लोकसभा में अमित शाह ने कांग्रेस पर हमला बोला- SIR वोटर लिस्ट से हार नहीं, लीडरशिप की समस्या। बिहार यात्रा के बावजूद हार, EVM का बहाना। पूरी बहस, बयान और राजनीतिक विश्लेषण।
वोटर लिस्ट और EVM का बहाना: अमित शाह बोले- कांग्रेस का असली दर्द लीडरशिप में!
अमित शाह का लोकसभा में कांग्रेस पर जोरदार प्रहार: ‘SIR हो या न हो, हार तो तय है – समस्या लीडरशिप की है’
दोस्तों, लोकसभा में चुनावी सुधारों पर बहस के दूसरे दिन गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष खासकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) वोटर लिस्ट अभियान को लेकर उठे विवाद पर शाह ने साफ कहा – विपक्ष की हार का कारण वोटर लिस्ट या EVM नहीं, बल्कि लीडरशिप की कमजोरी है। ‘SIR या नो SIR, आप चुनाव हारते रहेंगे’ – ये उनका तंज था। बिहार में पूरी यात्रा करने के बावजूद हार का जिक्र कर विपक्ष को आईना दिखाया। क्या है ये पूरा विवाद? चलिए गहराई से समझते हैं।
शाह लोकसभा में बोल रहे थे। विपक्ष ने SIR को हार का बहाना बनाया – BLO मौतें, वोट चोरी के आरोप। शाह ने पलटवार किया: ‘बिहार में वोट चोरी का मुद्दा उठाया, yatra की लेकिन हार गए। समस्या वोटर लिस्ट में नहीं, आपकी लीडरशिप में है। एक दिन कांग्रेसी कार्यकर्ता हिसाब मांगेंगे।’ राहुल गांधी पर इशारा साफ। BJP का दावा – SIR लोकतंत्र मजबूत करेगा, डुप्लीकेट वोटर हटाएगा।
SIR क्या है और विवाद क्यों? सरल शब्दों में
SIR स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन – वोटर रोल को 100% सटीक बनाने का चुनाव आयोग का कदम। 12 राज्यों में चल रहा। BLOs घर-घर जाकर चेक करते। विपक्ष कहता – बोझ से BLO सुसाइड। शाह बोले – ये सुधार जरूरी, हार छिपाने का बहाना नहीं। EVM पर भी तंज – हर हार के बाद EVM खराब।
5 FAQs
- अमित शाह ने कांग्रेस पर क्या कहा?
लीडरशिप समस्या, SIR या न SIR हार तय। - SIR क्या है?
वोटर रोल रिवीजन, डुप्लीकेट हटाना। - बिहार में क्या हुआ?
yatra की, वोट चोरी का दावा लेकिन हार। - EVM पर विवाद क्यों?
हर हार पर आरोप, लेकिन फैक्ट्स साफ। - चुनाव आयोग का कदम?
डेडलाइन बढ़ाई, BLO इंसेंटिव दोगुना।
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