केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मातुआ समुदाय को भरोसा दिलाया कि BJP सभी धार्मिक उत्पीड़ित शरणार्थियों को जगह देगी। SIR से 58 लाख वोटर हटे, मातुआ घबरा गए – शाह ने ममता पर infiltration का आरोप लगाया।
58 लाख वोटर गायब: मातुआ पर SIR का डर, अमित शाह ने Kolkata में दिया BJP का वादा
अमित शाह का मातुआ समुदाय को भरोसा: BJP सभी persecuted refugees को जगह देगी, ममता कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी
30 दिसंबर 2025 को कोलकाता में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मातुआ समुदाय को आश्वासन दिया कि उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं। उन्होंने कहा कि BJP का वादा है कि देश में सभी धार्मिक उत्पीड़न झेलने वाले शरणार्थियों को जगह दी जाएगी। “ममता बनर्जी भी मातुआ भाइयों को नुकसान नहीं पहुंचा सकतीं,” शाह ने पत्रकारों से कहा। ये बयान पश्चिम बंगाल के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) से उपजी चिंताओं के बीच आया, जिसमें 58 लाख 20 हजार 898 वोटरों के नाम ड्राफ्ट इलेक्टोरल रोल्स से हटा दिए गए।
मातुआ नेता पार्टियों के पार भी कह रहे हैं कि प्रभावित वोटरों में उनकी कम्युनिटी का बड़ा हिस्सा है। ये दलित हिंदू शरणार्थी समुदाय दशकों से बांग्लादेश से धार्मिक उत्पीड़न के कारण पलायन कर बंगाल आया। SIR से राज्य का मतदाता संख्या 7.66 करोड़ से घटकर 7.08 करोड़ रह गई। 1.36 करोड़ एंट्रीज में लॉजिकल डिस्क्रेपेंसी और 30 लाख अनमैप्ड वोटर चिह्नित। कुल 1.66 करोड़ वोटरों को सुनवाई के लिए बुलाया जा सकता है।
मिशन बंगाल 2026 लॉन्च: BJP की 2026 विधानसभा चुनाव रणनीति
अमित शाह तीन दिवसीय बंगाल दौरे पर हैं। उन्होंने BJP का ‘मिशन बंगाल 2026’ औपचारिक रूप से लॉन्च किया। शाह ने दावा किया कि BJP स्पष्ट बहुमत से बंगाल सरकार बनाएगी। “बंगाल के लोगों ने कांग्रेस, लेफ्ट और TMC को मौका दिया। अब BJP को मौका दीजिए,” उन्होंने अपील की। TMC सरकार पर infiltration को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया – “ममता बनर्जी वोट बैंक के लिए बांग्लादेशी घुसपैठ को बढ़ावा दे रही हैं।”
शाह ने TMC के भ्रष्टाचार पर भी निशाना साधा। “मोदी जी के सभी वेलफेयर स्कीम्स यहां टोल सिंडिकेट का शिकार हो गए। डर और भ्रष्टाचार बंगाल की पहचान बन गया है।” 2026 चुनाव के बाद BJP सरकार आने पर बंगाल की विरासत और संस्कृति को पुनर्जीवित करने का वादा किया। “यह बंगा भूमि हमारे लिए खास है क्योंकि BJP के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंगाल के महान नेता थे।”
मातुआ समुदाय: बांग्लादेश से पलायन की कहानी
मातुआ मुख्य रूप से नमशूद्र (दलित) समुदाय से हैं, जो 1947 और 1971 के बंटवारे के समय बांग्लादेश (पूर्वी पाकिस्तान) से धार्मिक उत्पीड़न से भागे। बंगाल के नदिया, उत्तर 24 परगना, हावड़ा जैसे जिलों में बसे। 2019 के CAA से इन्हें नागरिकता का भरोसा मिला। लेकिन NRC-CAA विवाद और अब SIR से पहचान का डर। BJP ने 2021 चुनाव में मातुआ वोटों से फायदा उठाया।
SIR का विवाद: 58 लाख वोटर क्यों हटे?
