RBI Monetary Policy Update 2025: RBI ने अपनी मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो दर को 5.5% पर स्थिर रखा है। मुद्रास्फीति में सुधार के साथ GDP वृद्धि का अनुमान 6.7% से थोड़ा कम किया गया है।
RBI नीति समिति की अहम बैठक में क्या निर्णय हुए?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने सितंबर 2025 की बैठक में रेपो दर को आगामी अवधि के लिए 5.50% पर अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया है। यह निर्णय भारतीय अर्थव्यवस्था में जारी स्थिरता और मुद्रास्फीति नियंत्रण की दिशा में एक सतर्क कदम माना जा रहा है।
RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि आर्थिक वृद्धि और मुद्रास्फीति का ध्यान रखते हुए यह फैसला लिया गया है। मौजूदा वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वृद्धि का अनुमान 6.7% से थोड़ा घटाकर रखा गया है। वहीं, मुद्रास्फीति के दबावों में कमी देखने को मिल रही है, और RBI ने इसे नियंत्रण में रखा हुआ है।
रेपो दर स्थिर रखने का निर्णय इस बात का संकेत देता है कि केंद्रीय बैंक वर्तमान में आर्थिक विकास को सहारा देने और मुद्रास्फीति को नियंत्रित रखने के बीच संतुलन बनाए रखना चाहता है। इसके साथ ही बैंकिंग क्षेत्र के लिए नकदी प्रबंधन बनाए रखने के उद्देश्य से स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी (SDF) और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) की दरों को भी अपरिवर्तित रखा गया है।
मुद्रास्फीति पूर्वानुमानों में सुधार मुख्यतः अच्छे मानसून, बेहतर आपूर्ति श्रृंखला और वस्तु एवं सेवा कर (GST) में हाल के कटौती के कारण है। इसके परिणामस्वरूप उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) मुद्रास्फीति को RBI के लक्ष्य सीमा के भीतर बनाए रखने की उम्मीद है।
आने वाले महीनों में RBI की नीतियों में आवश्यकतानुसार संशोधन संभव है, लेकिन फिलहाल मौद्रिक नीति को ‘न्यूट्रल’ रखा गया है, जिसका अर्थ है कि दरों को बढ़ाने या घटाने दोनों के लिए विकल्प खुले हैं।
FAQs
- RBI ने अपनी सितंबर 2025 बैठक में क्या निर्णय लिया?
उत्तर: रेपो दर को 5.5% पर स्थिर रखा गया। - 2025-26 के लिए GDP और मुद्रास्फीति का अनुमान क्या है?
उत्तर: GDP वृद्धि का अनुमान लगभग 6.7% और मुद्रास्फीति का लक्ष्य 4% ± 2% के बीच है। - मौद्रिक नीति के तहत अन्य प्रमुख दरें क्या हैं?
उत्तर: SDF दर 5.25%, MSF और बैंक रेट 5.75%। - क्या RBI अगले सत्रों में ब्याज दरों में बदलाव कर सकता है?
उत्तर: हाँ, आर्थिक हालात के आधार पर दरें बढ़ाने या घटाने की गुंजाइश बनी हुई है। - रेपो दर स्थिर रहने से आम नागरिकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
उत्तर: होम लोन और अन्य कर्ज की EMI में फिलहाल कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। - मुद्रास्फीति में सुधार के कारण क्या हैं?
उत्तर: अच्छी कृषि उपज, सप्लाई चेन सुधार, और GST कटौती।
Leave a comment