भारत ने 120 किमी रेंज वाले पिनाका गाइडेड रॉकेट का पहला सफल फ्लाइट टेस्ट किया। ओडिशा के चांदीपुर ITR से लॉन्च, सटीक निशाना। उसी दिन DAC ने 79,000 करोड़ के डिफेंस प्रोक्योरमेंट को मंजूरी दी। आर्मी की आर्टिलरी क्रांति!
भारत की MLRS ताकत दोगुनी: 120 किमी पिनाका टेस्ट सफल, 79,000 करोड़ के नए डिफेंस डील के साथ आर्मी की तैयारी!
भारत की सैन्य ताकत में नया आयाम: 120 किमी रेंज पिनाका गाइडेड रॉकेट का पहला सफल टेस्ट
30 दिसंबर 2025 को भारत ने अपनी रक्षा क्षमताओं में एक बड़ा कदम बढ़ाया। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने ओडिशा के चांदीपुर इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (ITR) से 120 किलोमीटर रेंज वाले लॉन्ग रेंज गाइडेड रॉकेट (LRGR) पिनाका का पहला फ्लाइट टेस्ट सफलतापूर्वक किया। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, रॉकेट ने अपनी पूरी रेंज तय की, सभी इन-फ्लाइट मैन्युवर्स प्रदर्शित किए और लक्ष्य पर “टेक्स्टबुक प्रिसिजन” के साथ प्रभाव डाला। ये परीक्षण उसी दिन हुआ जब डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (DAC) ने आर्मी के पिनाका मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (MLRS) के लिए लॉन्ग रेंज गाइडेड रॉकेट एम्युनिशन की खरीद को 79,000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी।
पिनाका सिस्टम, जो पूरी तरह स्वदेशी है, अब भारतीय आर्टिलरी का सबसे घातक हथियार बनने को तैयार है। ये टेस्ट न केवल तकनीकी सफलता है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की रक्षा नीति का प्रतीक भी। ट्रैकिंग सिस्टम्स ने पूरे फ्लाइट पाथ पर निगरानी रखी और सभी पैरामीटर्स परफेक्ट पाए गए।
पिनाका का सफर: 38 किमी से 120 किमी तक की छलांग
पिनाका रॉकेट सिस्टम की शुरुआत 1990 के दशक में हुई। मूल रूप से 38 किमी रेंज वाला अनगाइडेड वर्जन था। फिर आया एक्सटेंडेड रेंज (ER) 45 किमी तक। Mk-I ने 60 किमी तक पहुंचाया। अब LRGR ने 120 किमी की रेंज हासिल कर ली। आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (ARDE) ने डिजाइन किया, हाई एनर्जी मटेरियल्स रिसर्च लेबोरेटरी (HEMRL) ने प्रोपेलेंट्स बनाए। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट लेबोरेटरी (DRDL) और रिसर्च सेंटर इमरात (RCI) ने गाइडेंस सिस्टम दिए।
एक MLRS वाहन 12 रॉकेट्स एक साथ दाग सकता है। 120 किमी रेंज पर सटीकता GPS/INS नेविगेशन से। 10 मिनट में दुश्मन के पूरे ब्रिगेड को नेस्तनाबूद करने की क्षमता।
DAC की 79,000 करोड़ की मंजूरी: क्या मिलेगा?
DAC ने Acceptance of Necessity (AoN) दी पिनाका LRGR एम्युनिशन की खरीद के लिए। ये आर्मी को हाई-प्रिसिजन, लॉन्ग-रेंज फायरिंग कैपेबिलिटी देगा। कुल डील में अन्य डिफेंस इक्विपमेंट भी शामिल। ये स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देगा – TATA, L&T, KELTEC जैसे प्राइवेट पार्टनर्स बनेंगे।
पिनाका वेरिएंट्स की तुलना
| वेरिएंट | रेंज (किमी) | गाइडेंस | स्टेटस |
|---|---|---|---|
| मूल पिनाका | 38 | अनगाइडेड | प्रोडक्शन |
| ER पिनाका | 45-60 | Mk-I गाइडेड | आर्मी में |
| Mk-II | 60+ | GPS/INS | डेवलप्ड |
| LRGR (नया) | 120 | एडवांस्ड | पहला टेस्ट सफल |
रणनीतिक महत्व: चीन-पाक के खिलाफ नया हथियार
LAC पर चीन के साथ तनाव और LoC पर पाकिस्तान की घुसपैठ के दौर में 120 किमी पिनाका गेम-चेंजर।
- LAC: अरुणाचल, लद्दाख में दुश्मन कैंपों को दूर से ध्वस्त।
- LoC: PoK में टेरर कैंप्स पर सटीक हमला।
- सामान्य युद्ध: एरिया सैचुरेशन, काउंटर बैटरी फायर।
रूस का Smerch (90 किमी), चीन का WS-2 (200 किमी) अब पुराना पड़ जाएगा। HIMARS (70 किमी) से आगे।
DRDO की सफलताएं 2025: पिनाका के अलावा
- अग्नि-प्राइम: 1000 किमी बैलिस्टिक।
- ब्रह्मोस-NG: सुपरसोनिक क्रूज।
- नाग ASTRO: हेलीकॉप्टर मिसाइल।
- स्माश गन: 155 एमएम आर्टिलरी।
2025 में 15+ मिसाइल टेस्ट सफल। निर्यात भी शुरू: आर्मेनिया को पिनाका।
आर्टिलरी का भविष्य: स्वदेशी क्रांति
पिनाका के साथ ATAGS (155 एमएम), धनुष, शरवाणी जैसे हथियार आर्मी को फील्ड गन फैमिली देंगे। Bofors घोटाले से आज स्वदेशी तक का सफर। 2030 तक 70% इंपोर्ट कम।
चुनौतियां और आगे की राह
- प्रोडक्शन स्केल-अप: हजारों रॉकेट्स सालाना।
- नाइट फाइटिंग, एंटी-जैमिंग।
- नेटवर्क सेंट्रिक वॉरफेयर इंटीग्रेशन।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह: “पिनाका आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक।”
5 FAQs
- पिनाका LRGR का पहला टेस्ट कब और कहां हुआ?
30 दिसंबर 2025 को ओडिशा के चांदीपुर इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (ITR) से। - नई पिनाका रॉकेट की रेंज कितनी है?
120 किलोमीटर, सटीक गाइडेंस के साथ। - DAC ने क्या मंजूरी दी?
79,000 करोड़ रुपये के डिफेंस प्रोक्योरमेंट, जिसमें पिनाका LRGR एम्युनिशन शामिल। - पिनाका कौन बनाता है?
ARDE डिजाइन, HEMRL प्रोपेलेंट्स, DRDL-RCI गाइडेंस। - इसका रणनीतिक महत्व क्या?
चीन-Pakistan बॉर्डर पर लॉन्ग-रेंज प्रिसिजन स्ट्राइक, MLRS आर्टिलरी को सुपरचार्ज।
- Armament Research Development Establishment ARDE
- Chandipur Integrated Test Range Odisha
- Defence Acquisition Council 79000 crore approval
- DRDO Pinaka LRGR maiden flight
- High Energy Materials Research Laboratory HEMRL
- India rocket artillery capabilities
- long range guided rocket ammunition
- Pinaka guided rocket 120 km test
- Pinaka multiple launch rocket system MLRS India
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