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RSSB ग्राम विकास अधिकारी (VDO): गांवों की तरक्की की रीढ़

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गांव मजबूत तो देश मजबूत

हमारा देश भारत, जिसकी करीब 65% आबादी गांवों में रहती है, वहां पर गांवों का विकास बहुत जरूरी हो जाता है। और इसी विकास की बागडोर संभालते हैं ग्राम विकास अधिकारी (VDO)। ये अफसर सरकार की योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाते हैं, ताकि हर नागरिक तक तरक्की की रोशनी पहुंचे।

राजस्थान स्टाफ सिलेक्शन बोर्ड (RSSB) के जरिए नियुक्त होने वाला VDO, ग्रामीण प्रशासन और विकास में एक अहम भूमिका निभाता है। ये न सिर्फ एक सरकारी नौकरी है, बल्कि देश के सबसे अहम हिस्से यानी गांवों में सीधे बदलाव लाने का मौका भी है।

तो चलिए, जानते हैं कि VDO होता कौन है, उसकी क्या जिम्मेदारियां हैं, भर्ती कैसे होती है और ये पोस्ट इतनी पॉपुलर क्यों है।


ग्राम विकास अधिकारी (VDO) कौन होता है?

ग्राम विकास अधिकारी यानी Village Development Officer, पंचायत राज सिस्टम के तहत एक सरकारी अधिकारी होता है जो गांवों में विकास और योजनाओं की निगरानी करता है।

राजस्थान में इस पद की भर्ती Rajasthan Staff Selection Board (RSSB) करता है और इसे हिंदी में ग्राम विकास अधिकारी या ग्राम सेवक कहा जाता है।

VDO ही वो शख्स होता है जो सरकार और गांव के लोगों के बीच की कड़ी बनाता है।


भर्ती संस्था: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB)

RSSB (या RSMSSB) राजस्थान सरकार का अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड है, जो ग्रुप-C और ग्रुप-D के लिए भर्ती करता है।

ग्राम विकास अधिकारी की पोस्ट ग्रुप-C में आती है, जो एक स्थायी सरकारी पद है।


VDO बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?

1. शैक्षणिक योग्यता

  • किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक (Graduation) पास होना जरूरी है।
  • इसके साथ ही कंप्यूटर में सर्टिफिकेट या डिप्लोमा जरूरी है, जैसे:
    • O Level (DOEACC)
    • COPA या DPCS (NCVT/SCVT)
    • कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा

2. उम्र सीमा

  • न्यूनतम उम्र: 18 साल
  • अधिकतम उम्र: 40 साल
    (आरक्षित वर्गों को सरकारी नियमों के तहत छूट मिलती है)

3. नागरिकता

  • उम्मीदवार भारतीय नागरिक होना चाहिए।
  • राजस्थान के मूल निवासियों को प्राथमिकता दी जाती है।

भर्ती प्रक्रिया: कैसे होता है चयन?

1. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)

  • वस्तुनिष्ठ प्रकार की परीक्षा (MCQ)
  • समय: 2 घंटे
  • कुल प्रश्न: 100
  • कुल अंक: 100
  • विषय: सामान्य ज्ञान, रीजनिंग, गणित, कंप्यूटर और राजस्थान GK
    (यह सिर्फ स्क्रीनिंग के लिए होती है)

2. मुख्य परीक्षा (Mains Exam)

  • कुल अंक: 100
  • समय: 2 घंटे
  • विषय: राजस्थान की भौगोलिक स्थिति, पंचायती राज, विकास योजनाएं, वर्तमान घटनाएं आदि
    (अंतिम मेरिट इसी पर बनती है)

नोट: दोनों परीक्षाओं में नेगेटिव मार्किंग होती है (गलत उत्तर पर 1/3 अंक काटे जाते हैं)


VDO की जिम्मेदारियां क्या होती हैं?

ग्राम विकास अधिकारी का काम बहुआयामी होता है। ये ग्राम पंचायत या पंचायत समिति स्तर पर नियुक्त होते हैं।

इनकी मुख्य जिम्मेदारियां हैं:

1. सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन

  • जैसे कि मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, जल जीवन मिशन आदि।
  • लाभार्थियों की पहचान, फंड का सही उपयोग और काम की निगरानी करना।

2. ग्रामीण ढांचा विकास (Infrastructure)

  • गांव में सड़क, नाली, पानी की व्यवस्था, स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र आदि का निर्माण और सुधार।

3. लोगों से जुड़ाव

  • जनसभाएं और जागरूकता अभियान चलाना।
  • लोगों को योजनाओं के बारे में जानकारी देना और उनकी भागीदारी बढ़ाना।

4. रिकॉर्डिंग और रिपोर्टिंग

  • गांव की जनसंख्या, संसाधन, जमीन, रोजगार आदि का डाटा रखना।
  • ब्लॉक ऑफिस को समय-समय पर रिपोर्ट भेजना।

5. पंचायत को सहयोग

  • सरपंच और पंचायत सचिव के साथ मिलकर कार्य करना।
  • ग्राम सभा की बैठकों, पंचायत चुनाव, ऑडिट आदि में सहयोग देना।

6. निगरानी और निरीक्षण

  • परियोजना स्थलों पर जाकर काम की गुणवत्ता और प्रगति की जांच करना।
  • यदि कोई समस्या हो तो उसे संबंधित अधिकारियों को बताना।

वेतन और सुविधाएं: कितना कमाता है एक VDO?