चुनाव आयोग के SIR (2002 के बाद पहला) से डेटा:
- कुल डिलीशन: 58,20,898 नाम
- लॉजिकल डिस्क्रेपेंसी: 1.36 करोड़ एंट्रीज
- अनमैप्ड वोटर: लगभग 30 लाख
- सुनवाई के लिए: 1.66 करोड़ संभावित
मातुआ संगठनों का दावा: इनमें हजारों उनके लोग। TMC सरकार पर आरोप कि SIR से घुसपैठिए बचाने की कोशिश। BJP इसे infiltration रोकने का हथियार बता रही।
| श्रेणी | संख्या | प्रभावित (%) |
|---|---|---|
| कुल डिलीटेड | 58,20,898 | 7.6% |
| डिस्क्रेपेंसी | 1.36 करोड़ | 17.8% |
| अनमैप्ड | 30 लाख | 3.9% |
| नई मतदाता संख्या | 7.08 करोड़ | – |
TMC पर हमला: infiltration और टोल सिंडिकेट
शाह ने ममता पर सीधा निशाना साधा। “बंगाल में TMC के 14 सालों में भ्रष्टाचार और डर का राज। वेलफेयर स्कीम्स का पैसा टोल सिंडिकेट खा गया।” infiltration को वोट बैंक बनाने का आरोप दोहराया। 2026 चुनाव में BJP का फोकस: विकास, सुरक्षा, संस्कृति।
मातुआ संगठनों की प्रतिक्रिया
मातुआ महासंघ के नेता शांतनु थाकुर (BJP सांसद) ने शाह के बयान का स्वागत किया। “CAA से हमारा भरोसा बढ़ा। SIR साफ-सुथरे वोटर लिस्ट के लिए जरूरी। BJP ही हमारा भविष्य है।” विपक्षी मातुआ नेता TMC की ओर झुकाव दिखा रहे, लेकिन शाह का संदेश साफ: BJP मातुआ का सबसे बड़ा हितैषी।
बंगाल 2026 चुनाव: BJP vs TMC का रण
2026 विधानसभा चुनाव में BJP मातुआ, हिंदू वोट और विकास के मुद्दे पर TMC को घेरने की तैयारी। शाह ने 2021 के 77 सीटों से आगे जाने का लक्ष्य रखा। TMC का जवाब: BJP घुसपैठिए भगाने की साजिश रच रही। मातुआ वोट (20–25 लाख अनुमानित) निर्णायक।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जिक्र
शाह ने BJP के संस्थापक बंगाली नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जिक्र किया। “उनकी बंगा भूमि को पुनर्जीवित करेंगे।” मुखर्जी ने आर्टिकल 370 हटाने और एक देश-एक नागरिकता का नारा दिया था।
मातुआ के लिए BJP का रोडमैप
– CAA नियम जल्द: सभी पात्र मातुआ को नागरिकता
– SIR का समर्थन: साफ वोटर लिस्ट
– बंगाल में BJP सरकार: सुरक्षा, विकास, संस्कृति
ये वादे 2026 चुनाव के लिए मातुआ एलायमेंट मजबूत करने का प्रयास।
5 FAQs
- अमित शाह ने मातुआ समुदाय को क्या भरोसा दिया?
BJP सभी धार्मिक उत्पीड़ित शरणार्थियों को जगह देगी, ममता बनर्जी भी उन्हें नुकसान नहीं पहुंचा सकती। - पश्चिम बंगाल SIR से कितने वोटर प्रभावित हुए?
58,20,898 नाम डिलीट, 1.36 करोड़ डिस्क्रेपेंसी, कुल 1.66 करोड़ को सुनवाई। मतदाता 7.66 करोड़ से घटकर 7.08 करोड़। - मातुआ कौन हैं और क्यों चिंतित?
दलित हिंदू शरणार्थी जो बांग्लादेश से उत्पीड़न से भागे। SIR से उनके वोटर नाम हटने का डर। - अमित शाह ने TMC पर क्या आरोप लगाया?
ममता infiltration को वोट बैंक के लिए बढ़ावा दे रही, टोल सिंडिकेट ने वेलफेयर स्कीम्स लूटा। - मिशन बंगाल 2026 क्या है?
BJP का 2026 विधानसभा चुनाव अभियान, स्पष्ट बहुमत से सरकार बनाने का लक्ष्य।
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