कैमरून में चुनाव परिणामों के ठीक पहले विरोध प्रदर्शन के दौरान चार प्रदर्शनकारी मारे गए, विपक्ष ने मतManipulation का आरोप लगाया।
कैमरून में विरोध प्रदर्शनों के दौरान चार लोगों की गोली मारकर हत्या
कैमरून में चुनाव परिणामों से पहले राजनीतिक तनाव: चार प्रदर्शनकारी मारे गए
कैमरून में लोकसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा से ठीक पहले राजनीतिक तनाव हावी हो गया है। विपक्षी समर्थकों के विरोध प्रदर्शन के दौरान राजधानी दोआला में सुरक्षा बलों ने चार प्रदर्शनकारियों को गोली मार दी। यह घटना रविवार देर रात हुई, जिससे देश में चिंता और उथल-पुथल बढ़ गई है।
विरोध प्रदर्शन विपक्षी नेता इसा टीचरोमा बाकारी के आह्वान पर शुरू हुए थे, जिन्होंने दावा किया है कि वे राष्ट्रपति पॉल बिया को चुनाव में हराए हैं। विपक्ष ने मतदान में धांधली का आरोप लगाया है और अंतिम परिणामों को मानने से इनकार किया है। दंगों में सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए और पुलिस छावनियों पर भी हमला किया।
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया जबकि प्रदर्शनकारियों ने मुख्य सड़कों को बाधित कर रखा था। वीडियो फुटेज में विरोधियों और पुलिस के बीच जबरदस्त टकराव दिखा। कई प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी भी हुई है।
कैमरून के लिटोरल क्षेत्र के गवर्नर सैमुएल डियुडोन इवाहा डिबोआ ने बताया कि चार प्रदर्शनकारियों की मौत हुई और कई सुरक्षा कर्मी घायल हैं। उन्होंने हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
92 वर्षीय राष्ट्रपति पॉल बिया, जो दशकों से देश पर शासन कर रहे हैं, की फिर से जीत की तैयारी ने युवाओं और विपक्षी धड़ों में गुस्सा भड़का दिया है। विपक्ष के आरोपों के बावजूद, चुनाव आयोग ने मतदान को निष्पक्ष बताया है, लेकिन परिणामों को लेकर विवाद जारी है।
कैमरून का यह चुनावी हिंसा और चार आदमी की मौत सामाजिक और राजनीतिक स्थिरता के लिए गंभीर चुनौती बन गई है। देश में शांति स्थापित करने के लिए तटस्थ और प्रभावी संवाद की आवश्यकता महसूस हो रही है।
FAQs
- कब और कहाँ यह घटना हुई?
- चुनाव परिणामों से पहले रविवार को राजधानी दोआला में।
- विरोध प्रदर्शन किस कारण शुरू हुए?
- विपक्ष ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया और परिणामों को मानने से इनकार किया।
- कितने लोग मारे गए?
- चार प्रदर्शनकारी गोली लगने से मारे गए।
- प्रशासन ने क्या कदम उठाए?
- प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का उपयोग और कई गिरफ्तारियां।
- इस हिंसा का राजनीतिक कारण क्या है?
- लंबे समय से सत्ता पर काबिज राष्ट्रपति की संभावित पुनर्निर्वाचित और विपक्ष का असंतोष।
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