राहुल गांधी ने कहा कि वायु प्रदूषण भारत में एक स्वास्थ्य आपातकाल है और इसे लेकर संसद में तुरंत बहस होनी चाहिए।
राहुल गांधी का सरकार पर हमला: बच्चों के जहरीले वातावरण में सांस लेने का सवाल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देश में वायु प्रदूषण को गंभीर स्वास्थ्य आपातकाल बताया है और इसका तत्काल समाधान निकालने के लिए संसद में विस्तृत बहस की मांग की है। उन्होंने X (पूर्व ट्विटर) पर कहा, “हर मां मुझे यही बताती है कि उनके बच्चे जहरीली हवा में सांस ले रहे हैं। बच्चे थके हुए, डरे हुए और गुस्से में हैं। मोदी जी, भारत के बच्चे हमारे सामने घुट रहे हैं। आप चुप कैसे रह सकते हैं? आपकी सरकार में कोई योजना, कोई जिम्मेदारी नहीं दिखती।”
स्वच्छ हवा के लिए कार्रवाई जरूरी
गांधी ने जोर देकर कहा कि देश को एक ठोस कार्रवाई योजना की आवश्यकता है ताकि बच्चों को स्वच्छ हवा मिल सके। “हमारे बच्चे बहाने नहीं चाहते, बल्कि साफ हवा चाहते हैं,” उन्होंने कहा।
यह बयान देश में बढ़ती वायु प्रदूषण की समस्या और जनता की चिंता को दर्शाता है। राहुल गांधी की यह अपील सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश है ताकि वायु प्रदूषण को लेकर त्वरित और प्रभावी कदम उठाए जाएं।
FAQs:
- राहुल गांधी ने वायु प्रदूषण को कैसे बताया?
- सांसदों से उन्होंने क्या मांग की है?
- वे मोदी सरकार की क्या आलोचना कर रहे हैं?
- बच्चों पर वायु प्रदूषण का क्या प्रभाव है?
- इस मुद्दे पर तत्काल क्या कार्रवाई हो सकती है?
Leave a comment