दीपावली केवल घरों में रोशनी जलाने का त्योहार नहीं, बल्कि दिलों में उम्मीद जगाने का भी संदेश हैं देती
धनबाद । दीपावली के अवसर पर गुरुवार को रोटी बैंक यूथ क्लब धनबाद, थैलेसीमिया सोसाइटी और खुशियों की उड़ान द्वारा एसएनएनएमसीएच अस्पताल में एक संवेदनशील और मानवीय पहल की गई। इन सामाजिक संस्थाओं ने संयुक्त रूप से थैलेसीमिया से पीड़ित बालिकाओं के साथ दीपावली मनाकर समाज को मानवता और संवेदनशीलता का संदेश दिया।
कार्यक्रम का उद्देश्य इन बच्चियों के अंदर खुशियों और आत्मविश्वास की रोशनी जगाना था। जिस प्रकार नवरात्र में कन्याओं को देवी दुर्गा का स्वरूप मानकर पूजन किया जाता है, उसी प्रकार दीपावली पर थैलेसीमिया पीड़ित इन बच्चियों को देवी लक्ष्मी का स्वरूप मानकर सम्मानित और पूजित किया गया।
इस अवसर पर आयोजक संस्थाओं की ओर से बच्चियों को नए कपड़े, मिठाइयाँ और उपहार प्रदान किए गए। संगठनों ने यह संदेश दिया कि बीमारी कभी हिम्मत कम नहीं कर सकती हैं।सच्चा साहस इन बच्चियों जैसा होता है,जो हर दिन जीवन के लिए संघर्ष करते हुए भी मुस्कुराना नहीं भूलतीं हैं।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में अस्पताल के अधीक्षक डॉ. दिनेश गिंडोरिया, अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ. संजय चौरसिया, बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अविनाश कुमार, ब्लड बैंक के डॉ. अजय कुमार, नेत्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र कुमार एवं अन्य उपस्थित रहें।
कार्यक्रम के दौरान एक विशेष सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया। जिसमें अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ. संजय चौरसिया को उनके उत्कृष्ट योगदान और प्रेरणादायक कार्यकाल के लिए सम्मानित किया गया। वे 31 दिसंबर को अपने पद से सेवानिवृत्त होंगे। रोटी बैंक यूथ क्लब धनबाद और सहयोगी संस्थाओं ने उनके सामाजिक सरोकारों के प्रति योगदान की सराहना की।
रोटी बैंक यूथ क्लब धनबाद, थैलेसीमिया सोसाइटी और खुशियों की उड़ान के सदस्यों ने कहा कि इस तरह की गतिविधियाँ समाज को यह याद दिलाती हैं कि मानवता सबसे बड़ा धर्म है और दीपावली केवल घरों में रोशनी जलाने का त्योहार नहीं, बल्कि दिलों में उम्मीद जगाने का भी संदेश देती है।
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