एलन मस्क ने कनाडा हेल्थकेयर को DMV जैसा बताया जब भारतीय मूल के प्राशांत श्रीकुमार की एडमॉन्टन अस्पताल में 8 घंटे चेस्ट पेन वेटिंग के बाद मौत हो गई। MEA ने जांच की मांग की।
कनाडा अस्पताल में 8 घंटे इंतजार: भारतीय चेस्ट पेन से तड़पता रहा, मस्क ने कहा DMV जैसा सिस्टम!
प्राशांत श्रीकुमार की दर्दनाक मौत: कनाडा ER में 8 घंटे चेस्ट पेन के बाद प्राण गए, एलन मस्क ने सिस्टम को फाड़ा
22 दिसंबर 2025 को एडमॉन्टन के ग्रे नन्स कम्युनिटी हॉस्पिटल में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक प्राशांत श्रीकुमार (44 वर्ष) ने सीने में तेज दर्द की शिकायत की, लेकिन इमरजेंसी विभाग में 8 घंटे से ज्यादा इंतजार के बाद उनकी मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि बार-बार दर्द बताने के बावजूद उन्हें सिर्फ बेसिक दवा दी गई। इस मामले ने टेक बिलियनेयर एलन मस्क का ध्यान खींचा, जिन्होंने कनाडा के पब्लिक हेल्थकेयर सिस्टम पर तीखा तंज कसा। भारत की विदेश मंत्रालय (MEA) ने भी कनाडा सरकार से जवाबदेही और जांच की मांग की।
परिवार का दर्दभरा बयान
प्राशांत दोपहर करीब 12:15 बजे हॉस्पिटल पहुंचे। ट्रायेज/वेटिंग एरिया में उन्हें 8 घंटे से ज्यादा रखा गया। उनके पिता ने बताया कि बेटा बार-बार सीने में ‘बहुत तेज दर्द’ की शिकायत कर रहा था। परिवार का कहना है कि शुरुआती ECG में इमरजेंसी न दिखने पर प्राथमिकता नहीं मिली। आखिरकार अंदर ले जाने के तुरंत बाद वे गिर पड़े और डॉक्टर उन्हें बचा न सके। पत्नी का सोशल मीडिया वीडियो वायरल हो गया, जिसमें उन्होंने पूरी घटना बयान की।
एलन मस्क का धमाकेदार ट्वीट
26 दिसंबर को एलन मस्क ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा: “जब सरकार मेडिकल केयर संभालती है, तो ये DMV जितना ही अच्छा होता है।” DMV अमेरिका का डिपार्टमेंट ऑफ मोटर व्हीकल्स है, जो अपनी लंबी लाइनों और खराब सर्विस के लिए बदनाम है। मस्क का ये कमेंट वायरल हो गया और कनाडा के पब्लिकली फंडेड हेल्थकेयर मॉडल पर बहस छेड़ दी। ये सिर्फ एक हॉस्पिटल का मामला नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की कैपेसिटी, वेट टाइम्स और अकाउंटेबिलिटी पर सवाल है।
MEA की प्रतिक्रिया
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने मामले का संज्ञान लिया। प्रवक्ता ने कहा कि कनाडा सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और मौत के हालातों की जांच करनी चाहिए। प्राशांत केरल मूल के थे और कैनेडा में बसे थे। ये घटना भारतीय डायस्पोरा के लिए भी सवाल खड़ी कर रही – क्या पब्लिक हेल्थकेयर में भारतीय मूल के लोग सुरक्षित हैं?
कनाडा हेल्थकेयर सिस्टम की सच्चाई: आंकड़े चौंकाने वाले
कनाडा का यूनिवर्सल हेल्थकेयर सिस्टम मशहूर है, लेकिन ER वेट टाइम्स एक बड़ी समस्या। कनाडियन इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ इंफॉर्मेशन (CIHI) के 2025 डेटा के मुताबिक:
- मीडियन ER वेट टाइम: 2.5-3 घंटे (अल्बर्टा में 3.2 घंटे)
- हाई-रिस्क मामलों में 10% पेशेंट्स 12+ घंटे इंतजार
- कार्डियक इमरजेंसी में डिले से 15-20% मृत्यु दर बढ़ सकती (जर्नल ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन)
अल्बर्टा प्रांत में 2025 में ER बैकलॉग रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा। डॉक्टरों की कमी, नर्सिंग स्टाफ क्राइसिस और ओल्ड पेशेंट्स की बढ़ती संख्या जिम्मेदार। ट्रायेज सिस्टम CTAS (कनाडियन ट्रायेज एंड एक्युटिस स्केल) फॉलो करता है, जहां चेस्ट पेन लेवल 2-3 हो सकता, लेकिन अगर ECG नॉर्मल तो प्राथमिकता कम।
प्राशांत का केस: ट्रायेज फेलियर या सिस्टम ओवरलोड?
