पुतिन ने NATO की युद्ध चेतावनी को ‘हिस्टीरिया’ बताया। यूक्रेन पर सैन्य लक्ष्य हासिल करेंगे, बातचीत न हुई तो ताकत से। रुट्टे की WW2 वार्निंग पर तीखा जवाब, यूरोप में डर फैलाने का आरोप!
NATO चीफ रुट्टे की ‘द्वितीय विश्व युद्ध’ वार्निंग पर पुतिन का तंज: झूठी धमकी, बचाव मजबूत!
पुतिन का NATO को करारा जवाब: यूक्रेन पर युद्ध चेतावनी ‘हिस्टीरिया’, रूस का स्टैंड अटल
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों की ‘बड़े युद्ध’ की चेतावनी को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने इसे ‘हिस्टीरिया’ और ‘झूठ’ बताया। पुतिन का कहना है कि वेस्टर्न लीडर्स जानबूझकर यूरोप में डर फैला रहे हैं, रूस को आक्रमणकारी दिखाकर। ये बयान NATO महासचिव मार्क रुट्टे की पिछली हफ्ते की वार्निंग के जवाब में आया, जिन्होंने सदस्य देशों को द्वितीय विश्व युद्ध के स्केल का संघर्ष तैयार रहने को कहा था। पुतिन ने जोर देकर कहा कि रूस का यूरोप पर कोई हमले का इरादा नहीं।
पुतिन ने रूसी डिफेंस मिनिस्ट्री ऑफिशियल्स के साथ मीटिंग में कहा, ‘मैंने बार-बार कहा: ये झूठ है, बकवास, कल्पित रूसी खतरे के बारे में। लेकिन ये जानबूझकर किया जा रहा।’ उनका आरोप है कि यूरोपीय आबादी को डराया जा रहा, ताकि डिफेंस स्पेंडिंग बढ़े और मिलिट्री मोबिलाइजेशन हो। रूस खुद हथियार उत्पादन बढ़ा रहा – टैंक, मिसाइलें दोगुनी रफ्तार से। ये NATO को जवाब है, जो यूक्रेन को हथियार दे रहा।
NATO चीफ रुट्टे की चेतावनी
मार्क रुट्टे ने कहा, ‘हमारे दादा-दादी के जमाने का युद्ध स्केल तैयार रहो। कई सदस्य गंभीरता नहीं समझ रहे। समय हमारे साथ नहीं।’ उन्होंने NATO मेंबर्स से डिफेंस बजट तेजी से बढ़ाने, मिलिट्री प्रोडक्शन बढ़ाने को कहा। रूस को ‘अगला टारगेट’ बताया। ये बयान यूक्रेन युद्ध के तीन साल बाद आया, जहां रूस ने डोनेट्स्क, लुहान्स्क, खेरसॉन, जापोरिजियाя पर कंट्रोल किया। पुतिन इसे ‘स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन’ कहते हैं।
यूक्रेन पर रूस का अडिग रुख
पुतिन ने यूक्रेन और उसके वेस्टर्न सपोर्टर्स को चेतावनी दी कि सैन्य लक्ष्य हासिल होंगे। अगर डिप्लोमैटिक बातचीत फेल हुई तो मिलिट्री से। ‘स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन के गोल्स जरूर हासिल होंगे।’ रूस डोनबास क्षेत्र को अपना मानता। बातचीत पसंद, लेकिन अगर ‘विपक्षी देश और उसके विदेशी संरक्षक सच्ची चर्चा से इनकार करेंगे’ तो ताकत से एनैक्सेशन। 2022 से अब तक 5 लाख+ कैजुएल्टीज (यूक्रेन के आंकड़े), लेकिन रूस एडवांस करता।
रूस vs NATO:
| पैरामीटर | रूस (पुतिन का दावा) | NATO (रुट्टे की चिंता) |
|---|---|---|
| यूरोप थ्रेट | कोई इरादा नहीं, झूठा प्रोपगैंडा | रूस अगला टारगेट, WW2 स्केल खतरा |
| डिफेंस स्पेंड | हथियार उत्पादन दोगुना | बजट बढ़ाओ, प्रोडक्शन तेज करो |
| यूक्रेन गोल | मिलिट्री से हासिल, या बातचीत | सपोर्ट जारी, रूस रोकें |
| रणनीति | डर फैलाकर मोबिलाइजेशन | तैयारी न करें तो समय नहीं |
यूरोप में डर का माहौल
पुतिन का कहना सही लगता अगर NATO के आंकड़े देखें। 2025 में रूस का डिफेंस बजट 13% GDP (SIPRI), टैंक 2000+ प्रोड्यूस। NATO का कुल 3.5% GDP, लेकिन मेंबर्स में 23/32 2% टारगेट पूरा नहीं। पोलैंड, बाल्टिक स्टेट्स अलर्ट। यूक्रेन को 100 बिलियन+ एड मिला। पुतिन इसे प्रॉक्सी वॉर कहते। रूस-चीन टाई-अप मजबूत, BRICS से वेस्ट को चुनौती।
भारत का रोल: न्यूट्रल स्टैंड
भारत ने यूक्रेन युद्ध में न्यूट्रल रहकर तेल खरीदा (रूस से 40% इंपोर्ट), S-400 डील जारी। PM मोदी की कीव-मॉस्को विजिट्स से पीस पुश। दिसंबर 2025 में BRICS समिट में पुतिन-मोदी मीटिंग संभव। ये ग्लोबल साउथ को स्ट्रॉन्ग बनाएगा।
5 FAQs
- पुतिन ने NATO की चेतावनी को क्या कहा?
‘हिस्टीरिया’ और ‘झूठ’, यूरोप में डर फैलाने की साजिश। - रुट्टे ने क्या वार्निंग दी?
WW2 स्केल युद्ध तैयार रहो, रूस अगला टारगेट। - यूक्रेन पर रूस का प्लान क्या?
सैन्य लक्ष्य हासिल, बातचीत न हुई तो ताकत से। - रूस का डिफेंस प्रोडक्शन कैसा?
टैंक-मिसाइल दोगुनी स्पीड, GDP का 13% बजट। - भारत का स्टैंड क्या?
न्यूट्रल, पीस पुश, रूस से तेल खरीद जारी
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