वेतनमान (Pay Scale):

  • 7वें वेतन आयोग के अनुसार Level-6 Pay Matrix
  • मूल वेतन: ₹35,400 – ₹1,12,400 प्रतिमाह

इन-हैंड सैलरी

  • शुरूआत में करीब ₹40,000 प्रति माह (भत्तों सहित)

अन्य लाभ

  • महंगाई भत्ता (DA)
  • मकान किराया भत्ता (HRA)
  • यात्रा भत्ता (TA)
  • मेडिकल रिंबर्समेंट
  • पेंशन और ग्रेच्युटी (रिटायरमेंट के बाद)

पदोन्नति के अवसर

  • वरिष्ठ VDO
  • ब्लॉक स्तर पर विकास अधिकारी
  • सहायक विकास अधिकारी (ADO)
  • राज्य सिविल सेवा परीक्षा देने का मौका भी मिलता है

कार्यस्थल और वातावरण

VDO को आमतौर पर ग्रामीण या कस्बाई इलाकों में तैनात किया जाता है। इनका काम क्षेत्र में जाकर प्रोजेक्ट्स को देखना और अधिकारियों से तालमेल बनाना होता है।

जॉब प्रोफाइल में होता है:

  • गांवों के दौरे
  • ब्लॉक और जिला अधिकारियों के साथ मीटिंग
  • स्थानीय लोगों से संवाद
  • योजनाओं का मैनेजमेंट

यह काम चुनौतियों से भरा होता है लेकिन सामाजिक रूप से बहुत संतोषजनक भी है।


राजस्थान में VDO की खास अहमियत क्यों है?

राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है (क्षेत्रफल में) और यहां की अधिकतर आबादी गांवों में रहती है। कई गांव अभी भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं, जैसे:

  • पानी की कमी
  • खराब सड़कों का जाल
  • शिक्षा और स्वास्थ्य की कम पहुंच
  • बेरोजगारी

इसलिए VDO ही वो व्यक्ति होता है जो इन समस्याओं को योजनाओं से जोड़ता है और धरातल पर समाधान लाने में मदद करता है।


क्या चुनौतियां होती हैं VDO के सामने?

हालांकि ये पद जिम्मेदारी भरा है, लेकिन इससे जुड़े कई मुद्दे हैं:

  • तकनीकी और स्टाफ की कमी
  • स्थानीय राजनीति का हस्तक्षेप
  • कुछ जगहों पर भ्रष्टाचार
  • आधुनिक तकनीक की कमी
  • फंड रिलीज में देरी

इन सबको सुधारने के लिए सरकार अब ई-गवर्नेंस, डिजिटल रिकॉर्ड्स, और बेहतर ट्रेनिंग पर ज़ोर दे रही है।


VDO बनने की तैयारी कैसे करें?

1. सिलेबस को अच्छे से समझें

  • राजस्थान सामान्य ज्ञान
  • भारतीय राजनीति (विशेष रूप से पंचायत राज)
  • करेंट अफेयर्स
  • रीजनिंग और मानसिक योग्यता
  • कंप्यूटर ज्ञान
  • बेसिक गणित और अंग्रेज़ी

2. स्टैंडर्ड किताबें पढ़ें

  • Lucent’s General Knowledge
  • राजस्थान अध्ययन – लक्ष्य या अन्य किताब
  • पंचायती राज गाइड
  • Arihant की प्रैक्टिस पेपर
  • RS Aggarwal की रीजनिंग
  • YouTube लेक्चर और ऑनलाइन MCQs

3. पिछले सालों के प्रश्न-पत्र हल करें

  • इससे प्रश्नों की प्रकृति समझ में आती है और टाइम मैनेजमेंट बेहतर होता है।

4. मॉक टेस्ट और कोचिंग

  • जरूरी नहीं लेकिन फायदेमंद हो सकता है, खासकर वर्किंग कैंडिडेट्स के लिए।

लेटेस्ट अपडेट और भविष्य की संभावनाएं

पिछले VDO एग्जाम में 10 लाख से ज्यादा आवेदन आए थे जबकि सीटें कुछ हज़ार ही थीं – यानी मुकाबला कड़ा है।

आने वाले सालों में बदलाव आ सकते हैं:

  • कंप्यूटर आधारित परीक्षा
  • ई-ग्राम स्वराज जैसे डिजिटल टूल्स का उपयोग
  • ग्रामीण नवाचार (Innovation) पर ज़ोर
  • MIS पोर्टल से निगरानी आसान

गांव का असली हीरो है VDO

ग्राम विकास अधिकारी सिर्फ एक सरकारी पद नहीं है – यह एक जनसेवा मिशन है। ये वो व्यक्ति होता है जो सरकार की योजनाओं को गांवों की ज़मीन तक लाता है।

VDO ही वो योद्धा है जो गांवों की तकदीर बदलता है – पानी, सड़क, घर, स्वास्थ्य, शिक्षा – हर पहलू में।

जो युवा समाज सेवा करना चाहते हैं और एक स्थायी, प्रतिष्ठित नौकरी की तलाश में हैं – उनके लिए VDO पद एक शानदार विकल्प है।

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