेकिन नए एयरक्राफ्ट इंडक्शन के लिए हायरिंग। जनवरी के पहले हफ्ते पॉलिसी चेंज की उम्मीद। B787 पायलट्स अभी B777/A320 से ज्यादा इंटेंस फ्लाई कर रहे, अगले साल बैलेंस होगा।
पायलट पलायन: ग्लोबल कॉम्पिटिशन
भारतीय पायलट्स मिडिल ईस्ट (एतिहाद, कतर, सऊदी) और वियतनाम, थाईलैंड जा रहे। वहां टैक्स-फ्री सैलरी, बेहतर रोटेशन। 2025 में 800+ पायलट्स बाहर गए। इंडस्ट्री ग्रोथ 12% YoY, लेकिन ट्रेनिंग स्कूल्स से सप्लाई कम।
इंडस्ट्री ट्रेंड्स और आंकड़े
– 2025 में भारत 250+ नए एयरक्राफ्ट इंडक्ट करेगा (IndiGo 500 A320neo ऑर्डर)।
– पायलट डिमांड: 2026 तक 25,000।
– एवरेज कैप्टन एग्जिट: 35-40 साल उम्र में विदेश।
– FDTL प्रभाव: फ्लाइट कैंसिलेशन 15% बढ़े।
भविष्य के उपाय: क्या करें एयरलाइंस?
– रोटेशन इम्प्रूव: FDTL के साथ बेटर शेड्यूलिंग।
– सैलरी रिव्यू: इन्फ्लेशन लिंक्ड।
– ट्रेनिंग बूस्ट: इन-हाउस कन्वर्जन कोर्सेज।
– रिटेंशन बोनस: लॉयल्टी इंसेंटिव्स।
DGCA ने गाइडलाइंस जारी कीं, लेकिन पायलट यूनियंस वार्ता चाहतीं।
अकासा एयर का अलग फायदा
Akasa Air के पास पायलट सरप्लस, कोई प्रेशर नहीं। Boeing 737 MAX फ्लीट, कम फ्लाइट्स। लेकिन ग्रोथ के साथ चैलेंज आएगा।
5 FAQs
- FDTL नियम क्या हैं और इनका असर?
फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन – ड्यूटी घंटे कम, रेस्ट बढ़ाया। इससे पायलट उपलब्धता घटी, फ्लाइट्स प्रभावित। - कैप्टन्स को कितना जॉइनिंग बोनस मिल रहा?
15-50 लाख तक, बॉन्ड पेमेंट कवर करने के लिए। IndiGo-Air India के बीच होड़। - IndiGo जनवरी में कितने पायलट हायर करेगा?
100 कैप्टन्स, DGCA को आश्वासन दिया डिसरप्शन रोकने के लिए। - पायलट क्यों मिडिल ईस्ट जा रहे?
टैक्स-फ्री हाई सैलरी, बेहतर वर्किंग, भारत में इन्फ्लेशन से पीछे पे। - Air India की क्या स्थिति?
ज्यादातर फ्लीट OK, B787 पर प्रेशर। जनवरी में पॉलिसी चेंज प्लान।
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