तेजस्वी यादव ने बिहार में महिलाओं को मकर संक्रांति पर एक साल के लिए 30,000 रुपये देने का वादा किया, जो महागठबंधन के लिए बड़ा राजनीतिक फायदा हो सकता है।
महिलाओं के लिए 30,000 रुपये देने का वादा तेजस्वी यादव का महागठबंधन को नया राजनीतिक हथियार
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के अंतिम दिन राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने ‘माई बहिन मान योजना’ के तहत महिलाओं को प्रति वर्ष ₹30,000 की आर्थिक सहायता देने का वादा किया। इसका ऐलान पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किया गया, जिसमें उन्होंने कहा कि यह योजना आर्थिक न्याय और महिला सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
तेजस्वी यादव ने बताया, “मकर संक्रांति के दिन महिलाओं के खातों में साल भर के लिए ₹30,000 का जमा किया जाएगा। मैंने बिहार की महिलाओँ से बातचीत की है और वे इस योजना को लेकर उत्साहित हैं। यह आर्थिक स्वतंत्रता की दिशा में बड़ा बदलाव होगा।”
यह योजना पिछली जदयू-भाजपा की ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ का जवाब है, जिसके तहत लगभग 1 करोड़ महिलाओं के खाते में ₹10,000 जमा किए गए थे, जिसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को स्वरोज़गार के अवसर प्रदान करना था।
‘माई बहिन मान योजना’ के अलावा, महागठबंधन ने 1 करोड़ ‘लाखपति दीदियां’ बनाने, हर उप-विभाग में महिला कॉलेज स्थापित करने और 136 ब्लॉकों में नए डिग्री कॉलेज खोलने का भी वादा किया है। इसके साथ ही, जीवनिका कम्युनिटी मोबिलाइज़र को स्थायी सरकारी कर्मचारी बनाने और उन्हें ₹30,000 वेतन देने की योजना भी है।
महिला मतदाता बिहार में चुनावी समीकरण का अहम हिस्सा हैं, जहां उनकी संख्या लगभग 3.5 करोड़ है, जो कुल मतदाताओं का 47% है। पिछले चुनावों में महिलाओं की मतदान प्रतिशत पुरुषों से अधिक रही है, जो चुनाव परिणामों पर उनका प्रभाव दिखाता है।
तेजस्वी यादव का यह वादा महागठबंधन को नीतीश कुमार नेतृत्व वाली एनडीए के मुकाबले एक नया राजनीतिक बल देने की संभावना रखता है, खासकर महिलाओं के समर्थन को आकर्षित करने में।
FAQs
- ‘माई बहिन मान योजना’ के तहत महिलाओं को कितनी राशि मिलेगी?
₹30,000 प्रति वर्ष। - यह योजना कब शुरू होगी?
मकर संक्रांति के दिन पहली किस्त दी जाएगी। - महागठबंधन ने महिलाओं के लिए और क्या वादे किए हैं?
लाखपति दीदियां, महिला कॉलेज, जीवनिका मोबिलाइज़र को सरकारी नौकरी और अन्य कल्याण योजनाएं। - महिलाओं की बिहार चुनाव में भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है?
लगभग 47% मतदाता महिलाएं हैं और इनकी भूमिका निर्णायक मानी जाती है। - यह योजना भाजपा की महिला रोजगार योजना से कैसे अलग है?
यह आर्थिक सहायता की राशि में अधिक है और महिलाओं की व्यापक सशक्तिकरण पर केंद्रित है। 
                                                                        
                            
                            
				                
				            
						            
						            
						            
 
			        
 
			        
 
			        
 
			        
				            
				            
				            
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