केंद्र सरकार ने रबी 2025-26 के लिए पोषक तत्व आधारित खाद सब्सिडी को 37,952 करोड़ रुपए स्वीकृत किए, जिससे खाद सस्ती उपलब्ध होगी।
केंद्र सरकार ने 37,952 करोड़ रुपए की पोषक तत्व आधारित खाद सब्सिडी को मंजूरी दी
भारत सरकार ने रबी 2025-26 मौसम के लिए पोषक तत्व आधारित खाद सब्सिडी (Nutrient Based Subsidy – NBS) के अंतर्गत 37,952 करोड़ रुपए की अप्रतिम राशि को मंजूरी दी है। इस फैसले का उद्देश्य किसानों को कम कीमत पर गुणवत्तापूर्ण खाद उपलब्ध कराना और कृषि उत्पादन को बढ़ावा देना है। इस बजट में करीब 736 करोड़ रुपए का इजाफा पिछले खरीफ सीजन की तुलना में किया गया है।
पोषक तत्व आधारित खाद सब्सिडी क्या है?
पोषक तत्व आधारित खाद सब्सिडी योजना का मकसद किसानों को नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटैशियम और सल्फर युक्त खादों की उचित कीमत पर उपलब्धता सुनिश्चित करना है। यह 2010 से लागू है और खाद बनाने वाली कंपनी या आयातकों को सीधे सब्सिडी दी जाती है, ताकि किसानों को खाद के दाम कम मिलें।
सब्सिडी के नए दर
- नाइट्रोजन (N) के लिए सब्सिडी रु 43.02 प्रति किलोग्राम
- फॉस्फोरस (P) रु 47.96 प्रति किलोग्राम
- पोटैशियम (K) रु 2.38 प्रति किलोग्राम
- सल्फर (S) रु 2.87 प्रति किलोग्राम
यह दरें 1 अक्टूबर 2025 से 31 मार्च 2026 तक लागू रहेंगी।
सब्सिडी बढ़ाने का प्रभाव
इस बढ़ोतरी से मुख्य खाद जैसे डाय-अमोनियम फॉस्फेट (DAP) और अन्य NPKS ग्रेड्स किसानों को सस्ते में उपलब्ध होंगे। इससे वे बेहतर पोषण के साथ अपनी फसलों की पैदावार बढ़ा सकेंगे और खाद की किल्लत या महंगाई से राहत मिलेगी।
कृषि क्षेत्र के लिए लाभ
- किसानों को खाद सस्ती और आसानी से उपलब्ध होगी।
- फसलों की उपज बढ़ेगी जिससे खाद्य सुरक्षा मजबूत होगी।
- खाद निर्माता कंपनियों को भी वित्तीय स्थिरता मिलेगी।
- लंबी अवधि में कृषि विकास के लिए निवेश बढ़ेगा।
रबी सीजन की तैयारी
देशभर में वसंत फसलों की बुवाई शुरू हो चुकी है, जिसमें गेहूं, सरसों और चना प्रमुख हैं। खाद सब्सिडी के सही समय पर मिलने से किसानों को खेती के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की आपूर्ति हो सकेगी।
पोषक तत्व सब्सिडी दरें (रु/किलो ग्राम)
| पोषक तत्व | सब्सिडी दर (रु/किग्रा) | पिछला (खरीफ़ 2025) |
|---|---|---|
| नाइट्रोजन (N) | 43.02 | 43.02 |
| फॉस्फोरस (P) | 47.96 | 43.60 |
| पोटैशियम (K) | 2.38 | 2.38 |
| सल्फर (S) | 2.87 | 1.77 |
FAQs
- पोषक तत्व आधारित खाद सब्सिडी क्या है?
यह योजना किसानों को नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटैशियम और सल्फर युक्त खाद सस्ती दरों पर उपलब्ध कराने के लिए है। - इस बार सब्सिडी में वृद्धि क्यों हुई?
अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्य वस्तुओं की कीमतों और उत्पादन लागत को ध्यान में रखते हुए सब्सिडी बढ़ाई गई है। - सब्सिडी कब से लागू होगी?
यह सब्सिडी 1 अक्टूबर 2025 से 31 मार्च 2026 तक रबी सीजन के लिए लागू होगी। - इससे किसानों को क्या लाभ होगा?
किसानों को सस्ते दाम पर खाद मिलेगी जिससे फसल की गुणवत्ता और उत्पादन बढ़ेगा। - सरकार इस योजना के अंतर्गत किन खादों को कवर करती है?
डाय- अमोनियम फॉस्फेट (DAP) सहित 28 प्रकार के फॉस्फेटिक और पोटैशिक खाद इस योजना में कवर होते हैं।
इस फैसले से भारतीय किसानों को खाद की उपलब्धता और किफायती दरों में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी, जो कृषि उत्पादन में वृद्धि और खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देगा। सरकार का यह कदम कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने की दिशा में एक सकारात्मक पहल है।
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