चेस्ट पेन हाई-रिस्क सिम्पटम है। NIH और WHO गाइडलाइंस कहती हैं कि ECG नॉर्मल होने पर भी मॉनिटरिंग जरूरी। प्राशांत को बेसिक दवा (शायद एस्पिरिन/नाइट्रोग्लिसरीन) दी गई, लेकिन कार्डियक इवेंट विकसित होने पर डिले फेटल साबित हुआ। परिवार का आरोप – डॉक्टरों को बार-बार बताया, लेकिन प्रायोरिटी नहीं मिली। ये क्राउडेड ER में ट्रायेज का स्ट्रेस टेस्ट है।
मस्क का कमेंट क्यों वायरल?
एलन मस्क के 200 मिलियन+ फॉलोअर्स हैं। उनका ट्वीट कनाडा के हेल्थकेयर पर बहस को ग्लोबल बना दिया। कंजर्वेटिव सर्कल में प्राइवेट हेल्थकेयर की वकालत तेज। लिबरल्स इसे एक केस को जेनरलाइज करने का आरोप लगा रहे। लेकिन आंकड़े झूठ नहीं बोलते – 2025 में कनाडा में 7 मिलियन ER विजिट्स में 20% लॉन्ग वेट।
भारतीय डायस्पोरा पर असर
कनाडा में 15 लाख+ भारतीय मूल के लोग। ये घटना स्टडी/जॉब वीजा पर जाने वालों के लिए चेतावनी। भारत में प्राइवेट हेल्थकेयर मजबूत, लेकिन कनाडा का पब्लिक सिस्टम ओवरलोड। NRIs हेल्थ इंश्योरेंस/प्राइवेट क्लिनिक्स पर निर्भर। MEA की एंट्री से डिप्लोमैटिक प्रेशर बनेगा।
वैश्विक तुलना: हेल्थकेयर मॉडल्स
| देश | सिस्टम टाइप | ER वेट एवरेज | कार्डियक सर्वाइवल रेट |
|---|---|---|---|
| कनाडा | पब्लिक यूनिवर्सल | 3 घंटे | 85% |
| USA | प्राइवेट+पब्लिक | 2.5 घंटे (इंश्योर्ड) | 90% |
| भारत (प्राइवेट) | प्राइवेट | 30 मिनट-1 घंटा | 88% |
| UK (NHS) | पब्लिक | 4 घंटे | 82% |
कनाडा सरकार का रुख
अल्बर्टा हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा कि केस रिव्यू होगा। लेकिन परिवार चाहता आंतरिक जांच के अलावा इंडिपेंडेंट प्रोब। प्रीमियर डेनिएल स्मिथ ने बैकलॉग कम करने के लिए 500 मिलियन डॉलर का प्लान ऐलान किया।
भविष्य की चेतावनी
ये घटना पब्लिक हेल्थकेयर के खतरे दिखाती। चेस्ट पेन हो तो इग्नोर न करें – तुरंत प्राइवेट/ट्रॉमा सेंटर जाएं। कनाडा में हेल्थ कार्ड होने पर भी वेट टाइम्स प्लान करें। मस्क का तंज सही कहा न गलत, लेकिन प्राशांत की मौत व्यर्थ नहीं जानी चाहिए।
5 FAQs
- प्राशांत श्रीकुमार की मौत कैसे हुई?
एडमॉन्टन के ग्रे नन्स हॉस्पिटल ER में 8+ घंटे चेस्ट पेन वेटिंग के बाद ट्रीटमेंट एरिया में गिर पड़े। - एलन मस्क ने क्या कहा कनाडा हेल्थकेयर पर?
“सरकारी मेडिकल केयर DMV जितना अच्छा होता है” – लंबी लाइनों वाली सरकारी सर्विस पर तंज। - MEA ने क्या एक्शन लिया?
कनाडा सरकार से जिम्मेदारी लेने और मौत के हालातों की जांच की अपील की। - कनाडा ER वेट टाइम्स कितने हैं?
औसत 3 घंटे, अल्बर्टा में 3.2 घंटे। 12+ घंटे वेट 12% केसेज में। - चेस्ट पेन में क्या करें कनाडा में?
ट्रायेज लेवल 2-3 हो सकता, ECG नॉर्मल होने पर भी मॉनिटरिंग जरूरी। प्राइवेट क्लिनिक या ट्रॉमा सेंटर प्रेफर।
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