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उत्तर प्रदेश में बने AK-200 राइफल्स की रूस में सराहना, तकनीक साझेदारी को विस्तार का संकेत

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Moscow Applauds India’s AK-200 Assault Rifles Made in UP, Eyes Wider Defence Cooperation
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रूसी राजदूत डेनिस अलिपोव ने उत्तर प्रदेश में बनी AK-200 सीरीज की सफलता की तारीफ की और कहा कि मस्को भारत के साथ रक्षा तकनीक हस्तांतरण बढ़ाने को तैयार है।

रूस ने भारत की रक्षा स्वामित्व की महत्वाकांक्षा का स्वागत किया, AK-200 को सफल बताया

रूसी राजदूत डेनिस अलिपोव ने उत्तर प्रदेश में बनी AK-200 सीरीज की सफलता की सराहना की

भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलिपोव ने उत्तर प्रदेश में निर्मित AK-200 सीरीज असॉल्ट राइफलों की प्रशंसा करते हुए इसे भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने बताया कि भारत ने रूस के पुराने उपकरणों पर भरोसा करते हुए आधुनिक रक्षा उत्पादन में उन्नति की है, जो रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करता है।

रक्षा सहयोग में सहयोग और तकनीकी हस्तांतरण

अलिपोव ने कहा कि Operation Sindoor में भारत-रूस के द्विपक्षीय सहयोग की कई सफलताएं देखी गईं, जैसे ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल लड़ाकू परीक्षण और S-400 वायु रक्षा प्रणालियों की प्रदर्शन। उन्होंने कहा कि भारत ने AK-200 सीरीज की स्थानीय उत्पादन की शुरूआत की है, जो रक्षा उत्पादन में सहजीवन का परिचायक है।

  • भारत की नौसेना के लिए आठ तलवार-क्लास फ्रिगेट बेड़े को सौंपे गए हैं।
  • दो और जहाज गोवा में बनाए जा रहे हैं।
  • रूस ने भारत को Su-57 पाँचवीं पीढ़ी के विमान के लाइसेंस उत्पादन में सहायता देने की तैयारी जताई।

भविष्य की योजनाएं

रूसी राजदूत ने बताया कि हाल ही में भारतीय HAL और रूस की युनाइटेड एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन के बीच सुकोई SJ-100 क्षेत्रीय यात्री वायुयान के लाइसेंस उत्पादन के लिए समझौता हुआ है। इससे भारत घरेलू विमानन सेवाओं के लिए आवश्यक विमानों का उत्पादन कर सकेगा और क्षेत्रीय मरम्मत और रखरखाव केंद्र बनने की दिशा में बढ़ेगा।

साझेदारी की भूमिका

भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी के 25 वर्षों के पड़ाव पर दोनों देशों ने वैश्विक मामलों में स्थिरता का योगदान बढ़ाया है। नाभिकीय ऊर्जा और वैज्ञानिक अनुसंधान में भी दोनों देशों के बीच सहयोग व्यापक हुआ है।

FAQs:

  1. AK-200 सीरीज क्या है?
    यह भारतीय सेना के लिए उत्तर प्रदेश में निर्मित असॉल्ट राइफल की एक नई सीरीज है।
  2. भारत-रूस के बीच प्रमुख रक्षा सहयोग कौन-कौन से हैं?
    जैसे ब्रह्मोस मिसाइल, S-400 वायु रक्षा, Su-30MKI लड़ाकू विमान और Su-57 विमान के लाइसेंस उत्पादन।
  3. सुकोई SJ-100 क्या है?
    यह एक क्षेत्रीय यात्री विमानों का मॉडल है जिसे भारतीय HAL और रूस की कंपनी मिलकर लाइसेंस उत्पादन करेंगे।
  4. Operation Sindoor में क्या खास था?
    यह द्विपक्षीय रक्षा सहयोग का एक सफल सैन्य अभ्यास था जिसमें नवीनतम हथियार प्रणालियों का लड़ाकू परीक्षण हुआ।
  5. भारत-रूस साझेदारी के 25 साल पूरे होने का क्या महत्व है?
    यह स्थिरता और सहयोग का प्रतीक है, जो दोनों देशों के वैश्विक प्रभाव को मजबूत करता है।
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