50 वर्ष के बाद Weight Loss कम करना ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करता है। जानिए विशेषज्ञों से बढ़िया टिप्स और जीवनशैली बदलाव।
वजन कम करना कैसे 50 वर्ष से ऊपर की महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर से बचाता है
पिछले महीने पिंक रिबन अभियान और जागरूकता कार्यक्रमों ने स्तन स्वास्थ्य के महत्व को सभी के सामने रखा। हालांकि स्क्रीनिंग जरूरी है, पर एक और महत्वपूर्ण कारण जो जोखिम को बढ़ाता है वह है बढ़ा हुआ वजन, खासकर मेनोपॉज के बाद।
वजन और ब्रेस्ट कैंसर का संबंध
डॉ. मंसी चौहान, कंसल्टेंट सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, फोर्टिस, मानेसर के अनुसार, “वसा ऊतक केवल कैलोरी का भंडारण नहीं है, यह हार्मोन जैसे estrogen भी उत्सर्जित करता है, जो स्तन कोशिकाओं की वृद्धि को प्रोत्साहित करता है। साथ ही सूजन और इंसुलिन स्तर में बदलाव भी खतरे को बढ़ाते हैं।” मेनोपॉज से पहले गर्भाशय में हार्मोन निर्माण मुख्य होता है, मेनोपॉज के बाद यह जिम्मेदारी वसा ऊतक पर आ जाती है।
अध्ययन बताते हैं कि मेनोपॉज के बाद मोटापे वाली महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम उन महिलाओं से 20-40% अधिक होता है जिनका वजन नियंत्रित रहता है।
Weight Loss को नियंत्रण में रखना क्यों जरूरी है?
इसके फायदे केवल कैंसर जोखिम को कम करना ही नहीं हैं, बल्कि जिन महिलाओं ने वजन कम किया है, उनमें जीवन की गुणवत्ता भी बेहतर होती है। मोटापा अक्सर खराब आहार, शारीरिक गतिविधि की कमी, शराब का सेवन और तनाव के साथ जुड़ा होता है जो सभी कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के सरल उपाय
डॉ. चौहान बताती हैं कि जीवनशैली में कुछ बदलाव करें जो रिस्क को कम कर सकते हैं:
- रोजाना 30 मिनट तक नियमित व्यायाम करें।
 - पोषण से भरपूर फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और कम वसा वाले प्रोटीन खाएं।
 - शराब और धूम्रपान से बचें।
 - तनाव को योग और माइंडफुलनेस से नियंत्रित करें।
 - नियमित स्क्रीनिंग और सेल्फ-एग्जामिनेशन से ब्रेस्ट हेल्थ पर नजर रखें।
 
व्यायाम और वजन नियंत्रण का महत्व
नियमित व्यायाम इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करता है और सूजन को कम करता है, जो कैंसर के खतरे को घटाता है। इसे छोटे-छोटे कदमों द्वारा जीवन में आसानी से जोड़ा जा सकता है, जैसे तेज चलना, तैराकी या योग।
शुरुआती पहचान के उपाय
ब्रेस्ट कैंसर का शीघ्र पता लगाने के लिए नियमित स्व-परख ज़रूरी है। किसी भी असामान्य बदलाव पर विशेषज्ञ से तुरंत संपर्क करें।
FAQs
- Weight Loss और ब्रेस्ट कैंसर के बीच क्या संबंध है?
 
- अधिक वजन हार्मोन स्तर को प्रभावित करता है जो ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है।
 
- मेनोपॉज के बाद वजन नियंत्रण क्यों जरूरी है?
 
- मेनोपॉज के बाद हार्मोन निर्माण वसा ऊतक पर निर्भर रहता है, जिससे वजन बढ़ने पर जोखिम बढ़ता है।
 
- किस प्रकार की जीवनशैली हानिकारक है?
 
- खराब भोजन, शराब पीना, शारीरिक गतिविधि की कमी और उच्च तनाव जोखिम बढ़ाते हैं।
 
- वजन कम करने के लिए क्या करें?
 
- संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
 
- ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआती जांच कैसे करें?
 
- नियमित सेल्फ-एग्जाम और डॉक्टर की स्क्रीनिंग से कैंसर की शुरुआती पहचान संभव है।
 
                                                                        
                            
                            
                                
				                
				            
						            
						            
						            
 
			        
 
			        
 
			        
 
			        
				            
				            
				            
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