राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर पुतिन से मिलने से रोकने का आरोप लगाया। LoP के तौर पर रूस दौरे पर बातचीत न करने दी। असुरक्षा नीति बताई।
राहुल का बड़ा आरोप: मोदी सरकार ने पुतिन से मिलने से रोका, असुरक्षा की नीति?
राहुल गांधी का मोदी सरकार पर तीखा हमला: पुतिन से मिलने से रोका, असुरक्षा की नीति है ये
दोस्तों, राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। कहते हैं कि रूस दौरे के दौरान पुतिन से मिलने का मौका रोका गया। इसे उन्होंने ‘असुरक्षा की नीति’ करार दिया। पुतिन अभी दिल्ली में हैं, मोदी से मिले। लेकिन राहुल का कहना है कि LoP होने के बावजूद विदेश नीति पर बात करने न दिया गया। आइए इस पूरे मामले की गहराई समझें।
राहुल गांधी रूस गए थे दिसंबर 2025 में। वहां विपक्षी नेताओं से मिले, रूसी संसद में बोले। लेकिन पुतिन से मीटिंग का प्रोग्राम कैंसल कर दिया गया। राहुल ने X पर पोस्ट किया – ‘मोदी सरकार ने LoP को पुतिन से मिलने से रोका। ये उनकी असुरक्षा दिखाता है। लोकतंत्र में विपक्ष को विदेश नीति पर बोलना चाहिए।’ कांग्रेस का कहना – ये पहली बार नहीं। पहले भी विदेश यात्राओं पर रोका।
क्या कहती है सरकार? राजनीतिक घमासान
सरकार ने साफ किया – कोई ब्लॉकिंग नहीं। विदेश मंत्रालय बोला, ‘राहुल की मीटिंग रूसी साइड ने कैंसल की। प्रोटोकॉल के मुताबिक LoP को राष्ट्रपति से मिलना जरूरी नहीं।’ BJP ने पलटवार किया – राहुल रूस जाकर कांग्रेस की पुरानी कम्युनिस्ट लाइन दोहरा रहे। अमित मल्होत्रा बोले, ‘पुतिन-मोदी की दोस्ती पर सवाल मत उठाओ।’ राहुल ने जवाब दिया – ‘ये असुरक्षा है, विपक्ष को दबाना चाहते हो।’ विपक्षी दल TMC, SP ने समर्थन किया।
5 FAQs
- राहुल ने क्या आरोप लगाया?
मोदी सरकार ने पुतिन से मिलने से रोका। - सरकार का जवाब क्या?
रूसी साइड ने कैंसल किया, प्रोटोकॉल। - LoP को क्या अधिकार?
संसद में बोलना, लेकिन विदेश मीटिंग पर MEA गाइड। - पुतिन दौरा कब?
दिसंबर 2025, Su-57 डील फोकस। - इसका राजनीतिक असर?
विपक्ष एकजुट, 2029 चुनाव मुद्दा।
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